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सोशल मीडिया पर इन दिनों स्ट्रेचर को धक्का दे रहे बच्चे का एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है। वीडियो में एक आदमी स्ट्रेचर पर लेटा हुआ है और उसे पीछे से एक छोटा-सा बच्चा धकेलते हुए नजर आ रहा है। जबकि स्ट्रेचर को आगे से एक महिला खींच रही है।
इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि ये देश के हालिया हालातों का वीडियो है, जहां एक बच्चा स्ट्रेचर धकेलने को मजबूर है। साथ ही कैप्शन में लिखा जा रहा है कि साहब ने जिस आत्मनिर्भर भारत की बात किया था क्या ये वही भारत है, एक छोटा सा बच्चा स्ट्रेचर को धक्का दे रहा है ताकि वह अपने मरीज की जान बचा सके।
पोस्ट से जुड़े आर्काइव लिंक को यहां देखा जा सकता है।
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Fact Check/Verification
वायरल वीडियो का सच जानने के लिए हमने वीडियो को इनविड टूल की मदद से कुछ कीफ्रेम्स में बदला। फिर हमने एक कीफ्रेम को गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ी Dainik Jagran की एक रिपोर्ट मिली। जिसे 21 जुलाई 2020 को प्रकाशित किया गया था। इस रिपोर्ट के मुताबिक वायरल वीडियो क्लिप उत्तर प्रदेश के देवरिया स्थित जिला अस्पताल की है। जहां पर छेदी यादव को मारपीट में घायल होने की वजह से भर्ती करवाया गया था।
Danik Jagran की रिपोर्ट के मुताबिक घायल छेदी यादव को चोट पर पट्टी करवाने के लिए ड्रेसिंग रूम में लेकर जाना था। लेकिन अस्पताल के कर्मचारी ने छेदी यादव को ड्रेसिंग रूम तक ले जाने के लिए उनकी बेटी बिंदु देवी से 30 रुपए की मांग की, जिसे उनकी बेटी ने देने से मना कर दिया। जिसके बाद कर्मचारी ने भी उन्हें ड्रेसिंग रूम में ले जाने से मना कर दिया और मजबूरन छेदी यादव की बेटी को स्ट्रेचर खींचकर ले जाना पड़ा। जिसमें उनके 6 साल के बेटे शिवम ने उनकी मदद की। timesofindia और news18 द्वारा भी इस रिपोर्ट को प्रकाशित किया गया है।
पड़ताल के दौरान हमें Aajtak के यूट्यूब चैनल पर वायरल वीडियो से जुड़ी एक वीडियो रिपोर्ट मिली। जिसे 20 जुलाई 2020 को पोस्ट किया गया था। इस वीडियो रिपोर्ट में बिंदु देवी का बयान मौजूद है। वो कह रहे हैं कि वीडियो के वायरल होने के बाद हमने इसे संज्ञान में लिया है। इस मामले में उचित कार्रवाई की जा रही है। वार्ड बॉय को सस्पेंड कर दिया गया है।
छानबीन के समय हमें जिलाधिकारी देवरिया के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर वायरल वीडियो से जुड़ा एक ट्वीट मिला। जिसे 20 जुलाई 2020 को पोस्ट किया गया था। जिसमें वायरल वीडियो पर जिलाधिकारी अमित किशोर बयान देते हुए नजर आ रहे हैं। वो कह रहे हैं कि इस मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी। वार्ड बॉय को सस्पेंड कर दिया गया है।
Conclusion
हमारी पड़ताल में मिले तथ्यों के मुताबिक वायरल वीडियो का देश के मौजूदा हालातों से कोई संबंध नहीं है। स्ट्रेचर को धक्का दे रहे बच्चे का वायरल वीडियो एक साल पुराना है। जिसे अब गलत दावे के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। वीडियो में दिख रहा मरीज कोरोना पीड़ित नहीं बल्कि मार-पीट के दौरान घायल हुआ एक शख्स है।
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Result: False
Claim Review: देश के हालिया हालातों का है स्ट्रेचर को धक्का दे रहे बच्चे का वीडियो। Claimed By: वायरल, सोशल मीडिया पोस्ट Fact Check: False |
Our Sources
Twitter – https://twitter.com/dmdeoria/status/1285117409746026496
You tube- https://www.youtube.com/watch?v=fj0UoIJIM_c
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