Authors
An enthusiastic journalist, researcher and fact-checker, Shubham believes in maintaining the sanctity of facts and wants to create awareness about misinformation and its perils. Shubham has studied Mathematics at the Banaras Hindu University and holds a diploma in Hindi Journalism from the Indian Institute of Mass Communication. He has worked in The Print, UNI and Inshorts before joining Newschecker.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया गया है कि इस्लामिक शासन में अब मोबाइल फोन प्रतिबंधित, अफगानिस्तान में लाया गया नया कानून। वायरल वीडियो में कुछ लोग मोबाइल फोन को तोड़ते नजर आ रहे हैं।
एक फेसबुक यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “अफगानिस्तान में अब मोबाइल फोन प्रतिबंधित है सभी को स्वेच्छा से अपने मोबाइल तालिबान को सौंपने होंगे। इसके बाद, मोबाइल के साथ पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति को मौत की सजा का सामना करना पड़ेगा, अफगानिस्तान में नया कानून।”
(उपरोक्त पोस्ट को अक्षरश: लिखा गया है।)
वहीं, एक अन्य फेसबुक यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “इस्लामिक शासन में अब मोबाइल फोन प्रतिबंधित है सभी को स्वेच्छा से अपने मोबाइल तालिबान को सौंपने होंगे। इसके बाद, मोबाइल के साथ पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति को मौत की सजा का सामना करना पड़ेगा, अफगानिस्तान में नया कानून ।”
(उपरोक्त पोस्ट को अक्षरश: लिखा गया है।)
दरअसल, अगस्त 2021 में अफगानिस्तान पर तालिबानी शासन आने के बाद से वहां कई तरह की पाबंदियां लगा दी गई हैं। बीते दिनों तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि अफगानिस्तान में केवल हिजाब पहनने वाली महिलाओं को ही शिक्षा और रोजगार का हक प्राप्त होगा। बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, तालिबान के शासन आने के बाद से अफगानिस्तान मानवीय आपदा में समाया हुआ है और पश्चिम के कई देशों ने अफगानिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय मदद बंद कर दी है। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया गया है कि ‘इस्लामिक शासन में अब मोबाइल फोन प्रतिबंधित, अफगानिस्तान में लाया गया नया कानून।’
Fact check/Verification
‘इस्लामिक शासन में अब मोबाइल फोन प्रतिबंधित, अफगानिस्तान में लाया गया नया कानून’, दावे के साथ सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो की सत्यता जानने के लिए हमने इसे inVid टूल की मदद से कुछ की-फ्रेम्स में बदला। एक की-फ्रेम के साथ गूगल रिवर्स सर्च किया। इस दौरान हमें Muhammad Fayyaz vlogs नामक यूट्यूब चैनल पर एक जनवरी 2022 को अपलोड किया एक वीडियो प्राप्त हुआ। वीडियो के मुताबिक, पाकिस्तान के कराची प्रांत में कस्टम विभाग ने कार्रवाई की। Muhammad Fayyaz vlogs नामक यूट्यूब चैनल से प्राप्त वीडियो में वायरल वीडियो का हिस्सा देखा जा सकता है।
हमने अपनी पड़ताल के दौरान ‘Custom Destroy Good’ कीवर्ड की मदद से गूगल पर सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें The International News वेबसाइट द्वारा 30 दिसंबर 2021 को प्रकाशित एक रिपोर्ट प्राप्त हुई। रिपोर्ट के अनुसार, सीमा शुल्क (प्रवर्तन) कराची के कलेक्ट्रेट ने बुधवार को लाखों रुपये मूल्य के नशीले पदार्थों, शराब, गुटखा, दवाओं और सुपारी सहित तस्करी और प्रतिबंधित सामानों को नष्ट करने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया।
पड़ताल के दौरान हमने कुछ कीवर्ड की मदद से यूट्यूब पर खंगालना शुरू किया। इस दौरान हमें Daily City News नामक यूट्यूब चैनल द्वारा 29 दिसंबर 2021 को अपलोड किया एक वीडियो प्राप्त हुआ। वीडियो के अनुसार, ‘पाकिस्तान के कराची में कस्टम विभाग भारी मात्रा में तस्करी और प्रतिबंधित सामानों को नष्ट करते हुए।’ Daily City News द्वारा अपलोड किए वीडियो में 21वें सेकेंड पर वायरल वीडियो का अंश देखा जा सकता है।
Conclusion
इस तरह हमारी पड़ताल में यह साफ कि ‘इस्लामिक शासन में अब मोबाइल फोन प्रतिबंधित, अफगानिस्तान में लाया गया नया कानून’, दावे के साथ वायरल वीडियो अफगानिस्तान का नहीं, बल्कि पाकिस्तान का है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो दिसंबर 2021 का है, जब पाकिस्तान में कस्टम विभाग ने प्रतिबंधित सामानों को नष्ट करने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया था।
Result: Misleading/ Partly false
Our Sources
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