Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
कैप्शन के साथ सोशल मीडिया पर भाजपा सांसद किरण खेर की एक तस्वीर वायरल हो रही है। तस्वीर में दावा किया गया है कि किरण खेर ने बयान दिया है कि बलात्कार करना हमारी संस्कृति में है, हम इसे नहीं रोक सकते।
ट्वीट का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।
वायरल ट्वीट के दावे को साल 2019 तथा साल 2018 में भी सोशल मीडिया के कई यूज़र्स ने शेयर किया है।
Fact check / Verification
ट्विटर पर वायरल हो रहे दावे की पड़ताल आरम्भ की। पड़ताल के दौरान सबसे पहले भाजपा सांसद किरण खेर के वायरल बयान को मीडिया की खबरों में खंगाला। लेकिन गूगल पर मिले परिणामों के मुताबिक किरण खेर ने हालिया दिनों ऐसा कोई बयान नहीं दिया।
इसके बाद हमने किरण खेर के ट्विटर हैंडल तथा फेसबुक को खंगाला। जहां हमें उनके द्वारा ऐसा कोई भी विवादित बयान दिया हुआ नहीं मिला।
ट्विटर हैंडल
फेसबुक प्रोफाइल
इसके साथ ही हमने किरण खेर के इंस्टाग्राम हैंडल को भी खंगाला। लेकिन यहाँ भी हमें ऐसे किसी भी बयान की कोई जानकारी नहीं मिली। जहाँ भाजपा सांसद किरण खेर ने रेप से संबंधित कोई बयान दिया हो।
पड़ताल के दौरान हमें साल 2017 में ANI द्वारा एक ट्वीट में किरण खेर का एक वीडियो मिला। जहां चंडीगढ़ रेप की घटना में किरण खेर यह कहते हुए सुनाई दे रही हैं कि जब किसी ऑटो रिक्शा में तीन मर्द बैठे हैं तो उस ऑटो रिक्शा में नहीं बैठना चाहिए।
इसके साथ ही हमें दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर वायरल दावे को लेकर किया गया एक फैक्ट चेक प्राप्त हुआ। रिपोर्ट में सांसद के बयान को गलत बताया गया है।
Conclusion
पड़ताल के दौरान हमें पता चला कि भाजपा सांसद किरण खेर के नाम से वायरल हो रहा रेप हमारी संस्कृति है हम इसे नहीं रोक पाएंगे वाला बयान गलत है। सांसद किरण खेर ने रेप से संबंधित ऐसा कोई बयान नहीं दिया है।
Result-False
Our Sources
https://twitter.com/ANI/status/936136080184586240
https://twitter.com/KirronKherBJP
https://www.facebook.com/kirronkher14/
https://www.bhaskar.com/no-fake-news/news/bjp-mp-kirron-kher-s-wrong-statement-viral-01567829.html
Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.