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सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म शेयरचैट पर ऑस्ट्रेलियाई पौधा जिमपाई-जिमपाई को लेकर एक पोस्ट वायरल है। जिसमें ये दावा किया जा रहा है कि जिमपाई नामक पौधे को छू लेने से इतना दर्द होता है कि वो शख्स आत्महत्या करने पर मजूबर हो जाता है, क्योंकि इस पौधे के दर्द के आगे आत्महत्या करना आसान लगता है। इस पौधे को सुसाइड प्लांट के नाम से भी जाना जाता है।
Fact Check/Verification
वायरल दावे का सच जानने के लिए हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ी एक रिपोर्ट ऑस्ट्रेलिया की हेल्थ वेबसाइट Health Direct पर मिली। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, जिमपाई नामक पौधा आस्ट्रेलिया के उत्तरी जंगली इलाकों में पाया जाता है। ये दुनिया के सबसे खतरनाक पौधों में से एक है। जैसे ही कोई जानवर या आदमी इस पौधे के संपर्क में आता है, वैसे ही इसकी पत्तियों और तनों पर मौजूद सूई जैसे छोटे-छोटे रोएं उसकी त्वचा को भेदकर भीतर घुस जाते हैं और उसे असहनीय पीड़ा होने लगती है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह एक जहरीला पौधा है, जिसके संपर्क में आते ही मिनटों में इसका जहर असहनीय पीड़ा देना शुरू कर देता है। इस डंक का असर महीनों तक रह सकता है, ऐसा वेबसाइट में बताया गया है।
जब तक त्वचा में धंसे जिमपाई के रोएं बाहर नहीं निकलते हैं, तब तक शख्स को असहनीय पीड़ा, खुजली और सूजन का अहसास होता रहता है। इस पौधे के संपर्क में आने के बाद शख्स को ऐसा महसूस होता रहता है कि उसके ऊपर किसी ने एसिड डाल दिया है या फिर उसे बिजली का झटका लगा है। हायड्रोक्लोरिक एसिड के लेप या फिर वैक्स के जरिए इन रोयों को बाहर निकाला जाता है। लेकिन रिपोर्ट में कहीं भी ये नहीं लिखा है कि इसके संपर्क में आने के बाद शख्स खुद को मारने के लिए मजबूर हो जाता है।
पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए, हमने गूगल पर कई अन्य कीवर्ड्स के जरिए एक बार फिर से सर्च किया। इस दौरान हमें ऑस्ट्रेलियाई मीडिया में इस प्लांट की वजह से हुई मौत की कोई रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें इस बात का जिक्र हो कि इस पौधे के संंपर्क में आते ही लोग आत्महत्या कर लेते हैं। हमने ऑस्ट्रेलिया सरकार की वेबसाइट पर जाकर भी इस बारे में सर्च किया, वहां पर भी हमें ऐसा कुछ नहीं मिला। हालांकि ऑस्ट्रेलिया सरकार की वेबसाइट पर इस पौधे को लेकर चेतावनी जरूर दी गई है। वेबसाइट पर इस पौधे को खतरनाक बताते हुए इससे दूरी बनाए रखने के लिए कहा गया है।
पड़ताल के दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ी एक रिपोर्ट Wilderness & Environmental Medicine की वेबसाइट पर भी मिली, जिसे साल 2013 में प्रकाशित किया गया था। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, इस पौधे के संपर्क में आने से सिर्फ एक शख्स की मौत हुई है। ऑस्ट्रेलिया के New Guinea शहर में इस पौधे के संपर्क में आने से साल 1922 में एक शख्स की मौत हो गई थी। African Fact Checking वेबसाइट ने भी साल 2019 में इस दावे से जुड़ी रिपोर्ट को प्रकाशित किया था।
Conclusion
हमारी पड़ताल में मिले तथ्यों के मुताबिक, जिमपाई-जिमपाई नामक पौधे को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। पौधे के संपर्क में आना बहुत दर्दनाक होता है, लेकिन यह व्यक्ति को आत्महत्या के लिए उकसाता है इसके ठोस प्रमाण मौजूद नहीं हैं।
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Result: Misleading
Claim Review: जिमपाई-जिमपाई नामक पौधे के संपर्क में आने से आत्महत्या कर लेते हैं लोग। Claimed By: Viral social media post Fact Check: Misleading |
Our Sources
African Fact Checking-https://africacheck.org/fact-checks/fbchecks/touching-plant-doesnt-cause-suicide-extremely-painful-touch
Wemjournal-https://www.wemjournal.org/article/S1080-6032(13)00088-4/fulltext
Australia website –https://www.childrens.health.qld.gov.au/poisonous-plant-stinging-tree-dendrocnide-excelsa/
Health Direct –https://www.healthdirect.gov.au/stinging-plants
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