गुरूवार, दिसम्बर 19, 2024
गुरूवार, दिसम्बर 19, 2024

HomeFact Checkहिरण का शिकार करते चीतों की यह तस्वीर कूनो नेशनल पार्क की...

हिरण का शिकार करते चीतों की यह तस्वीर कूनो नेशनल पार्क की नहीं है

Authors

A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर कर यह दावा किया गया कि विदेश से चीते बुलाकर देसी हिरणों को मारा जा रहा है.

Instagram will load in the frontend.
=

नामीबिया से आए चीतों को लेकर उपजा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. पूर्व में चीतों द्वारा कभी हिरण, कभी गाय तो कभी सूअर को मारने का दावा किया गया, Newschecker द्वारा इन दावों पर की गई पड़ताल को यहां पढ़ा जा सकता है. इसी क्रम में एक और तस्वीर विदेश से चीते बुलाकर देसी हिरणों को मारने के नाम पर शेयर की जा रही है.

Fact Check/Verification

विदेश से चीते बुलाकर देसी हिरणों को मारने के नाम पर शेयर की जा रही इस तस्वीर को गूगल सर्च करने पर हमें DNA द्वारा 14 फरवरी, 2017 को प्रकाशित एक लेख मिला, जिसमें यह जानकारी दी गई है कि यह तस्वीर Alison Buttigieg नामक फोटोग्राफर ने साल 2013 में ली थी. पूर्व में यही तस्वीर इस दावे के साथ वायरल हुई थी कि मादा इम्पाला ने चीतों से अपने बच्चों की जान बचाने के लिए खुद की जान दे दी. इस अवार्ड विनिंग तस्वीर को कैमरे में कैद करने वाली फोटोग्राफर इस घटना के बाद से ही डिप्रेशन की शिकार हो गई है. इसी दावे की जानकारी के लिए DNA ने फोटोग्राफर से संपर्क किया. Alison Buttigieg ने संस्था को जानकारी दी कि उन्होंने यह तस्वीर साल 2013 के सितंबर माह में Kenya स्थित The Maasai Mara Ecosystem में ली थी. दरअसल, Narasha नामक मादा चीता अपने बच्चों को शिकार करना सिखा रही थी, लेकिन बच्चे शिकार करने की बजाय इम्पाला के साथ खेलने लगे. इसके बाद मादा चीता ने इम्पाला को मार डाला. इम्पाला के मरने की इस घटना की तस्वीर को पिछले कई वर्षों से भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है.

विदेश से चीते बुलाकर देसी हिरणों को मारा जा रहा है.
DNA द्वारा प्रकाशित लेख का एक अंश

इसके अतिरिक्त, हमें BlackGrousePhotography नामक यूट्यूब चैनल द्वारा 1 दिसंबर, 2013 को प्रकाशित एक वीडियो प्राप्त हुआ. बता दें कि यह Narasha नामक मादा चीता द्वारा इम्पाला के शिकार की उसी घटना का वीडियो है, जिसकी तस्वीर को नामीबिया से भारत आए चीतों की बताकर शेयर किया जा रहा है.

DNA से बातचीत के दौरान Alison Buttigieg ने अपने उस वेबसाइट का लिंक भी शेयर किया है, जहां वायरल तस्वीर के साथ इसी घटना की कई अन्य तस्वीरें भी मूल रूप से प्रकाशित की गई थीं. इसके अतिरिक्त, वायरल तस्वीर को लेकर पूछे जाने वाले सवालों के जवाब में उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट शेयर कर घटना की पूरी जानकारी दी थी.

इसके अलावा, हमें उनके दूसरे फेसबुक पेज Alison Buttigieg Wildlife Photography, इंस्टाग्राम पेज Alison Buttigieg Photography तथा वेबसाइट द्वारा क्रमशः 15 नवंबर, 2016, 15 नवंबर, 2016 तथा 18 नवंबर, 2016 को शेयर किया गया एक अपडेट प्राप्त हुआ, जिसमें उन्होंने यह जानकारी दी थी कि उनकी इस तस्वीर ने Siena International Photography Awards जीता है. इसके साथ ही हमें उनकी वेबसाइट पर 10 मार्च, 2014 को प्रकाशित एक लेख प्राप्त हुआ, जिसमें उन्होंने इस तरह के मामलों में अपने अनुभव साझा किए हैं.

Instagram will load in the frontend.

बता दें कि वायरल तस्वीर केन्या की है और करीब 9 साल पुरानी है. गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में नामीबियाई चीतों को इसी साल 17 सितम्बर को लाया गया था.

Conclusion

इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि विदेश से चीते बुलाकर देशी हिरणों को मारने के नाम पर शेयर किया जा रहा यह दावा भ्रामक है. वायरल तस्वीर Alison Buttigieg नामक फोटोग्राफर ने साल 2013 में Kenya स्थित The Maasai Mara Ecosystem में ली थी, जिसे नामीबिया से आए चीतों द्वारा हिरण के शिकार के नाम पर शेयर किया जा रहा है.

Result: Missing Context

Our Sources

Report published by DNA on 14 February, 2017
Facebook posts shared by Alison Buttigieg

किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in

Authors

A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

Saurabh Pandey
A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

Most Popular