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बीजेपी कार्यकर्ताओं के आपसी झड़प का पुराना वीडियो गलत दावे के साथ सोशल मीडिया पर हुआ वायरल

Authors

A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

सोशल मीडिया पर कुछ लोगों की झड़प का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो शेयर करने वाले यूज़र का दावा है कि यह वीडियो हरियाणा का है जहां नए कृषि कानून के पास होने के बाद भाजपा नेता की पिटाई की जा रही है।

ट्वीट के आर्काइव लिंक को यहाँ देखा जा सकता है।

Fact Check / Verification

केंद्र सरकार द्वारा नया कृषि कानून लागू करने के बाद देश की राजनीति गर्मा गयी है। जहां एक तरफ सरकार इस कानून को किसानों के हित में बता रही है, वहीं दूसरी तरफ विपक्ष और कई किसान संगठन इस कानून को किसान विरोधी बता रहे हैं।

केंद्र सरकार का कहना है कि नए कृषि कानून से किसान अपनी फसल देश के किसी भी कोने में खुद बेच सकता है। इससे बिचौलियों का काम खत्म हो जायेगा। जिससे किसानों को उनकी फसल का सही दाम मिल सकेगा। वहीं विपक्षी दलों का कहना है कि इससे उनकी फसल का न्यूनतम विक्रय मूल्य ख़त्म हो जायेगा, जिसके बाद किसानों का शोषण बढ़ेगा। 

इसी कानून से नाराज़ किसानों के सैकड़ों संगठन सड़क पर उतर आये हैं, और देश के कोने-कोने में धरना प्रदर्शन कर केंद्र सरकार से इस कानून को वापस करने की मांग कर रहे हैं।

इसी बीच सोशल मीडिया पर एक भाजपा नेता की पिटाई का वीडियो वायरल हो रहा है। दावा किया गया है कि यह वीडियो हरियाणा से है, जहां नाराज़ किसानों ने भाजपा नेता की पिटाई कर दी।

वीडियो के साथ वायरल हो रहे दावे का सच जानने के लिए हमने अपनी पड़ताल आरम्भ की। सबसे पहले हमने वीडियो को कुछ कीफ्रेम्स में तोड़कर गूगल पर खोजना शुरू किया। लेकिन गूगल पर प्राप्त परिणामों से हमें वायरल वीडियो की कोई जानकारी प्राप्त नहीं हुई।

वीडियो की सही जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने कीफ्रेम्स के साथ कुछ संबंधित कीवर्ड्स की भी सहायता ली। जिसके बाद हमें वायरल वीडियो फेसबुक पर हाल ही में 18 सितंबर को किये गए एक पोस्ट में मिला। लेकिन यहाँ वीडियो किसी अन्य दावे के साथ शेयर किया गया है।

वायरल वीडियो की सटीक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने गूगल पर बारीकी से खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें उक्त वीडियो यूट्यूब पर KADAK नाम के एक चैनल पर मिला। जहां वायरल वीडियो को साल 2019 में अपलोड किया गया है।

यूट्यूब पर पोस्ट हुए इस वीडियो के कैप्शन में जानकारी दी गयी है कि अजमेर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में बीजेपी प्रत्याशी भागीरथ चौधरी के समर्थन में गुरुवार को एक जनसभा आयोजित की गयी थी जिसके बाद पार्टी के नेता आपस में भिड़ गए।

यूट्यूब पर मिले इस वीडियो के बारे में अधिक जानकारी के लिए कुछ सम्बंधित कीवर्ड्स के माध्यम से गूगल खंगालना शुरू किया। जिसके बाद हमें india today की वेबसाइट पर साल 2019 में छपे एक लेख में वायरल वीडियो की पूरी जानकारी मिली।

लेख के मुताबिक यह घटना साल 2019 की है। जब अजमेर की लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी भगीरथ चौधरी के समर्थक उनका प्रचार कर रहे थे।

इसके अलावा घटना की जानकारी news18 द्वारा यूट्यूब पर अपलोड किये गए वीडियो में भी देखी जा सकती है।

Conclusion

वीडियो की पड़ताल में हमें पता चला कि वायरल हो रहा दावा गलत है। दरअसल यह वीडियो हाल का नहीं बल्कि साल 2019 का है। साथ ही इस वीडियो का हाल के कृषि कानून से कोई संबंध नहीं है,असल में यह वीडियो राजस्थान का है जहां लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा के दो गुटों में विवाद हो गया था।


Result:Misleading

Our Sources

https://www.youtube.com/watch?v=DhRbxQ54zQs

https://www.youtube.com/watch?v=qwF16I3AOFE

https://www.indiatoday.in/elections/lok-sabha-2019/story/bjp-workers-clash-ajmer-masuda-rally-1500120-2019-04-12


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Authors

A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

Nupendra Singh
Nupendra Singh
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

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