Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है। वीडियो में एक व्यक्ति को कुछ लोगों की भीड़ में पैसा बांटते हुए देखा जा सकता है। वीडियो शेयर करने वाले यूज़र का दावा है कि लोगों में पैसा बांटने वाला व्यक्ति टीआरएस पार्टी का सदस्य है, जो हाल ही में तेलंगाना के दुब्बक विधानसभा सीट पर हो रहे उप चुनाव में टीआरएस पार्टी के प्रत्याशी के लिए लोगों के वोट पैसे देकर खरीद रहा है।
ट्वीट का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।
Fact check / Verification
भारत में आमतौर पर चुनाव के दौरान प्रत्याशियों या उनके समर्थकों द्वारा मतदाताओं को पैसे बांटे जाने की ख़बरें सामने आती हैं। इस दौरान भारत के कई राज्यों में विधानसभा तथा लोकसभा सीटों पर चुनाव व उपचुनाव हो रहे हैं। तो ऐसे में ट्विटर पर तेलंगाना के दुब्बक विधानसभा सीट पर हो रहे उप चुनाव को लेकर एक वीडियो तेलंगाना के भाजपा नेता ने उपरोक्त दावे के साथ पोस्ट किया है, जिसे अब तब सैकड़ों लोगों ने लाइक तथा रिट्वीट किया है।
वायरल वीडियो में हमने गौर किया कि कोरोना काल के दौरान जहाँ एक तरफ तेलंगाना में वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या दो लाख के पार हो चुकी है, वहाँ कोई भी मास्क तथा सोशल डिस्टन्सिंग की गाइडलाइन का पालन करते हुए नजर नहीं आ रहा है। इससे हमें वायरल वीडियो के पुराने होने की आशंका हुई जिसके बाद हमने अपनी पड़ताल आरम्भ की।
पड़ताल के दौरान हमने सबसे पहले वायरल वीडियो को InVid टूल के माध्यम से कुछ कीफ्रेम्स में तोड़कर गूगल पर रिवर्स इमेज टूल के मदद से खोजना शुरू किया। लेकिन हमें गूगल पर वायरल वीडियो से संबंधित कोई उचित परिणाम प्राप्त नहीं हुए।
इसके बाद हमने वीडियो की जानकारी प्राप्त करने के लिए गूगल पर कीफ्रेम्स के साथ-साथ कुछ संबंधित कीवर्ड्स के साथ भी गूगल पर सर्च किया। जिसके बाद हमें वायरल वीडियो से मेल खाता एक वीडियो यूट्यूब के किसी अन्य भाषा के न्यूज़ चैनल पर प्राप्त हुआ।
यूट्यूब पर प्राप्त वीडियो को 20 जनवरी साल 2020 को अपलोड किया गया था। इसके साथ ही वीडियो के कैप्शन में अंग्रेजी भाषा में यह जानकारी दी गयी थी कि टीआरएस के प्रत्याशी पेद्दापल्ली और साथूपल्ली जिले में पैसे बांट रहे हैं।
प्राप्त वीडियो और वायरल वीडियो की तुलना
इस दौरान दोनों वीडियो की तुलना करने पर हमने पाया कि वायरल वीडियो का भी जिक्र उपरोक्त यूट्यूब के किसी अन्य भाषा वाले वीडियो में किया जा रहा है। जिसके बाद हमने वायरल वीडियो की अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए बारीकी से गूगल पर खोजना शुरू किया।
खोज के दौरान हमें यूट्यूब पर ही वायरल वीडियो CVR news नामक चैनल पर भी मिला। यहाँ वायरल वीडियो को एक न्यूज़ के तौर पर 21 जनवरी साल 2020 को दर्शाया गया है।
वीडियो में जानकारी दी जा रही है कि जनवरी साल 2020 में साथूपल्ली में हो रहे नगर पालिका चुनाव के दौरान टीआरएस पार्टी के सदस्य अपनी पार्टी के प्रत्याशी को जिताने के लिए लोगों के वोट पैसे देकर खरीद रहे हैं। बता दें कि यह जानकारी वीडियो के कैप्शन में अंग्रेजी भाषा में दी गयी है।
इसके बाद ज्यादा जानकारी के लिए हमने गूगल मैप पर साथूपल्ली और दुब्बक की दूरी भी नापी। जहाँ हमने पाया कि दुब्बक और साथूपल्ली की कुल दूरी 312 किलोमीटर की है।
Conclusion
वायरल वीडियो की पड़ताल के दौरान उपरोक्त मिले तथ्यों से पता चला कि लोगों में पैसे बांटने वाला व्यक्ति टीआरएस पार्टी का सदस्य जरूर है। लेकिन यह तेलंगाना की दुब्बक विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव के दौरान का नहीं बल्कि जनवरी साल 2020 में तेलंगाना के साथूपल्ली जिले में हो रहे नगर पालिका चुनाव के दौरान का है। वायरल वीडियो का हाल ही में हो रहे उपचुनाव से कोई संबंध नहीं है।
Result – Misleading
Our Sources
https://www.youtube.com/watch?v=DJEXO5LEqrk
https://www.youtube.com/watch?v=Wf9TLcyDGYk
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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.