Authors
Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.
Claim
पुलिस के सामने लोगों ने लगाए पकिस्तान जिंदाबाद के नारे और पुलिस मूकदर्शक बनी देखती रह गई।
Pakistan Zindabad in Front of Police
Location – Unknown to meThis is the condition of Our cities with increasing Muslim population
Law wont do anything, Netas will act 3 monkeys of Gandhi
and Our country will become a Hell for us in Few Decadesunite to save our country ! pic.twitter.com/GSxkOhLsZ4
— Khushi Singh (@khushi2318) July 16, 2019
Verification
एक मदरसे के बच्चों ने पुलिस के सामने पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाया और पुलिस तमाशबीन बनी रही। इसी दावे के साथ एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया में बड़ी तेजी से शेयर किया जा रहा है।
इस वीडियो का सच जानने के लिए हमने पड़ताल आरम्भ की। इस दौरान दैनिक भारत नामक एक वेबसाइट द्वारा प्रकाशित एक खबर प्राप्त हुई। इस वेबसाइट ने वायरल ख़बर की पुष्टि की है।
आखिर कहाँ ले जायेगा इस देश को सेकुलरिज्म, देश की स्तिथि हो रही दयनीय, अब पुलिस के सामने जमा होकर लगाये जा रहे है पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे https://t.co/y3SwQ5cEu8
— Dainik Bharat (@dainikbharat) July 16, 2019
ख़बर की तह तक जाने के लिए हमने गूगल खंगालना शुरू किया। इस दौरान NDTV द्वारा मंदसौर के इस मसले पर विस्तृत रिपोर्ट मिली।
NDTV लिखता है कि कुछ शरारती तत्वों ने वीडियो के ऑडियो से छेड़छाड़ की थी। असल में मदरसे के बच्चों ने अपने प्रधानाध्यापक के नाम पर जिंदाबाद के नारे लगाए थे। लेख के साथ ही इसमें अटैच वीडियो को देखने पर यह साफ हो जाता है कि मदरसे के बच्चों ने सादिक साहब जिंदाबाद के नारे लगाए।
इस पूरे मसले पर मंदसौर के पुलिस क्षेत्राधिकारी नरेंद्र सोलंकी ने एक बयान देकर कहा है कि किसी भी बच्चे ने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे नहीं लगाए।
Tools Used
- InVID
- Google Reverse Image
- Twitter Advanced Search
Result- False
Authors
Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.