Authors
An Electronics & Communication engineer by training, Arjun switched to journalism to follow his passion. After completing a diploma in Broadcast Journalism at the India Today Media Institute, he has been debunking mis/disinformation for over three years. His areas of interest are politics and social media. Before joining Newschecker, he was working with the India Today Fact Check team.
हल्दीराम को लेकर हुए विवाद के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि हल्दीराम वाले अपने फलाहारी नमकीन में मांस मिलाते पकड़े गए. जो वीडियो वायरल हो रहा है, वह सुदर्शन न्यूज़ चैनल का है जो पिछले दिनों काफी चर्चा में आया था.
वीडियो में सुदर्शन न्यूज़ की रिपोर्टर हल्दीराम के एक आउटलेट के मैनेजर से सवाल-जवाब करते नजर आ रही है. रिपोर्टर का कहना है कि हल्दीराम द्वारा हिंदुओं के व्रत के लिए बनाए गए फलाहारी नमकीन पर ‘उर्दू’ क्यों लिखी गई है और इसके जरिए कंपनी क्या छिपा रही है. इसको लेकर रिपोर्टर और आउटलेट की मैनेजर के बीच जमकर बहस हो रही है.
यह पोस्ट फेसबुक और ट्विटर पर काफी वायरल है. दरअसल, पिछले दिनों नवरात्र में मांसाहारी खाने का मुद्दा काफी चर्चा में रहा. कुछ जगहों पर नवरात्रि के दौरान मीट की दुकानें बंद करवाने को लेकर भी खबरें आईं. इसी बीच सुदर्शन न्यूज की यह विवादित वीडियो रिपोर्ट भी वायरल हुई, जिसमें हल्दीराम के आउटलेट पर चैनल की एक रिपोर्टर बवाल खड़ा करते नजर आई. स्टोर मैनेजर और रिपोर्टर के बीच हो रही यह बहसबाजी सोशल मीडिया पर काफी वायरल है.
Fact Check/Verification
वायरल हो रहा यह वीडियो 10 मिनट का है. हमने पूरे वीडियो को ध्यान से सुना, लेकिन इसमें कहीं पर भी सीधे तौर पर फलाहारी नमकीन में मांस मिलाते पकड़े जाने का जिक्र नहीं है. इस तरह का कोई वाक्या वीडियो में दिख भी नहीं रहा है.
सिर्फ एक जगह रिपोर्टर, स्टोर मैनेजर से पूछती है कि क्या हल्दीराम ने फलाहारी नमकीन बनाने में जानवरों के तेल या बीफ ऑयल का इस्तेमाल किया है. इस सवाल पर परेशान हो चुकी मैनेजर जवाब नहीं देती और रिपोर्टर से सिर्फ इतना बोलती है कि उन्हें जो सोचना है वह सोचें.
हल्दीराम के फलाहारी नमकीन में क्या-क्या सामग्री मिली होती है, यह जानने के लिए हमने इसके पैकेट को देखा, जहां हर चीज का ब्यौरा दिया रहता है. हल्दीराम के फलाहारी नमकीन के इसी पैकेट को दिखाकर वीडियो में सुदर्शन चैनल की रिपोर्टर आउटलेट में मौजूद कर्मचारियों से सवाल-जवाब कर रही है.
बताते चलें कि नमकीन के पैकेट पर हरे रंग के डॉट का निशान बना हुआ है. इसका मतलब कि यह खाद्य पदार्थ शाकाहारी है. पैकेट पर भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) का लोगो भी देखा जा सकता है, जो इस बात का प्रमाण है कि खाद्य पदार्थ मानकों के मुताबिक तैयार किया गया है.
पैकेट पर ‘उर्दू’ में क्या लिखा है?
पैकेट पर उर्दू में नहीं बल्कि अरबी भाषा में जानकारी लिखी है. हमारे अरबी भाषा के जानकार ने बताया कि पैकेट पर अरबी में नमकीन बनाने में इस्तेमाल हुई सामग्री ही लिखी गई है. सामग्री को अंग्रेजी में भी बताया गया है. इसे पढ़ने से यह साफ समझ आता है कि इसमें ऐसी कोई सामग्री नहीं है जो मांसाहारी हो.
पैकेट पर अरबी लिखने का क्या है कारण?
इस बारे में न्यूजचेकर को हल्दीराम के कोलकाता क्षेत्र के डायरेक्टर शरद अग्रवाल का एक बयान मिला. शरद ने द टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में बताया है कि हल्दीराम के प्रोडक्ट्स दुबई, इटली, स्पेन, फ्रांस जैसे कई अलग-अलग देशों में एक्सपोर्ट किए जाते हैं. हर देश के नियमों के अनुसार, प्रोडक्ट की जानकारी स्थानीय भाषा में देना अनिवार्य है. इसी कारण से हम लोग अपने प्रोडक्ट्स पर अलग-अलग भाषाओं का इस्तेमाल करते हैं. हल्दीराम के फलाहारी पैकेट पर भी “IMPORTED BY, STC/DUBAI” लिखा दिख रहा है.
Conclusion
इस तरह यह स्पष्ट हो जाता है कि हल्दीराम के फलाहारी नमकीन में मांस मिले होने का दावा झूठा है. साथ ही, यह बात भी अफवाह है कि हल्दीराम वाले फलाहारी नमकीन में मांस मिलाते हुए पकड़े गए.
Result: False Context/False
Our Sources
Our Analysis
Report of The Times Of India
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