शुक्रवार, दिसम्बर 27, 2024
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बाबरी मस्जिद के नाम पर सोशल मीडिया यूजर्स ने शेयर की अन्य मस्जिदों की तस्वीरें

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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

सोशल मीडिया पर एक कोलाज शेयर कर दावा किया गया कि बाबरी मस्जिद कुछ ऐसे दिखती थी।


ट्वीट का आर्काइव यहाँ देखा जा सकता है।

साल 1992 में अयोध्या स्थित बाबरी मस्जिद को एक भीड़ ने तोड़ डाला था। सदियों से विवादों में रही इस मस्जिद के ध्वस्त होने के बाद जमीन पर मंदिर निर्माण सहित उसके मालिकाना हक़ की लड़ाई देश के उच्चतम न्यायालय तक में चली। आख़िरकार सुप्रीम कोर्ट ने विवादित स्थल पर मंदिर निर्माण की मंजूरी देते हुए मस्जिद के लिए भी अयोध्या जिले के एक स्थान पर कुछ जमीन देने का आदेश दिया। बीते 5 अगस्त को रामजन्मभूमि मंदिर के शिला पूजन के साथ की इस बहुचर्चित मामले का पटाक्षेप हो गया। सोशल मीडिया पर मस्जिद को लेकर कई कैम्पेन भी देखने को मिले। इसी बीच कई यूजर्स ने कुछ तस्वीरों के साथ दावा किया है कि यह वही बाबरी मस्जिद है जो साल 1992 से पहले अयोध्या में मौजूद थी।

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ट्वीट का आर्काइव यहाँ देखा जा सकता है।

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सोशल मीडिया पर शेयर हुए ऐसे ही कई अन्य दावों को यहाँ देखा जा सकता है।

Fact Check/Verification

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बीते 5 अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर की नींव रख दी गई। देश के पीएम नरेंद्र मोदी ने विधि विधान से शिलापूजन किया। सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा बाबरी मस्जिद के नाम पर शेयर की गई तस्वीरों का सच क्या है यह जानने के लिए तस्वीरों को खोजना शुरू किया।

तस्वीर- 1

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यह चित्र कर्नाटक स्थित गुलबर्गा फोर्ट का है।

इस तस्वीर का सच जानने के लिए गूगल रिवर्स करने पर हमें britannica.com नामक एक वेबसाइट पर यह चित्र दिखाई दिया। वेबसाइट के मुताबिक़ यह चित्र कर्नाटक गुलबर्गा फोर्ट या ‘जामी मस्जिद’ का है। इस लेख में प्रकाशित तस्वीर को क्लिक करने का श्रेय John Henry Rice को दिया गया है।

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तस्वीर-2

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तुर्की के बुसरा स्थित एक मस्जिद का चित्र।

तस्वीर को रिवर्स करने पर पता चला कि इस तस्वीर का भारत से कोई सम्बन्ध नहीं है। यह तस्वीर तुर्की के एक मस्जिद की है। खोज के दौरान हमें तुर्की सरकार की एक वेबसाइट प्राप्त हुई। इस वेबसाइट में इस मस्जिद के कलर्ड वर्जन को देखा जा सकता है। इसके अलावा हमें shutterstock.com पर भी तस्वीर का रंगीन वर्जन देखने को मिला।

तस्वीर-3

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बीजापुर स्थित गोल गुम्बज की तस्वीर।

रिवर्स इमेज करने पर पता चला कि यह तस्वीर बीजापुर स्थित गोल गुम्बज की है। team-bhp.com पर इस तस्वीर को देखा जा सकता है।

तस्वीर- 4

तस्वीर को रिवर्स करने पर पता चला कि यह अफगानिस्तान के बाल्ख स्थित एक मस्जिद का हिस्सा है। alamy.com पर तस्वीर को देखा जा सकता है।

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अफगानिस्तान स्थित एक मस्जिद की तस्वीर।

Conclusion

हमारी पड़ताल में यह साफ़ हो गया कि जिन तस्वीरों को अयोध्या के बाबरी मस्जिद का बताया जा रहा है असल में वे तस्वीरें वहां की हैं ही नहीं। सोशल मीडिया पर शेयर की गई 2 तस्वीर भारत की है तो 2 भारत से बाहर की। हमारी पड़ताल में वायरल हो रहा दावा फर्ज़ी साबित हुआ।

Result- False

Sources

Alami.comhttps://www.alamy.com/noh-gunbad-mosque-balkh-afghanistan-image8987454.html

TeamBHPhttps://www.team-bhp.com/forum/travelogues/52615-travelling-history.html

kulturportali.govhttps://www.kulturportali.gov.tr/turkiye/bursa/gezilecekyer/yesil-cami

hutterstock.comhttps://www.kulturportali.gov.tr/turkiye/bursa/gezilecekyer/yesil-cami

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Authors

Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

JP Tripathi
Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

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