बागेश्वर धाम के धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की यात्रा बीते दिनों काफी सुर्ख़ियों में रही। नेता, अभिनेता से लेकर विदेशों तक से लोग इस यात्रा का हिस्सा बने। इसी बीच एक वीडियो को शेयर कर दावा किया गया कि उनकी यात्रा को पोस्टर दिखाते हुए मुस्लिम समाज के लोगों ने ‘औरगजेब जिंदाबाद’ के नारे लगाए। इस्कान से जुड़े चिन्मय दास की गिरफ्तारी से बांग्लादेश में कई जगह विरोध प्रदर्शन हुए। एक पोस्ट के जरिए दावा किया गया कि भीड़ ने ढाका कोर्ट में उनके वकील की हत्या कर दी। यूपी के संभल में कोर्ट के आदेश पर शाही मस्जिद का सर्वे करने पहुंची टीम पर समुदाय विशेष के लोगों ने हमला कर दिया। इसी घटना से जोड़कर एक वीडियो के जरिए दावा किया गया कि पुलिस द्वारा लाठी चार्ज किए जाने का वीडियो संभल का है। हालांकि, हमारी जांच में ये दावे फर्जी साबित हुए। कई अन्य खबरों पर वायरल हुए फेक दावों का फैक्ट चेक इस रिपोर्ट में पढ़ा जा सकता है।

क्या धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की पदयात्रा में मुस्लिमों ने लगाए ‘औरंगजेब जिंदाबाद’ के नारे?
सोशल मीडिया पर दावा किया गया कि बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की पदयात्रा में ‘औरंगजेब जिंदाबाद’ के नारे लगे। हमारी पड़ताल में यह दावा फर्जी साबित हुआ। फैक्ट चेक यहां पढ़ें।

क्या बांग्लादेश में चिन्मय कृष्ण दास के वकील की हुई हत्या?
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिये दावा किया गया कि चिन्मय दास के मुस्लिम वकील की ढाका कोर्ट में हत्या कर दी गई। हमारी जाँच में यह दावा फर्जी साबित हुआ। फैक्ट चेक यहां पढ़ें।

गोरखपुर का पांच साल पुराना वीडियो संभल हिंसा से जोड़कर वायरल
सोशल मीडिया यूजर्स ने एक वीडियो को शेयर कर दावा किया कि यह संभल में पुलिस द्वारा भीड़ पर की गई लाठीचार्ज का वीडियो है। हमारी जांच में यह दावा फर्जी निकला। फैक्ट चेक यहां पढ़ें।

क्या महाराष्ट्र के हालिया चुनाव के बाद ईवीएम के विरोध में सड़कों पर उतरे लोग?
एक वीडियो को शेयर कर यूजर्स ने दावा किया कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के बाद ईवीएम हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन हो रहा है। हमारी पड़ताल में यह दावा फर्जी निकला। फैक्ट चेक यहां पढ़ें।

क्या हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण में अरविंद केजरीवाल ने राहुल गांधी को किया अनदेखा?
सोशल मीडिया यूजर्स ने दावा किया कि हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने पहुंचे अरविंद केजरीवाल ने राहुल गाँधी से हाथ नहीं मिलाया। हमारी जांच में यह दावा फर्जी साबित हुआ। फैक्ट चेक यहां पढ़ें।
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