Fact Check
अयोध्या में राम मंदिर शिलापूजन के बाद इंग्लैण्ड के पीएम ने नहीं की भगवान राम की पूजा, बोरिस जॉनसन के पैरोडी अकाउंट से किया गया फेक दावा
सोशल मीडिया पर यूके के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और गृह मंत्री प्रीति पटेल की एक तस्वीर वायरल हो रही है। दावा किया जा रहा है कि यूके के प्रधानमंत्री और वहाँ की गृहमंत्री प्रीति पटेल ने अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन के शुभ अवसर पर भगवान राम की पूजा की।
ट्वीट का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।
इस वायरल ट्वीट को ट्विटर पर कई अन्य यूज़र्स ने भी शेयर किया है।
Fact check / Verification
सोशल मीडिया पर बोरिस जॉनसन नामक एक ट्विटर हैंडल द्वारा एक तस्वीर शेयर की गयी है। दावा है कि हालिया दिनों में यूके के पीएम ने राम की पूजा की है। तस्वीर के साथ किये जा रहे दावे की सत्यता जानने के लिए हमने पड़ताल आरम्भ की।
पड़ताल के दौरान हमने सबसे पहले यूके के प्रधानमंत्री के आधिकारिक ट्विटर हैंडल को खंगाला। हमने उनके हालिया कुछ महीनों के ट्वीट्स को खोजा। इस दौरान हमें उनके अकाउंट में कहीं भी वायरल तस्वीर प्राप्त नहीं हुई।
बोरिस जॉनसन के आधिकारिक ट्विटर हैंडल को यहाँ देखा जा सकता है।

इसके बाद हमने तस्वीर को रिवर्स इमेज टूल के माध्यम से गूगल पर खोजना शुरू किया। इस दौरान वायरल तस्वीर asianlite.com नामक वेबसाइट पर 27 अप्रैल 2020 को प्रकाशित एक लेख में मिली।

हालांकि लेख में हमें तस्वीर से संबंधित कोई खास जानकारी नहीं मिली। प्राप्त लेख में वायरल तस्वीर को यूके के पीएम और गृहमंत्री के संदर्भ में इस्तेमाल किया गया है।
वायरल तस्वीर को प्राप्त लेख में 27 अप्रैल 2020 को प्रकाशित किया गया था। जबकि राम मंदिर का भूमि पूजन 5 अगस्त को किया गया था। इसलिए उक्त लेख से इस बात की पुष्टि हुई कि वायरल तस्वीर हाल की नहीं है।
इसके बाद वायरल तस्वीर की सटीक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने गूगल पर एक बार बारीकी से खंगाला। इस दौरान हमें फेसबुक पर यूके के प्रधानमंत्री बोरिस जोंसन के आधिकारिक हैंडल पर वायरल तस्वीर मिली। जिसे 8 दिसंबर साल 2019 को अपलोड किया गया था।

यहाँ जानकारी दी गयी है कि 7 दिसंबर 2019 को बोरिस जोंसन लंदन के नास्डेन मंदिर गए थे। जहां उन्होंने यूके की गृहमंत्री प्रीति पटेल के साथ मिलकर पूजा की थी।
इसके बाद हमने गूगल पर नास्डेन नाम के मंदिर को भी खोजा। गूगल पर मंदिर के बारे में जानकारी दी गयी है कि लंदन के उत्तरी पश्चिम इलाके में यह मंदिर स्थित है। साथ ही मंदिर के बार में बताया गया है कि यह श्री स्वामीनारायण का मंदिर है।

इसके अलावा हमें timesnow की वेबसाइट पर भी 8 दिसंबर साल 2019 को प्रकाशित एक लेख मिला जहां पूरे मामले की जानकारी दी गयी है।

Conclusion:
पड़ताल के दौरान उपरोक्त मिले तथ्यों से हमें पता चला कि वायरल तस्वीर हाल की नहीं बल्कि साल 2019 की है। जहां बोरिस जॉनसन यूके के गृहमंत्री के साथ स्वामीनारायण के मंदिर में पूजा कर रहे थे।
Result- Misleading
Our Sources
https://asianlite.com/news/uk-news/boris-calls-for-patience-as-toll-crosses-21000/
https://www.facebook.com/borisjohnson/posts/d41d8cd9/10156960640271317/
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