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Fact Check
बिना परीक्षा के यूपी में पास नहीं किये जाएंगे उच्च शिक्षा के परीक्षार्थी, फेक दावा हुआ वायरल

Claim-
यूपी सरकार ने स्नातक और परास्नातक वाले छात्रों को बिना परीक्षा लिए पास करने का दिया आदेश।

जानिए क्या वायरल दावे का सच-
भारत में दिन प्रतिदिन कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में 21 दिनों के लिए बंदी का ऐलान किया है। जिसके कारण सभी राज्यों की बाजारें, स्कूल, दफ्तर और सभी भीड़भाड़ वाले इलाकों को बंद कर दिया गया है। वायरस के संक्रमण की गंभीरता को समझते हुए कुछ राज्य जैसे पंजाब, दिल्ली, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश की सरकारों ने 21 दिन के लिए कर्फ्यू का भी ऐलान किया है। इसी दौरान सोशल मीडिया पर ABP समाचार चैनल का एक स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है। जहां यह दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यामंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस के कारण स्नातक और परास्नातक के छात्रों को बिना परीक्षा दिए ही पास करने का ऐलान किया है।
Verification-
कोरोना वायरस के संक्रमण से होने वाले खतरे की गंभीरता को समझते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने पूरे प्रदेश में 14 अप्रैल तक के लिए बंदी का आदेश दिया है, इसी बीच कुछ इलाको में कर्फ्यू लगाने का भी ऐलान किया गया है। प्रदेश के सभी दफ्तर, स्कूल, बाजारें और भीड़भाड़ के इलाके बंद हैं। इस दौरान सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो हुआ है जहां दावा किया है कि प्रदेश की योगी सरकार ने स्नातक और परास्नातक के विद्यार्थियों को परीक्षा दिया बिना ही पास करने का ऐलान किया है।
हमने वायरल दावे की सत्यता जानने के लिए पड़ताल शुरू की। पड़ताल के पहले चरण में हमने कुछ कीवर्ड्स की सहायता से गूगल पर खोजा। इस दौरान प्राप्त परिणामों को नीचे दिए गए स्क्रीनशॉट पर देखा जा सकता है।

खोज में livemint नामक वेबसाइट में प्रकाशित लेख से पता चला कि कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को मद्देनजर रखते हुए सूबे के मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी संस्थाओ को बंद करने का ऐलान किया था। इसके चलते उन्होंने कक्षा 1 से कक्षा 8 तक के बच्चों को बिना परीक्षाओं के पास करने का आदेश भी दिया था। लेख में आगे बताया गया कि शिक्षा मंत्री का प्रभार संभाल रहे उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने आदेश का पालन करने के लिए सभी विद्यालयों को आदेश दे दिया है। साथ ही बताया गया कि बच्चों का प्रमोशन उनकी साल भर की कार्यशैली पर निर्भर करेगा। इस लेख में हमें कही भी स्नातक और परास्नातक के विद्यार्थियों के बारे में कोई जानकारी प्राप्त नहीं हुई।

वेबसाइट पर प्राप्त लेख की पुष्टि के लिए हमने गूगल पर और खोजा। इस दौरान हमें TimesofIndia की वेबसाइट पर 17 मार्च 2020 को प्रकाशित लेख प्राप्त हुआ जहां उपरोक्त वेबसाइट के लेख में प्रकाशित तथ्य की पुष्टि की गयी है। उक्त timesofindia के लेख में सिर्फ कक्षा 1 से कक्षा 8 तक के बच्चों को प्रमोट करने की बात कही गयी है।

इसके बाद वायरल दावे की सटीक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने उत्तर प्रदेश की वेबसाइट तथा ट्विटर हैंडल पर सभी विज्ञप्ति को भी खंगाला। लेकिन कहीं पर भी वायरल क्लेम की कोई जानकारी प्रकाशित नहीं हुई है।

पड़ताल के दौरान कई टूल्स और कीवर्ड्स का उपयोग करते हुए तथ्यों का बारीकी से अध्ययन करने पर उत्तर प्रदेश द्वारा स्नातक और परास्नातक के विद्यार्थियों को बिना परीक्षा के प्रमोट करने वाला वायरल दावा भ्रामक साबित हुआ।
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