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दिवंगत बॉलीवुड अभिनेता दिलीप कुमार ने बीते बुधवार को इस दुनिया को अलविदा कह दिया। वह लंबे समय से बीमार थे। दिलीप कुमार के निधन पर देश की कई दिग्गज हस्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसी बीच सोशल मीडिया पर दिलीप कुमार को लेकर एक पोस्ट तेजी से वायरल हो रही है। पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि दिलीप कुमार उर्फ मोहम्मद यूसुफ खान ने अपनी 98 करोड़ की संपत्ति वक्फ बोर्ड के नाम कर दी।
पोस्ट से जुड़े आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है।
Fact Check/Verification
वायरल दावे का सच जानने के लिए, हमने गूगल पर कई कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। लेकिन हमें इससे जुड़ी कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली। हमने दिलीप कुमार के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर जाकर भी इस बारे में खंगाला। लेकिन हमें वहां भी इससे जुड़ी कोई जानकारी नहीं मिली। वहां पर भी दिलीप कुमार या उनके परिवार द्वारा ऐसी कोई घोषणा नहीं की गई थी।
दावे का सच जानने के लिए, हमने दिवंगत अभिनेता दिलीप कुमार के प्रवक्ता फैजल फारूकी से संपर्क किया। उन्होंने दावे का खंडन करते हुए कहा कि वक्फ बोर्ड को इस तरह का कोई डोनेशन नहीं दिया गया है। फेक दावा वायरल हो रहा है।
पड़ताल के दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ी BOOM की एक रिपोर्ट मिली। जिसे महाराष्ट्र वक्फ बोर्ड के सीईओ अनीस शेख से खास बातचीत करने के बाद प्रकाशित किया गया था। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र वक्फ बोर्ड के सीईओ अनीस शेख ने भी इस दावे का खंडन किया है। उनका कहना है कि ऑफिस के पास इस तरह के किसी डोनेशन की कोई जानकारी नहीं है।
आखिर क्या है वक्फ बोर्ड?
वक्फ बोर्ड एक मुस्लिम कानूनी संस्था है, जो कि देश के हर राज्य में मौजूद है। वक्फ बोर्ड मुस्लिम समुदाय से जुड़ी समस्याओं पर काम करता है। वक्फ बोर्ड में एक चेयरपर्सन, विधायक, राज्य सरकार द्वारा चुने गए 1 या फिर 2 सदस्य, और सांसद शामिल होते हैं।
मोहम्मद यूसुफ खान कैसे बने दिलीप कुमार?
दिलीप कुमार ने अपनी आत्मकथा की किताब वजूद और परछाई में बताया है, ‘उनको ना तो फिल्मों में काम करने में दिलचस्पी थी और ना ही अपना नाम बदलने में। लेकिन किस्मत की मर्जी के आगे किसी की नहीं चलती है। जब वो बतौर एक्टर बॉम्बे टॉकीज से जुड़े, तो उन्हें एक दिन बॉम्बे टॉकीज की प्रमुख देविका रानी ने दफ्तर में बुलाया। फिर उन्होंने कहा कि मैं तुम्हें जल्द से जल्द अभिनेता के रूप में सिनेमा के पर्दे पर उतारने की सोच रही हूं। लेकिन मुझे लगता है कि तुम्हारा फिल्मों के लिए एक अलग नाम होना चाहिए। जिससे दुनिया तुम्हें जानेगी और ऑडियंस खुद को तुम से जुड़ा हुआ महसूस करेंगे। दिलीप कुमार नाम कैसा रहेगा, तुम्हारे बारे में सोचते हुए अचानक ये नाम मुझे याद आ गया।’ इसके बाद इस तरह से यूसुफ खान ने दिलीप कुमार बनकर 1944 में अपनी पहली फिल्म ‘ज्वार भाटा’ से सुनहरे पर्दे पर आगाज किया।
Conclusion
हमारी पड़ताल में मिले तथ्यों के मुताबिक, वायरल दावा गलत है। दिलीप कुमार ने अपनी 98 करोड़ की संपत्ति वक्फ बोर्ड को दान नहीं की है।
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Result: False
Claim Review: दिलीप कुमार ने अपनी 98 करोड़ की संपत्ति मुस्लिम संस्था वक्फ बोर्ड को दान दी। Claimed By: Viral social media post Fact Check: False |
Our Sources
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