Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
देश में एक बार फिर कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है, बीते शुक्रवार को देश में कुल 44 हजार से ज्यादा मामले दर्ज किये गए। कोरोना के इन बढ़ते मामलों से देश में तीसरी लहर की चर्चा फिर गर्मा गयी है। ऐसे में केंद्र सरकार की चिंता भी बढ़ गयी है। विशेषज्ञों द्वारा बताया गया है कि सितंबर से अक्टूबर के बीच किसी भी समय, देश में कोरोना की तीसरी लहर दस्तक दे सकती है। इस दौरान देश भर में कोरोना के खिलाफ वैक्सीन अभियान भी तेजी से चल रहा है। मीडिया रिपोर्टों की मानें तो अब तक देश की करीब 50 फीसदी आबादी को वैक्सीन लग चुकी है। कोरोना वैक्सीन के अभियान को लेकर सोशल मीडिया पर कई भ्रामक दावे खूब वायरल हुए, जिनका फैक्ट चेक newschecker द्वारा किया गया है।
ऐसे में एक बार फिर, वैक्सीन को लेकर सोशल मीडिया पर भारतीय सैनिकों की ड्रेस में दिख रहे कुछ लोगों का एक वीडियो वायरल है। वीडियो में सैनिकों की ड्रेस में दिख रहे कई व्यक्तियों को जमीन पर लेटे हुए देखा जा सकता है। दावा किया गया है कि कोरोना वैक्सीन लगाने के बाद जब सैनिक परेड पर गए तो कई जवान बेहोश गए और उन्हें दिल का दौरा पड़ गया।
लेख लिखे जाने तक कई अन्य सोशल मीडिया यूज़र्स द्वारा भी इस वायरल दावे को शेयर किया गया है।
Fact Check / Verification
क्या कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद वीडियो में दिख रहे सैनिकों की तबियत ख़राब हो गई, इस बात का सच जानने के लिए हमने पड़ताल शुरू की। इस दौरान सबसे पहले वीडियो को InVid टूल की सहायता से कुछ कीफ्रेम में बदला और फिर एक कीफ्रेम को गूगल पर रिवर्स इमेज टूल की मदद से खोजना शुरू किया। इस प्रक्रिया में हमें वायरल वीडियो LiveNewsBharat नामक यूट्यूब चैनल पर मिला, जिसे बीते 21 अगस्त 2021 को अपलोड किया गया था।
प्राप्त यूट्यूब वीडियो के साथ दिए गए कैप्शन के मुताबिक, वायरल क्लिप पंजाब के पठानकोट की है, जहां 9 कॉर्प्स रेकी ट्रूप कॉम्पिटिशन (9 Corps recce troop competition) दौड़ प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले सैनिकों की गंभीर रूप से तबियत बिगड़ गयी, वहीं एक सैनिक की हीट स्ट्रोक के कारण मौत हो गई। प्राप्त यूट्यूब वीडियो में कही भी कोरोना या उसकी वैक्सीन से सैनिकों के बीमार होने का जिक्र नहीं किया गया है।
यूट्यूब पर मिली जानकारी की पुष्टि तथा वायरल वीडियो की अधिक जानकारी के लिए, हमने एक कीफ्रेम के साथ कुछ कीवर्ड्स की मदद से भी गूगल पर खंगाला, जिसके बाद हमें वायरल वीडियो News18 के पंजाबी यूट्यूब चैनल पर मिला। इस वीडियो को यूट्यूब चैनल पर 21 अगस्त, साल 2021 को अपलोड किया गया था।
प्राप्त वीडियो में न्यूज़ एंकर द्वारा जानकारी देते हुए बताया जा रहा है, ‘पठानकोट में आर्मी की ओर से मैराथन रेस का आयोजन किया गया था, जिसमें हिस्सा लेने वाले एक दर्जन से भी ज्यादा सैनिकों की सेहत बिगड़ गयी, वहीं एक की मौत भी हो गई। पठानकोट में भीषण गर्मी और उमस होने के कारण, मैराथन में हिस्सा लेने वाले सैनिकों की हालत गंभीर हो गई, इस दौरान एक सैनिक की मौत भी हो गयी। बीमार सैनिकों को पठानकोट के आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।’
इसके अलावा, पड़ताल के दौरान हमें मामले से संबंधित ABP न्यूज़ की वेबसाइट पर 21 अगस्त, 2021 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब के पठानकोट में शनिवार की सुबह, 9 कॉर्प्स रेकी ट्रूप कॉम्पिटिशन (9 Corps recce troop competition) का आयोजन किया गया था। जिसमें सैनिकों को भारी वजन और हथियारों के साथ 10 किलोमीटर की दौड़ में हिस्सा लेना का आदेश दिया गया। इसी दौड़ में हिस्सा लेने वाले एक सैनिक की भीषण गर्मी, उमस और थकान से मौत हो गई, वहीं दो दर्जन से भी ज्यादा सैनिक बीमार बताए जा रहे हैं।
Conclusion
पड़ताल के दौरान पता चला कि वायरल वीडियो में बीमार दिख रहे सैनिकों की सेहत, कोरोना वैक्सीन के कारण नहीं बल्कि भीषण गर्मी और उमस की वजह से बिगड़ी थी। इस दौरान भीषण गर्मी, उमस और थकान से एक सैनिक की मौत हो गई, वहीं दो दर्जन से भी ज्यादा सैनिकों को हालत पठानकोट के आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
Result – Misleading
Our Source
https://www.youtube.com/watch?v=2XqIMbO8PLQ
https://www.youtube.com/watch?v=uKQVe_Q4pl4
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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.