Authors
Claim
यह वीडियो हल्द्वानी का है, जहां बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुसलामानों की भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया.
Fact
नहीं, यह वीडियो हल्द्वानी का नहीं बल्कि उत्तरप्रदेश के बरेली का है.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफ़ी वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोग भागते नज़र आ रहे हैं. वीडियो को इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि यह दृश्य उत्तराखंड के हल्द्वानी हिंसा के दौरान का है, जहां बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुसलामानों की भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया.
हालांकि हमने अपनी जांच में पाया कि यह वीडियो हल्द्वानी(Haldwani) का नहीं, बल्कि उत्तरप्रदेश के बरेली(Bareilly) में 9 फ़रवरी को मुस्लिम धर्म गुरु मौलाना तौकीर रजा की गिरफ़्तारी के ऐलान को लेकर जुटी भीड़ का है.
उत्तराखंड के हल्द्वानी के बनभूलपुरा में गुरुवार को हिंसा भड़क गई थी. दरअसल यह हिंसा एक मदरसे को ढहाए जाने के बाद भड़की थी, जिसे प्रशासन ने गैर क़ानूनी बताया था. इस हिंसा में करीब पांच लोगों की मौत हो गई. हिंसा के बाद हल्द्वानी में कर्फ्यू लगा दिया गया था. हालांकि शनिवार से कर्फ्यू में ढील दे दी गई है.
वायरल वीडियो को visegrad24 नाम के वेरिफाईड X हैंडल ने अंग्रेज़ी कैप्शन के साथ शेयर किया है, जिसका हिंदी अनुवाद है “रोहिंग्या शरणार्थियों और बांग्लादेशी प्रवासियों की मुस्लिम भीड़ का वीडियो, जिसने उत्तराखंड राज्य के हल्द्वानी में भारतीय पुलिसकर्मियों पर हमला किया. पेट्रोल बमों से लैस 5000 लोगों की इस्लामी भीड़ ने अवैध रूप से निर्मित मस्जिद को गिरा रहे श्रमिकों पर हमला कर दिया, जिसमें 6 लोग मारे गए और 250 घायल हो गए.”
इसके अलावा हल्द्वानी के दावे से इस वीडियो को हिंदी कैप्शन के साथ भी शेयर किया गया है, जिसे यहां देख सकते हैं.
Fact Check/Verification
Newschecker ने वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए सबसे पहले उसके कीफ्रेम की मदद से रिवर्स सर्च किया तो हमें कई X हैंडलों से यह वीडियो हाल ही में शेयर किया हुआ मिला. हालांकि किसी भी वीडियो के साथ मौजूद कैप्शन में कोई ख़ास जानकारी नहीं दी गई थी.
इसलिए हमने वीडियो को ध्यानपूर्वक देखा तो हमें एक बंद दुकान के ऊपर लगा बोर्ड दिखाई दिया, जिसमें “Babu Band” लिखा हुआ था. इसके अलावा हमें एक जगह पर “साहू गोपी नाथ” भी लिखा दिखाई दिया.
इसके बाद हमने ऊपर दिखे जगहों को गूगल मैप्स पर लोकेट किया तो हमें यह दोनों जगह बरेली के श्याम गंज रोड पर मिली. जिसे आप नीचे मौजूद तस्वीरों में देख सकते हैं.
हमारी अभी तक की जांच में यह साफ़ हो गया था कि यह वीडियो बरेली का ही है. इसलिए हमने अपनी जांच को आगे बढ़ाते हुए वीडियो में दिखे बाबू बैंड से संपर्क किया तो उन्होंने हमें बताया कि “यह वीडियो 9 फ़रवरी शुक्रवार का है. जब श्यामगंज की तरह से भीड़ भागते हुए आई थी. इस दौरान इलाके के अधिकांश दुकानदारों ने अपनी दुकान बंद कर दी थी”.
इसके बाद हमने भीड़ के भागने के कारणों का भी पता लगाया. हमें इस दौरान बरेली पुलिस के आधिकारिक X अकाउंट से 10 फ़रवरी 2023 को किया गया रिप्लाई मिला. बरेली पुलिस ने एक यूजर द्वारा ट्वीट किए गए वायरल वीडियो पर रिप्लाई दिया था. रिप्लाई में बरेली पुलिस ने लिखा था, “दिनांक 09.02.2024 को मौलाना तौकीर रजा द्वारा इस्लामिया ग्राउण्ड में जुमे की नमाज के बाद गिरफ्तारी का ऐलान किया गया था. जहां इनके साथ समर्थक भी थे. प्रशासन द्वारा शान्तिपूर्वक जाने के लिए अपील की गयी तो सभी लोग शान्तिपूर्वक स्वयं अपने गन्तव्य की ओर चले गए. जनजीवन समान्य है तथा शान्ति एवं कानून-व्यवस्था कायम है.”
रिपोर्ट में बरेली एसएसपी सुशील चंद्रभान का वीडियो भी मौजूद था. जिसमें उन्होंने बताया था कि कार्यक्रम संपन्न होने के बाद श्यामगंज के पास झड़प की घटना हुई थी. बाद में पुलिस ने वहां पहुंच कर स्थिति को संभाल लिया था.
गौरतलब है कि ज्ञानवापी मामले के एक केस में अदालत का फैसला आने के बाद मौलाना तौकीर रजा ने शुक्रवार की नमाज के बाद गिरफ़्तारी देने का ऐलान किया था. लेकिन पुलिस ने उनकी गिरफ़्तारी नहीं ली.
Conclusion
हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह साफ़ है कि वायरल वीडियो हल्द्वानी का नहीं, बल्कि उत्तरप्रदेश के बरेली का है.
Result: False
Our Sources
Tweet by Bareilly Police on 10th Feb 2024
Visuals Available on Google Street View
Telephonic Conversation with Babu Band
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