गुरूवार, अप्रैल 25, 2024
गुरूवार, अप्रैल 25, 2024

होमFact Checkऋषि सुनक के ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने का दावा है गलत, अभी...

ऋषि सुनक के ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने का दावा है गलत, अभी चुनावी प्रक्रिया है जारी

Authors

A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

Claim

सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बन गए हैं.

वायरल दावा

Fact

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के इस्तीफे की घोषणा के बाद ऋषि सुनक के पीएम बनने की संभावना काफी सुर्खियां बटोर रही हैं. ऋषि सुनक के माता-पिता भारतीय मूल के हैं तथा इंफ़ोसिस के संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति उनके ससुर हैं, जिसके कारण भारतीयों के बीच उनके प्रधानमंत्री बनने को लेकर ख़ासा उत्साह है.

इसी क्रम में सोशल मीडिया यूजर्स यह दावा करने लगे हैं कि ऋषि सुनक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बन चुके हैं. इस दावे की पड़ताल के दौरान हमें ब्रिटेन में प्रधानमंत्री पद के चुनाव और उम्मीदवारों को लेकर BBC हिंदी द्वारा 16 जुलाई, 2022 को प्रकाशित एक लेख प्राप्त हुआ. BBC के लेख में यह जानकारी दी गई है कि, “बोरिस जॉनसन कैबिनेट के वित्त मंत्री रहे ऋषि सुनक दूसरे दौर की वोटिंग में भी 101 वोट के साथ सबसे आगे चल रहे हैं. पहले दौर की वोटिंग में उन्हें 88 वोट मिले थे.”

बता दें कि ब्रिटेन में आम चुनाव 2019 में हुए थे जिसमे कंज़र्वेटिव पार्टी को बहुमत हासिल हुआ था. बोरिस जॉनसन ने पार्टी नेता के तौर पर प्रधानमंत्री का पद संभाला था. इसी वजह से जिसे पार्टी अपना नेता चुनेगी वह देश का प्रधानमंत्री बन जाएगा. ब्रिटेन में कंज़र्वेटिव पार्टी के नेता के चुनाव की प्रक्रिया को लेकर BBC हिंदी ने यह जानकारी दी है कि इस बार प्रधानमंत्री पद की दौड़ में शामिल होने के लिए कम से कम 20 सांसदों का समर्थन चाहिए था.

नामांकन के बाद पहले चरण की वोटिंग होती है, जिसमें 30 से कम वोट पाने वाला उम्मीदवार रेस से बाहर हो जाता है. इसके बाद मतदान की यह प्रक्रिया कई चरणों तक चलती रहती है और हर राउंड में सबसे कम वोट पाने वाला उम्मीदवार रेस से बाहर होता जाता है. यह प्रक्रिया तब तक चलती रहती है जब तक प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में केवल दो उम्मीदवार ना बचे. सबसे अंत में कंजर्वेटिव पार्टी के सदस्य पोस्टल वोट डालते हैं और पार्टी के नेता का चुनाव करते हैं. अगर ऋषि सुनक को इन चुनावों में विजय हासिल होती है तो वे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बन जाएंगे.

BBC द्वारा प्रकाशित लेख का एक अंश

आज तक, ABP News, अमर उजाला, दैनिक जागरण तथा NDTV द्वारा प्रकाशित लेखों में भी ऋषि सुनक के प्रधानमंत्री बनने की संभावना की ही बात कही गई है.

इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि अभी तक ऋषि सुनक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री नियुक्त नहीं हुए हैं, हालांकि वह प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में सबसे आगे हैं और कई विशेषज्ञों ने उनके जीतने की संभावना जताई है.

Result: Partly False

यदि आपको यह फैक्ट चेक पसंद आया है और आप इस तरह के और फैक्ट चेक पढ़ना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें।

किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in

Authors

A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

Saurabh Pandey
Saurabh Pandey
A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Most Popular