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Claim
देवघर कांग्रेस कार्यालय से गिरफ्तार किए नीट पेपर लीक के छह आरोपी.
Fact
देवघर पुलिस और देवघर जिला कांग्रेस अध्यक्ष दोनों ने इस दावे का खंडन किया है.
नीट पेपर लीक (NEET PAPER LEAK) मामले को लेकर सोशल मीडिया पर एक दावा काफी वायरल हो रहा है, जिसमें यह कहा जा रहा है कि झारखंड के देवघर से गिरफ्तार किए गए सभी 6 आरोपी देवघर कांग्रेस कार्यालय में छुपे हुए थे.
हालांकि, हमने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा पूरी तरह से फर्जी है. देवघर पुलिस और देवघर जिला कांग्रेस अध्यक्ष दोनों ने इस दावे का खंडन किया है.
गौरतलब है कि नीट पेपर लीक मामले में अभी तक 5 राज्यों से 27 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें से 13 गिरफ्तारियां बिहार से हुई हैं. इसके अलावा, गुजरात से 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं, महाराष्ट्र से 2, झारखंड से छह और पश्चिम बंगाल से एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है.
यह वीडियो 1 मिनट 24 सेकेंड का है, जिसमें पुलिस कुछ लोगों को लेकर जाती हुई दिख रही है. इस दौरान कुछ मीडियाकर्मी उन लोगों से सवाल पूछते हुए भी देखे जा सकते हैं. वीडियो में समाचार एजेंसी एएनआई का लोगो और अंग्रेजी में लिखा एक टेक्स्ट भी मौजूद है, जिसका हिंदी अनुवाद है, “नीट मामले के छह आरोपी झारखंड के देवघर कांग्रेस कार्यालय में छुपे हुए थे.
वीडियो को वायरल दावे वाले कैप्शन के साथ शेयर किया गया है, जिसमें यह लिखा हुआ है “नीट पेपर लीक के आरोपियों को झारखंड के देवघर से गिरफ्तार किया गया, वो कांग्रेस के दफ़्तर में छुपे बैठे थे. गजब की कलाबाजी है कांग्रेस की. पहले पेपर लीक करवाओ और फिर उस पर हंगामा मचाओ”.
इसके अलावा इसी तरह के दावे कई और X हैंडल से भी शेयर किए गए हैं.
Fact Check/Verification
Newschecker ने वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए सबसे पहले एएनआई के X अकाउंट को खंगाला, क्योंकि वीडियो में एएनआई का लोगो मौजूद था. इस दौरान हमें यह वीडियो 23 जून को पोस्ट किया गया मिला.
इस वीडियो के साथ मौजूद अंग्रेजी कैप्शन में लिखा हुआ था, “UG NEET मामले में गिरफ्तारी किए गए 6 आरोपियों को मेडिकल जांच के बाद पटना के एलएनजेपी अस्पताल से ले जाया गया. बिहार पुलिस ने इन आरोपियों को 21 जून को झारखंड के देवघर से गिरफ्तार किया था”. हालांकि इस दौरान कहीं भी देवघर कांग्रेस कार्यालय का ज़िक्र नहीं था.
संबंधित कीवर्ड्स को गूगल सर्च करने पर हमें लाइव हिंदुस्तान की वेबसाइट पर 23 जून 2024 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली.
हिंदुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने नीट पेपर लीक मामले में देवघर के देवीपुर थाना क्षेत्र में एम्स के पास स्थित झुन्नू सिंह के मकान से प्रशांत कुमार, अजीत कुमार, बलदेव कुमार, पंकु कुमार, परमजीत सिंह और राजीव कुमार को गिरफ्तार किया गया था. हालांकि, ईओयू ने प्रशांत कुमार और अजीत कुमार की संलिप्तता नहीं होने पर दोनों को जेल नहीं भेजा और बाकी चारों आरोपियों को मेडिकल चेकअप के बाद जेल भेज दिया.
इसके अलावा, हमें इस मामले में दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर भी प्रकाशित रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में देवघर सदर के एसडीपीओ ऋत्विक श्रीवास्तव का बयान मौजूद था. ऋत्विक श्रीवास्तव के अनुसार, पेपर लीक मामले में एक इनपुट मिलने के बाद एक आरोपी के मकान से पुलिस ने छह लोगों को हिरासत में लिया था. जिसमें बिहार के नालंदा जिले के रहने वाले परमजीत सिंह उर्फ बिट्टू, चिंटू उर्फ बलदेव कुमार, काजू उर्फ प्रशांत कुमार, अजीत कुमार, राजीव कुमार उर्फ कारू और पिंकू कुमार थे.
इस दौरान हमें एनडीटीवी की वेबसाइट पर भी प्रकाशित रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में बताया गया था कि बिहार पुलिस की सूचना पर देवघर पुलिस ने देवीपुर स्थित एम्स देवघर के पास के एक मकान से छह लोगों को हिरासत में लिया था. इनमें से किसी भी रिपोर्ट में देवघर कांग्रेस कार्यालय से आरोपियों की गिरफ़्तारी का कोई ज़िक्र नहीं था.
इसलिए हमने अपनी जांच को आगे बढ़ाते हुए देवघर के एक स्थानीय पत्रकार से भी संपर्क किया. उन्होंने बताया कि “बिहार पुलिस और देवघर पुलिस की संयुक्त टीम ने नीट मामले में करीब 6 आरोपियों को देवीपुर में एम्स देवघर के पास एक अर्धनिर्मित मकान से गिरफ्तार किया था. वह मकान कोई कांग्रेस कार्यालय नहीं है. बल्कि यह अभियुक्तों के ही जान-पहचान के एक व्यक्ति का था”.
हमने देवघर सदर के एसडीपीओ ऋत्विक श्रीवास्तव से भी संपर्क किया. उन्होंने भी साफ़ किया कि “नीट पेपर लीक में देवघर से जिन 6 लोगों को हिरासत में लिया गया था, वे सभी देवीपुर स्थित एम्स के पास एक मकान से गिरफ्तार किए गए थे. कांग्रेस कार्यालय से अभियुक्तों को गिरफ्तार किए जाने का दावा पूरी तरह से गलत है”.
हमने अपनी जांच को पुख्ता करने के लिए देवघर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष प्रो उदय प्रकाश से भी संपर्क किया. उन्होंने भी बताया कि “नीट मामले में किसी की भी गिरफ़्तारी देवघर कांग्रेस कार्यालय से नहीं हुई है. यह पूरी तरह से फर्जी है. ये सभी गिरफ्तारियां देवीपुर से हुई हैं”.
Conclusion
हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह साफ़ है कि देवघर कांग्रेस कार्यालय से नीट पेपर लीक के आरोपियों को गिरफ्तार किए जाने का वायरल दावा फर्जी है.
Result: False
Our Sources
Article Published by Live hindustan on 23rd June 2024
Article Published by Dainik Bhaskar on 22nd June 2024
Article Published by NDTV on 22nd June 2024
Telephonic Conversation with Local Journalist from Deoghar
Telephonic Conversation with Deoghar Sadar SDPO
Telephonic Conversation with Deoghar Congress Head
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