शनिवार, नवम्बर 2, 2024
शनिवार, नवम्बर 2, 2024

होमFact Checkप्रियंका गांधी की पुरानी तस्वीर गलत दावे के साथ सोशल मीडिया पर...

प्रियंका गांधी की पुरानी तस्वीर गलत दावे के साथ सोशल मीडिया पर हो रही है वायरल

Authors

A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

सोशल मीडिया पर कांग्रेस नेत्री प्रियंका गाँधी वाड्रा की एक तस्वीर खूब वायरल हो रही है। तस्वीर में प्रियंका गाँधी को लाल रंग की साड़ी पहनकर एक मंदिर के अंदर खड़े हुए देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि बिहार विधानसभा चुनावों के प्रचार की यात्रा के दौरान प्रियंका अपनी दादी की साड़ी पहनकर इलाकों का दौरा लगा रही हैं।

ट्वीट का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।

प्रियंका गाँधी की लाल साड़ी वाली इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर कई अन्य यूज़र्स ने भी शेयर किया है

Fact check / Verification

बिहार विधान सभा चुनाव इस बार बड़ा दिलचस्प होता दिख रहा है, मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक बिहार विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेने के लिए सूबे के DGP ‘गुप्तेश्वर पांडेय’ ने भी अपनी नौकरी के निर्धारित समय सीमा से पहले ही VRS ले लिया है। लेकिन उनका नाम जदयू की घोषित उम्मीदवारों की सूची से गायब है।

इसी बीच सोशल मीडिया पर कांग्रेस की दिग्गज नेता प्रियंका गाँधी वाड्रा की एक एक तस्वीर उक्त दावे के साथ शेयर की जा रही है। वायरल तस्वीर में प्रियंका गाँधी को लाल रंग की साड़ी पहने हुए देखा जा सकता है। तस्वीर के साथ वायरल हो रहे दावे की सत्यता जानने के लिए हमने अपनी पड़ताल आरम्भ की। पड़ताल के दौरान हमने वायरल तस्वीर को गूगल पर रिवर्स इमेज टूल के माध्यम से खोजना शुरू किया।

जहां खोज में हमें वायरल तस्वीर फेसबुक के एक पोस्ट में मिली। जहां वायरल तस्वीर को फेसबुक पर 3 अक्टूबर साल 2018 में अपलोड किया गया था।

प्रियंका गाँधी लाल साड़ी

उपरोक्त मिले फेसबुक पोस्ट से हमें पता चला कि प्रियंका गाँधी की वायरल तस्वीर हाल की नहीं बल्कि कुछ वर्ष पुरानी है। इसके बाद वायरल तस्वीर की सटीक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने गूगल पर कुछ संबंधित कीवर्ड्स की सहायता से खोजना शुरू किया।

इस दौरान हमें gettyimage नाम की वेबसाइट पर वायरल तस्वीर से काफ़ी हद तक मेल खाती एक दूसरी तस्वीर मिली। जहां प्रियंका को उसी लाल रंग की साड़ी पहने हुए देखा जा सकता है जो उन्होंने वायरल तस्वीर में पहनी हुई है।

प्रियंका गाँधी लाल साड़ी

वेबसाइट पर तस्वीर के कैप्शन में जानकारी दी गयी थी प्रियंका गाँधी की इस तस्वीर को 12 अप्रैल साल 2009 को खींचा गया था। जब प्रियंका अमेठी में चुनाव के दौरान अपने भाई राहुल गाँधी के लिए प्रचार कर रही थीं।

इसके बाद वायरल तस्वीर को खोजने के लिए हमने उपरोक्त मिली जानकारी के अनुसार गूगल पर खंगालना शुरू किया। जिसके बाद हमें वायरल तस्वीर flickr.com नाम की वेबसाइट पर मिली।

प्रियंका गाँधी लाल साड़ी

इस दौरान यहाँ भी तस्वीर की जानकारी देते हुए यह बताया गया है कि वायरल तस्वीर अप्रैल साल 2009 की है। जब प्रियंका गाँधी अमेठी में चुनाव के दौरान अपने भाई के लिए प्रचार कर रही थीं।

Conclusion

पड़ताल के दौरान मिले तथ्यों से पता चला कि लाल रंग की साड़ी पहने हुए प्रियंका गाँधी की वायरल तस्वीर हाल की नहीं बल्कि साल 2009 में उत्तर प्रदेश के अमेठी में हो रहे चुनाव के दौरान की है। जहां प्रियंका अपने भाई राहुल गाँधी के लिए चुनाव प्रचार कर रही थीं।

Result:Misleading

Our Sources

https://www.gettyimages.in/detail/news-photo/priyanka-gandhi-vadra-smiles-as-she-leaves-a-durga-temple-news-photo/85970322?adppopup=true

https://www.flickr.com/photos/28101929@N08/3433970547/in/photolist-6ewadU-6erZNK-6ew9ny-6ew9Dy-6es2H2-6ew9Z1-6ewaVm-6ewato/

किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें:9999499044या ई-मेल करें:checkthis@newschecker.in

Authors

A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

Nupendra Singh
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

Most Popular