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फैक्ट चेक: उत्तर प्रदेश के बागपत में मुस्लिम युवकों द्वारा पाकिस्तानी झंडा लहराए जाने का दावा फर्जी

Authors

Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

Claim
बागपत में पाकिस्तान का झंडा लहराते हुए युवकों को पकड़ा गया.

Fact
नहीं, बागपत पुलिस ने भी इसका खंडन किया है.

सोशल मीडिया पर एक युवक से मारपीट और गाली गलौज का एक वीडियो इस दावे से वायरल हो रहा है कि उत्तर प्रदेश के बागपत में पाकिस्तान का झंडा लहराते हुए मुस्लिम युवकों को पकड़ा गया.

हमने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा गलत है. बागपत पुलिस ने ट्वीट कर स्पष्ट किया है कि उक्त झंडा पाकिस्तान का नहीं, बल्कि ईद-ए-मिलाद त्यौहार से संबंधित था.

वीडियो को वायरल दावे वाले कैप्शन के साथ शेयर करते हुए लिखा गया है, “मित्रो बागपत के थाना सिघावली छेत्र के अमीनगर सराय में पाकिस्तान का झंडा लहरा रहे इस्ला&मिसट जिहा#दियों को स्थानीय राष्ट्रवादी भाइयों ने पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया.”

Courtesy: X/@Hindu_Bhu

Fact Check/Verification

Newschecker ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए संबंधित कीवर्ड को गूगल सर्च किया. इस दौरान हमें अमर उजाला की वेबसाइट पर 16 सितंबर 2024 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली.

Courtesy: AMAR UJALA

रिपोर्ट में दी गई जानकारी के अनुसार, बीते 16 सितंबर की सुबह बागपत के अमीननगर सराय स्थित गौसपुर गांव निवासी अरबाज और आमिर बाइक पर हरे रंग के झंडे लहराकर नारे लगाते हुए मेरठ-बागपत नेशनल हाईवे पर सराय मोड़ से गुजर रहे थे. इसी दौरान वहां खड़े हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने उनका बाइक से पीछा किया और सिंघावली अहीर पुलिया के पास दोनों को पकड़ लिया. 

इसके बाद हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने उन दोनों युवकों पर पाकिस्तान का झंडा लहराने का आरोप लगाते हुए उनकी पिटाई करनी शुरू कर दी. इस दौरान आसपास के दुकानदारों ने बीच बचाव कर युवक को बचाया और पुलिस को इस घटना की जानकारी दी. फिर पुलिस ने दोनों युवकों से पूछताछ की और मुस्लिम धर्म गुरुओं को बुलाकर झंडा दिखाया तो उन्होंने इसे धार्मिक झंडा बताया. इसके बाद दोनों युवकों को छोड़ दिया गया.

इसी दौरान हमें बागपत पुलिस के आधिकारिक X अकाउंट से 17 सितंबर 2024 को किया गया रिप्लाई भी मिला. बागपत पुलिस ने यह रिप्लाई एक ट्वीट पर किया था, जिसमें बागपत में पाकिस्तान का झंडा लहराने के दावे किए गए थे. उक्त ट्वीट में वायरल वीडियो भी मौजूद था.


Courtesy: X/baghpatpolice

बागपत पुलिस ने ट्वीट करते हुए लिखा था, “दिनांक 16-09-2024 को 03 बाइक सवार युवक ग्राम गौसपुर से मेरठ जा रहे थे जिनकी बाइक पर हरे रंग का कपड़ा रखा हुआ था राह चलते कुछ स्थानीय लोगों ने उनको रोका और हरे रंग के कपड़े को पाकिस्तान का झंडा बताते हुए विरोध किया. उक्त प्रकरण में थाना सिंघावली अहीर पुलिस द्वारा जांच की गई तो उक्त युवकों के पास जो हरे रंग का कपड़ा था वह ईद ए मिलाद त्यौहार से सम्बन्धित था. उक्त कपड़ा पाकिस्तान का झंडा नही था. बागपत पुलिस भ्रामक खबर का खण्डन करती है. कृपया भ्रामक खबर न फैलाये अन्यथा आपके विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की जायेगी.”  

गौरतलब है कि बीते 16 सितंबर को ईद मिलाद उन नबी था, जो इस्लाम को मानने वालों का प्रमुख त्यौहार है. यह त्यौहार पैगंबर मोहम्मद के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाता है और मान्यता है कि इसी दिन पैगंबर मोहम्मद का जन्म हुआ था.

Conclusion

हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह स्पष्ट है कि बागपत में मुस्लिम युवकों द्वारा पाकिस्तान का झंडा लहराए जाने का दावा गलत है.

Result: False

Our Sources
Report Published by Amar Ujala on 16th Sep 2024
Tweet by Baghpat Police on 17th Sep 2024

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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

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