Authors
An enthusiastic journalist, researcher and fact-checker, Shubham believes in maintaining the sanctity of facts and wants to create awareness about misinformation and its perils. Shubham has studied Mathematics at the Banaras Hindu University and holds a diploma in Hindi Journalism from the Indian Institute of Mass Communication. He has worked in The Print, UNI and Inshorts before joining Newschecker.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया गया है कि पीएम मोदी ने हैदराबाद में बनवा दी सबसे बड़ी हिंदू मूर्ति। वायरल वीडियो में ग्राफिक्स और वाइस ओवर के माध्यम से बताया जा रहा कि है किस तरह पीएम नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी के घर से कुछ ही दूरी पर हिंदुओं की सबसे बड़ी मूर्ति बनवा दी है।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ट्विटर पर वायरल वीडियो शेयर करते हुए दावा किया है कि,”अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे।”
(उपरोक्त ट्वीट का आर्काइव लिंक यहां देखा जा सकता है।)
सोशल मीडिया पर एक अन्य ट्विटर यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “216 फीट ऊंची स्वामी रामानुजाचार्य की मूर्ति ( स्टैचू ऑफ इक्वलिटी ) ओवैसी के गढ़ हैदराबाद में बनाई गई है। मोदी जी फरवरी में इसका लोकार्पण करने वाले हैं। मेरा देश अपने प्राचीन सनातन धर्म की और बढ़ रहा है। धन्यवाद @narendramodi जी #फिर_से_योगी_सरकार”
(उपरोक्त ट्वीट को अक्षरश: लिखा गया है।)
(उपरोक्त ट्विट का आर्काइव लिंक यहां देख सकते हैं।)
एक अन्य ट्विटर यूजर ने वायरल वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “ओवेसी की छत से दिखेगी भारत की सबसे बड़ी व विश्व की दुसरी बैठी हुई मूर्ति, श्री रामानुजाचार्य जी की हिन्दू मूर्ति… फरवरी में होगा उद्घाटन”
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(उपरोक्त ट्वीट को अक्षरश: लिखा गया है।)
वही फेसबुक पर एक यूजर ने वायरल वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “ओवैसी के गढ़ में सबसे ऊंची हिंदू मूर्ती… स्टेच्यू ऑफ इक्वैलिटी….”
(उपरोक्त ट्वीट को अक्षरश: लिखा गया है।)
Fact Check/Verification
क्या पीएम मोदी ने ओवैसी के संसदीय क्षेत्र हैदराबाद में बनवा दी हिंदुओं की सबसे बड़ी मूर्ति? सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस दावे की पड़ताल के लिए, हमने inVid टूल की मदद से वीडियो के कुछ कीफ्रेम बनाये। इसके बाद एक कीफ्रेम के साथ गूगल रिवर्स सर्च किया।
इस दौरान हमें Money Bhaskar पर 2 जनवरी 2022 को प्रकाशित एक रिपोर्ट प्राप्त हुई। रिपोर्ट के अनुसार, भारत के हैदराबाद में 216 फीट ऊंची स्वामी रामानुजाचार्य की मूर्ति बनकर तैयार है और इस जगह को ‘स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी’ का नाम दिया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, वैष्णव संप्रदाय के संत चिन्ना जीयर स्वामी की देखरेख में तैयार हुए इस प्रोजेक्ट में 108 मंदिर भी बनाए गए हैं, जिसमें 120 किलो सोने का इस्तेमाल करते हुए आचार्य की एक छोटी मूर्ति भी तैयार की गई है।
हमने इस संबंध में और जानकारी जुटाने के लिए गूगल पर ‘Statue of Equality’ कीवर्ड सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी वेबसाइट का लिंक प्राप्त हुआ। वेबसाइट के मुताबिक, स्टैच्यू ऑफ इक्वलिटी की आधारशिला परम पूज्य श्री चिन्ना जीयर स्वामीजी द्वारा अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर 2 मई 2014 को रखी गई थी। इसके निर्माण हेतू 14 अगस्त 2015 को एक चाइनीज कंपनी के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए थे। इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत लगभग 1000 करोड़ रुपये है। स्टैच्यू ऑफ इक्वलिटी, हैदराबाद के शमशाबाद के श्रीरामनगर में बनाया गया है, जिसका डिजाइन कला निर्देशक आनंद साईं ने किया है।
हमने अपनी पड़ताल के दौरान Statue of Equality वेबसाइट के न्यूज अपडेट सेक्शन को खंगालाना शुरू किया। इस दौरान हमें वेबसाइट पर न्यूज अपडेट सेक्शन में पीएम मोदी को आमंत्रित किए जाने संबंधित एक लिंक प्राप्त हुआ। इसके मुताबिक, त्रिदंडी चिन्ना जीयर स्वामी ने पीएम नरेंद्र मोदी को श्री रामानुजाचार्य स्वामी की 1000 वीं जयंती के उपलक्ष्य में होने वाले ‘श्री रामानुज सहस्राब्दी’ उद्घाटन समारोह के लिए आमंत्रित किया है। रिपोर्ट के अनुसार, 2 फरवरी 2022 से 14 फरवरी 2022 तक होने वाले ‘श्री रामानुज सहस्राब्दी’ उद्घाटन समारोह के बारे में जानकारी देने के लिए त्रिदंडी चिन्ना जीयर स्वामी ने पीएम मोदी से मुलाकात कर उन्हें आमंत्रित किया।
वेबसाइट पर हमें चिन्ना जीयर स्वामी द्वारा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी, समेत कई अन्य केंद्रिय मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों को उद्घाटन समारोह के लिए आमंत्रित किए जाने की जानकारी प्राप्त हुई।
हमें Statue of Equality की वेबसाइट पर ऑडिट रिपोर्ट भी प्राप्त हुई, जिसके मुताबिक संग्राहलय को मिले डोनेशन का जिक्र है।
वेबसाइट पर डोनेशन का लिंक खुला हुआ है, जिस पर कई विभिन्न कार्यो के निर्माण हेतु अभी भी डोनेशन दिया जा सकता है।
हमने स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी के अनावरण संबंधित अधिक जानकारी के लिए गूगल पर सर्च किया। इस दौरान हमें समाचार एजेंसी यूएनआई की 6 नवंबर 2021 को प्रकाशित एक रिपोर्ट प्राप्त हुई जिसके अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 फरवरी 2022 को स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी प्रतिमा का अनावरण करेंगे।
Conclusion
इस तरह हमारी पड़ताल में ये स्पष्ट है कि वायरल वीडियो के साथ शेयर किया गया दावा ‘पीएम मोदी ने ओवैसी के गढ़ हैदराबाद में बनवा दी सबसे बड़ी हिंदू मूर्ति, भ्रामक है। हैदराबाद में बनकर तैयार 216 फीट ऊंची स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी का निर्माण जियार फाउंडेशन ने किया है जिसका अनावरण पीएम मोदी 5 फरवरी 2022 को करेंगे।
Result: Misleading Context
Our Sources
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