Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
सोशल मीडिया पर कुछ सैनिकों की एक तस्वीर वायरल की जा रही है। तस्वीर में सैनिकों को ठंडी बर्फ और चादर से लिपटे हुए देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि यह तस्वीर सियाचिन बॉर्डर की है जहां का तापमान (-50) डिग्री है। यह तस्वीर भारतीय सेना को सम्मानित करने के लिए तथा उनकी कठोर मेहनत को सलाम करने के लिए शेयर की जा रही है।
वायरल पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहाँ देखें।
Fact check/ Verification
इसमें कोई शक नहीं है कि भारतीय सेना अपने देश का अभिमान और गौरव बनाए रखने के लिए दिन-रात मेहनत करती है। कड़ाके की सर्दी हो यह भीषण गर्मी, भारतीय सेना का जवान हर कठिनाइयों से लोहा लेते हुए सदैव अपने देश की रक्षा करने के लिए पूरी ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का पालन करता है।
इसी ईमानदारी का दृश्य दिखाने के लिए ट्विटर के एक यूज़र ने बर्फ से पूरी तरह घिरे हुए कुछ जवानों की एक तस्वीर शेयर की है। जहां उसने जानकारी दी है कि यह तस्वीर सियाचिन में -50 डिग्री तापमान पर अपनी ड्यूटी निभा रहे भारतीय सेना के जवानों की है।
वायरल तस्वीर का सच जानने के लिए हमने सबसे पहले तस्वीर को गूगल पर रिवर्स इमेज टूल की सहायता से खोजना शुरू किया। इस दौरान हमने पाया कि वायरल तस्वीर इससे पहले भी कई बार वायरल हो चुकी है।
वायरल तस्वीर की अधिक जानकारी के लिए इसे यांडेक्स टूल पर भी खोजना शुरू किया। इस दौरान हमने पाया कि वायरल तस्वीर को साल 2016 में कई विदेशी ट्वीटर हैंडल्स द्वारा उनके देश का बताकर शेयर किया गया था।
खोज के दौरान हमें वायरल तस्वीर stopfake.org नाम की वेबसाइट पर 6 दिसंबर साल 2014 को छपे एक में मिली। लेख के मुताबिक तस्वीर में दिख रहे सैनिक रूस के हैं। उक्त लेख में वायरल तस्वीर को दो साल पहले का बताया गया है यानि यह तस्वीर साल 2012 से ही इंटरनेट पर मौजूद है।
Conclusion
वायरल तस्वीर की पड़ताल के दौरान उपरोक्त मिले तथ्यों से पता चला कि यह तस्वीर हालिया दिनों की नहीं बल्कि साल 2012 की है। साथ ही यह तस्वीर भारतीय सैनिकों की नहीं बल्कि रुसी सैनिकों की है।
Result-Misleading
Our Sources
https://www.stopfake.org/en/photo-fake-sleeping-ukrainian-soldiers-covered-with-snow/
https://twitter.com/birsen__kcktrk/status/800476767312084993
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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.