Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
सोशल मीडिया पर मास्क पहने एक युवती की तस्वीर वायरल हो रही है। तस्वीर शेयर करने वाले यूज़र्स का दावा है कि उक्त तस्वीर रूस के राष्ट्रपति व्लादमीर पुतिन के बेटी की है। जिन्होंने कोरोनावायरस वैक्सीन के परीक्षण के लिए खुद को समर्पित कर दिया था।
वायरल पोस्ट के लिंक को यहाँ देखें
इस वायरल पोस्ट को ट्विटर पर भी कई अन्य यूज़र्स ने शेयर किया है।
Fact check / Verification
कोरोनावायरस ने अपने प्रकोप से दुनिया भर के देशों की कमर तोड़ दी है। इसके प्रकोप से बचने के लिए विश्व के सभी वज्ञानिक इसकी दवा खोजने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन इसी बीच रूस के राष्ट्रपति ने इसकी वैक्सीन बनाने का दावा कर दिया है।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक रूस में कोरोनावायरस की वैक्सीन के परीक्षण के लिए वहाँ के राष्ट्रपति व्लादमीर पुतिन की बेटी ने खुद को स्वेच्छा से समर्पित कर दिया था। इसी को लेकर सोशल मीडिया पर एक युवती की तस्वीर के साथ उक्त दावा किया जा रहा है
दावे की सत्यता जानने के लिए हमने अपनी पड़ताल आरम्भ की। पड़ताल में हमने सबसे पहले पुतिन के बेटी के बारे में खोजा। इस दौरान हमें टाइम्स ऑफ़ इंडिया की वेबसाइट पर प्रकाशित लेख से पता चला कि उनकी दो बेटियाँ हैं। जिनमें से एक हैं मारिया माशा और दूसरी बेटी का नाम है कैटरीना कात्या।
इसके बाद हमने दोनों बेटियों की तस्वीर की वायरल मास्क वाली युवती की तस्वीर से तुलना की। जहां हमें प्राप्त दोनों बेटियों की तस्वीर का वायरल तस्वीर से कोई मेल नहीं मिला।
इसके बाद हमने वायरल तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज टूल की मदद से खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें वायरल तस्वीर chinadaily.com नाम की वेबसाइट पर 15 जुलाई 2020 को प्रकाशित हुए एक लेख में मिली।
लेख में जानकारी दी गयी है कि स्वास्थ्य कर्मी द्वारा मास्को में एक वालेंटियर पर कोरोना वायरस की वैक्सीन का परीक्षण किया जा रहा है।
इसके बाद हमें यूट्यूब पर 26 जून 2020 को अपलोड हुआ एक वीडियो मिला। वीडियो वायरल तस्वीर वाली युवती का ही था जहां वह किसी अन्य भाषा में कुछ बोल रही थी। वीडियो के साथ दिए गए कैप्शन में इस बात की जानकारी दी गयी है कि युवती का नाम नताल्या है।
इसके बाद हमें 14 जुलाई 2020 को किसी अन्य भाषा में प्रकाशित हुई एक रिपोर्ट मिली। जहां मास्क वाली युवती का वीडियो भी अपलोड किया गया है।
गूगल ट्रांसलेटर की मदद से हमें पता चला कि लेख में जानकारी दी गयी है कि गामालेया संस्थान द्वारा विकसित COVID-19 वैक्सीन का मॉस्को के बर्डेनको मिलिट्री अस्पताल में भी परीक्षण किया गया था, जहां स्वेच्छा से वैक्सीन के परीक्षण में भाग लेने वालों पर दवा के दूसरे कम्पोनेंट का इंजेक्शन लगाया गया था। लेख में आगे यह भी जानकारी दी गयी है कि युवती का नाम नताल्या है।
Conclusion
पड़ताल के दौरान हमें पता चला कि मास्क पहने हुई युवती की तस्वीर रूस के राष्ट्रपति व्लादमीर पुतिन की बेटी की नहीं बल्कि कोरोनावायरस वैक्सीन के परीक्षण के लिए स्वेच्छा से भाग लेने वाली युवती की है। उपरोक्त मिले लेखों के मुताबिक युवती का नाम नताल्या (रुसी भाषा से अनुवाद किया हुआ) है।
Result-Misleading
Our Sources
https://newstube.mirtesen.ru/blog/43743054493/Kogda-mozhno-budet-ispolzovat-vaktsinu-ot-koronavirusa
https://www.youtube.com/watch?v=1Z0yeIbnam4
https://www.chinadaily.com.cn/a/202007/15/WS5f0e6653a3108348172598e3.html
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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.