भारतीय जनता पार्टी (BJP) की कोलकाता इकाई ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक वीडियो शेयर कर यह दावा किया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इस्लामिक प्रार्थना से कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन उन्हें जय श्री राम के नारे से दिक्कत है.
पश्चिम बंगाल में आगामी कुछ महीनों में चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में फेक खबरों का सोशल मीडिया में शेयर किया जाना आम बात है। जैसा कि हम आपको अपने फैक्ट चेक रिपोर्ट्स में लगातार बताते आ रहे हैं, भारत के सभी बड़े राजनीतिक दल चुनाव के समय फेक न्यूज़ का सहारा लेते हैं. कुछ बड़े दल बड़े पैमाने पर फेक न्यूज़ और भ्रामक जानकारी का इस्तेमाल चुनाव जीतने में करते हैं तो वहीं कुछ दल कार्यकर्ताओं और स्थानीय नेताओं के माध्यम से फेक खबरों और गलत जानकारियों का इस्तेमाल चुनाव को प्रभावित करने में करते हैं. इसी क्रम में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की पश्चिम बंगाल इकाई ने एक वीडियो शेयर किया जिसमे सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इस्लामिक कलमा पढ़ते देखा जा सकता है. BJP Bengal ने यह वीडियो शेयर कर यह दावा किया कि ममता बनर्जी को इस्लामिक प्रार्थना से तो कोई दिक्कत नहीं है पर उन्हें जय श्री राम के नारा सुनकर गुस्सा आ जाता है.
Fact Check/Verification
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले वीडियो को की-फ्रेम्स में बांटा और एक की-फ्रेम को गूगल पर ढूंढा पर इस पूरी प्रक्रिया में हमें कोई ठोस जानकारी प्राप्त नहीं हुई.

इसके बाद BJP Bengal द्वारा किये गए ट्वीट के एक कमेंट की सहायता से वायरल वीडियो को यूट्यूब पर ढूंढा। जहां हमें तृणमूल कांग्रेस (AITC) के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 2018 में ‘Bengal CM inaugurates Mati Utsav’, 2018 in Mati Tirtha-Krishi Katha, Purba Burdwan’ टाइटल के साथ प्रकाशित एक वीडियो मिला. गौरतलब है कि BJP Bengal द्वारा शेयर की गई क्लिप तृणमूल कांग्रेस द्वारा शेयर किये गए उक्त यूट्यूब वीडियो का एक छोटा सा हिस्सा है.
तृणमूल कांग्रेस द्वारा प्रकाशित उक्त यूट्यूब वीडियो को पूरा सुनने पर हमने पाया कि 21 मिनट 2 सेकंड के बाद ममता बनर्जी माटी को माँ, हिन्दू देवी काली और दुर्गा, सर्वधर्म सद्भाव की बात करते हुए सिख, ईसाई और इस्लाम में की जाने वाली प्रार्थनाओं का भी वर्णन करती हैं. गौरतलब है कि इस दौरान ममता बनर्जी ने ‘सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सवार्थ साधिके शरण्येत्र्यंबके गौरी नारायणी नमोस्तुते’ नामक एक सनातनी मंत्र का भी उच्चारण किया जिसका प्रयोग सभी के कल्याण और खुशहाली की प्रार्थना करने के लिए किया जाता है.
Conclusion
इस तरह हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 2018 के माटी उत्सव के उद्घाटन समारोह के अवसर पर अपने भाषण में सिर्फ इस्लामिक ही नहीं बल्कि हिन्दू, सिख और ईसाई धर्म की प्रार्थनाओं का भी उच्चारण किया था. इस प्रकार BJP Bengal एवं अन्य भाजपा नेताओं द्वारा किया गया यह दावा हमारी पड़ताल में भ्रामक साबित होता है.
Result: Misleading
Sources:
YouTube video published by the AITC
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