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Fact Check
बिहार में जीविका दीदियों को 10 हजार रुपये वापस करने के लिए नोटिस भेजा गया है।
वायरल दावा भ्रामक है। तकनीकी त्रुटि के चलते जीविका दीदी योजना की राशि कुछ पुरुषों के खातों में ट्रांसफर हो गई थी, जिसके बाद उन्हीं पुरुषों को धन वापसी का नोटिस जारी किया गया है।
विधानसभा चुनाव से पहले बिहार सरकार ने मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत जीविका दीदियों के बैंक खातों में 10-10 हजार रुपये भेजने की योजना शुरू की थी। इसके तहत राज्य की कई महिलाओं के खातों में राशि ट्रांसफर की गई। विधानसभा चुनाव में एनडीए को मिली प्रचंड जीत के बाद विपक्षी दलों ने इस योजना को लेकर सरकार पर वोटों के ध्रुवीकरण का आरोप लगाया था।
इसी संदर्भ में अब सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि जीविका दीदियों को 10 हजार रुपये वापस करने के लिए नोटिस भेजा गया है। वीडियो में कुछ महिलाएं एक रिपोर्टर से बातचीत करते हुए कहती नजर आ रही हैं कि पैसे खर्च हो चुके हैं और अब वे राशि वापस नहीं करेंगी। वीडियो में एक पत्र भी दिखाया गया है।
वीडियो पर लिखा है, “Vote के बदले नोट, जितनी महिलाओं ने 10 हजार लिया था, उनके पास अब मोदी जी नोटिस भेजे हैं।”
वहीं पोस्ट के कैप्शन में लिखा गया है, “जीविका दीदियों को 10 हजार वापस करने का नोटिस आ गया है। जीविका दीदियों ने सोचा था कि यह पैसा वोट के बदले नोट के तहत मिला है और वापस नहीं देना होगा। खुशी-खुशी गाते-झूमते वोट दिया, लेकिन अब पैसा लौटाना होगा।” पोस्ट में #जीविकादीदी, #बेरोज़गारी और #वोट_के_बदले जैसे हैशटैग भी लगाए गए हैं।
फेसबुक पोस्ट का आर्काइव यहां देखें। ऐसे अन्य पोस्ट्स यहां, यहां और यहां देखें।

बिहार में जीविका दीदियों के खातों में भेजे गए 10 हजार रुपये वापस लिए जाने के दावे की पड़ताल के दौरान वीडियो को ध्यान से देखने पर रिपोर्टर की माइक आईडी पर ‘बदलता हिन्दुस्तान’ का लोगो नजर आया। कीवर्ड सर्च करने पर हमें यह पूरा वीडियो बदलता हिन्दुस्तान के फेसबुक अकाउंट पर 14 दिसंबर को अपलोड किया हुआ मिला।
इस वीडियो के कैप्शन में लिखा है,“10 हजार वापस करने के लिए आया नोटिस, जनता ने कहा पहले मेरा वोट वापस करे सरकार। महिला की जगह पुरुष को आया 10 हजार, वापस करने के लिए जाले प्रखंड के इस गांव में कई लोगों को नोटिस आया है।”
पोस्ट में इस मामले को दरभंगा जिले के जाले प्रखंड से जुड़ा बताया गया है।
वीडियो में दिखाए गए नोटिस को पढ़ने पर स्पष्ट होता है कि यह पत्र किसी महिला के नाम नहीं, बल्कि बलराम सहनी के नाम जारी किया गया है। नोटिस में साफ तौर पर उल्लेख है कि योजना के तहत 10 हजार रुपये केवल जीविका दीदियों को दिए जाने थे, लेकिन तकनीकी त्रुटि के कारण यह राशि बलराम सहनी के बैंक खाते में ट्रांसफर हो गई। इसी वजह से प्रखंड परियोजना प्रबंधक, जाले की ओर से धन वापसी का नोटिस जारी किया गया।

बदलता हिंदुस्तान के फेसबुक अकाउंट पर 14 दिसंबर को एक और वीडियो अपलोड किया गया है, जिसमें रिपोर्टर उन पुरुषों से बातचीत करता नजर आता है, जिनके नाम पर धन वापसी का नोटिस जारी किया गया था। वीडियो के अनुसार, यह पूरा मामला दरभंगा जिले के जाले विधानसभा क्षेत्र के अहियारी दक्षिणी गांव से जुड़ा है।
पड़ताल के दौरान हमने वीडियो शूट करने वाले बदलता हिन्दुस्तान के पत्रकार तौहीद अहमद से भी बात की। उन्होंने बताया कि गांव की महिलाओं के नहीं, बल्कि कुछ पुरुषों के बैंक खातों में गलती से 10 हजार रुपये ट्रांसफर हो गए थे। इसके बाद सरकार की ओर से उन्हीं पुरुषों को राशि वापस करने के लिए नोटिस जारी किया गया। उन्होंने स्पष्ट किया कि वीडियो में नजर आ रही महिलाएं उन्हीं पुरुषों के परिवार या गांव की हैं, जो नोटिस के विरोध में अपनी प्रतिक्रिया दे रही थीं।
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हमने नोटिस प्राप्त करने वाले ग्रामीण बलराम सहनी से भी फोन पर बातचीत की। उन्होंने बताया कि वे विकलांग हैं और दिवाली के आसपास उनके खाते में 10 हजार रुपये आए थे। उन्हें लगा कि यह राशि किसी विकलांगता योजना के तहत भेजी गई है। हालांकि, नोटिस मिलने के बाद उन्हें वास्तविक स्थिति की जानकारी हुई।
बलराम सहनी ने बताया कि उनकी पत्नी के नाम पर सरकार की ओर से कोई राशि नहीं भेजी गई थी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वीडियो में दिख रही महिलाएं उनके पड़ोस की हैं और पुरुषों को नोटिस मिलने के विरोध में नाराजगी जता रही थीं। उन्होंने गांव की किसी महिला को धन वापसी का नोटिस मिलने के दावे को नकार दिया।
वायरल दावे पर अधिक जानकारी के लिए हमने दरभंगा की डीपीएम (जिला परियोजना प्रबंधक- जीविका) ऋचा गार्गी से बात की। उन्होंने बताया कि किसी भी जीविका दीदी को 10 हजार रुपये वापस करने से संबंधित कोई नोटिस जारी नहीं किया गया है। मानवीय और तकनीकी त्रुटि के कारण गलती से कुछ पुरुषों के बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर हो गए थे, जिन्हें वापस लेने के लिए नोटिस जारी किए गए।
उन्होंने बताया कि कुल 14 पुरुषों को धन वापसी का नोटिस भेजा गया था, जिनमें से अधिकांश से राशि रिकवर की जा चुकी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जीविका दीदियों से पैसे वापस लिए जाने का दावा पूरी तरह से निराधार है।
दरभंगा के जाले विधानसभा क्षेत्र के अहियारी गांव से जुड़े इस मामले पर कई समाचार संस्थानों ने भी रिपोर्ट प्रकाशित की हैं। सभी रिपोर्ट्स में यह साफ किया गया है कि तकनीकी खामी के चलते जीविका दीदी योजना की राशि कुछ पुरुषों के खातों में ट्रांसफर हो गई थी, जिसके बाद उन्हीं पुरुषों को धन वापसी का नोटिस जारी किया गया है।
पड़ताल के दौरान हमें राज्य सरकार की वेबसाइट पर भी जीविका दीदियों से पैसे वापस लिए जाने से संबंधित जारी कोई रिलीज या नोटिफिकेशन प्राप्त नहीं हुआ। इसके अलावा, खबर लिखे जाने तक दावे से संबंधित कोई विश्वसनीय रिपोर्ट नहीं मिली। यदि ऐसा हुआ होता तो यह एक बड़ी खबर बनती।
हमारी पड़ताल में मिले साक्ष्यों से स्पष्ट है कि बिहार में जीविका दीदियों से 10 हजार रुपये वापस लिए जाने का दावा भ्रामक है। तकनीकी त्रुटि के चलते दरभंगा के जाले प्रखंड के एक गांव में जीविका दीदी योजना की राशि कुछ पुरुषों के खातों में ट्रांसफर हो गई थी, जिसके बाद उन्हीं पुरुषों को धन वापसी का नोटिस जारी किया गया था।
Sources
Badalta Hindustan Fb Video’s On Dec 14, 2025
Telephonic Conversation With Reporter Tauheed ahmad
Telephonic conversation with the person who received the notice named Balram Sahni
Telephonic Conversation With DPM Darbhanga
Self Analysis
Runjay Kumar
December 17, 2025
Salman
December 16, 2025
JP Tripathi
December 16, 2025