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Fact Check: अदालत में अरविंद केजरीवाल द्वारा व्यंग्यपूर्ण जवाब दिए जाने का बताकर वायरल हुआ यह दावा फर्जी है

Authors

Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

Claim
अरविंद केजरीवाल ने अदालत में बहस के दौरान बीजेपी को लेकर दिया व्यंग्यपूर्ण जवाब.

Fact
नहीं, वायरल दावा फ़र्ज़ी है

शराब नीति मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ़्तारी के बाद सोशल मीडिया पर एक दावा वायरल हो रहा है. जिसमें कहा जा रहा है कि अदालत में बहस के दौरान केजरीवाल ने अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल को व्यंग्यपूर्ण जवाब देते हुए कहा कि “अगर मैं कहूं कि पीएम मोदी और अमित शाह को 100 करोड़ दिया गया है तो क्या उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा?

हालांकि, हमने अपनी जांच में पाया कि इस तरह की कोई बहस दिल्ली की राउज एवेन्यू अदालत में नहीं हुई थी. कोर्ट में मौजूद रहे पत्रकारों ने इसका खंडन किया है.

बीते 21 मार्च को दिल्ली की शराब नीति मामले से जुड़े केस में ईडी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया. ईडी की हिरासत समाप्त होने के बाद उन्हें 28 मार्च को राउज एवेन्यू अदालत में पेश किया गया. अदालत में दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद विशेष न्यायाधीश कावेरी बाजवा ने अरविंद केजरीवाल को 1 अप्रैल तक फिर से ED की हिरासत में भेज दिया.

वायरल दावे को अंग्रेज़ी कैप्शन के साथ साझा किया गया है, जिसका हिंदी अनुवाद है, “कोर्ट में अरविंद केजरीवाल: आपने मुझे क्यों गिरफ्तार किया है? एएसजी राजू: हमारे पास आपके खिलाफ एक बयान है. केजरीवाल: तो अगर मैं कहूं कि मैंने मोदी और अमित शाह को 100 करोड़ रुपये दिए, तो क्या आप मेरे बयान के आधार पर जाकर उन्हें गिरफ्तार करेंगे? इसपर जज और एएसजी दोनों चुप हो गए”.

   Courtesy: X/DaaruBaazMehta

Fact Check/ Verification

Newschecker ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए सबसे पहले संबंधित कीवर्ड की मदद से न्यूज़ रिपोर्ट खंगाली. इस दौरान हमें ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें वायरल दावे का ज़िक्र हो.

इसके बाद हमने वायरल दावे ट्वीट को खंगाला तो पाया कि कानून और कोर्ट कवर करने वाले कई पत्रकारों ने इस दावे का खंडन करते हुए कहा कि “इस तरह की कोई बहस कोर्ट में नहीं हुई”.

मनीकंट्रोल वेबसाइट के लॉ रिपोर्टर त्यागराजन नरेंद्रन ने 28 मार्च 2024 को वायरल दावे वाले ट्वीट को रिपोस्ट करते हुए लिखा कि “मैं कोर्ट में मौजूद था और इस तरह की कोई बहस नहीं हुई थी”.

   Courtesy: X/thyagarajan_law

इसके अलावा, बीबीसी के पत्रकार उमंग पोद्दार ने भी इस दावे का खंडन करते हुए अपने X अकाउंट से लिखा कि “ऐसी कोई बहस नहीं हुई”.

Courtesy: X/UmangPod

खोजने पर हमें न्यूजलांड्री की लॉ रिपोर्टर तनिष्का सोढ़ी द्वारा किया गया ट्वीट भी मिला. अपने ट्वीट में उन्होंने साफ़ लिखा है कि “दर्जन भर अन्य पत्रकारों के साथ अदालत में उपस्थित कोई व्यक्ति इस बात की पुष्टि कर सकता है कि निश्चित रूप से ऐसी कोई बहस नहीं हुई थी”. अपने ट्वीट में तनिष्का ने न्यूजलांड्री की एक रिपोर्ट भी साझा की है, जिसमें 28 मार्च को राउज एवेन्यू अदालत में हुई बहस में बोली गई कई बातों का ज़िक्र है.

   Courtesy: X/tanishka_s2

इस रिपोर्ट में उक्त दावे का कोई ज़िक्र नहीं था. हालांकि, अरविंद केजरीवाल ने बहस के दौरान यह जरूर कहा कि इस जांच के पीछे का मकसद है AAP को क्रश करना, स्मोकस्क्रीन क्रिएट करना और जबरन वसूली करना’. इसके अलावा उन्होंने यह भी दावा कि इस मामले के सरकारी गवाह ने उनकी गिरफ़्तारी के बाद बीजेपी को 55 करोड़ रुपए का चंदा दिया”.

जांच में हमें लाइव लॉ की वेबसाइट पर भी प्रकाशित रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में भी बहस के दौरान अरविंद केजरीवाल द्वारा दी गई दलील का ज़िक्र है, लेकिन वायरल दावे का कोई ज़िक्र नहीं है.   

Conclusion

हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह साफ़ है कि वायरल दावा पूरी तरह से फ़र्ज़ी है.

Result: False

Our Sources
Tweet by Thyagarajan Narendran on 28th March 2024
Tweet by Umang Poddar on 28th March 2024
Tweet by Tanishka Sodhi on 29th March 2024Article Published by Newslaundry on28th March 2024
Article Published by Live Law Hindi on 29th March 2024

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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

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