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मोटिवेशनल स्पीकर और बिज़नेस कोच विवेक बिंद्रा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से एक पोस्ट के ज़रिए दावा किया कि भारत सरकार ने उनके सम्मान में उनके नाम और फ़ोटो का एक डाक टिकट जारी किया है। बीते 11 जनवरी को विवेक बिंद्रा अपने आधिकारिक ट्विटर और फेसबुक पेज से अपनी कुछ तस्वीरें साझा करते हैं, जिनमें उन्हें कई डाक टिकटों के साथ देखा जा सकता है. सभी टिकटों पर विवेक की तस्वीर भी देखी जा सकती है.
विवेक अपनी तस्वीरों के साथ दावा लिखते है, “कैसा लगेगा जब आप लेटर पर पोस्टल स्टांप लगाने जा रहे हों और उस स्टांप पर आपकी ही तस्वीर हो। ऐसी ही खुशी मुझे हुई जब मैंने देखा कि भारत सरकार ने मेरे नाम और फोटो का स्टांप जारी किया है। यह एक गर्व करने वाला पल था। इस सम्मान के लिए मैं भारत सरकार/डाक विभाग को दिल से धन्यवाद करता हूं.”
पोस्ट के आर्काइव को यहाँ देखा जा सकता है.
Fact Check/Verification
विवेक बिंद्रा के दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले भारतीय डाक विभाग की वेबसाइट को खंगाला, लेकिन हमें विवेक बिंद्रा के सम्मान में भारत सरकार द्वारा जारी की गयी किसी पोस्टल स्टाम्प के बारे में कोई पुख़्ता जानकारी नहीं मिली।
भारत डाक विभाग के ट्विटर हैंडल पर खोजने के दौरान हमें 12 जनवरी को @indiapostoffice द्वारा किया गया एक ट्वीट मिला, जिसमें डाक विभाग ने विवेक बिंद्रा के ट्वीट को कोट ट्वीट करते हुए लिखा, “डाक विभाग देश के प्रत्येक नागरिक की सेवा करने के लिए पूर्णत: प्रतिबद्ध है। हमें बेहद प्रसन्नता है कि आपको हमारी ”माई स्टांप” सेवा पसंद आई। धन्यवाद हमें सराहने के लिए.”
इंडिया पोस्ट के ट्वीट से यह पता चलता है कि विवेक बिंद्रा ने डाक विभाग की “My Stamp” सेवा का इस्तेमाल किया था. अब हमने डाक विभाग से उनके आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर मैसेज करके विवेक बिन्द्रा के दावे का सच जानना चाहा। ट्विटर हैंडल से जवाब में “My Stamp” स्कीम की जानकारी से सम्बंधित एक लिंक भेजा गया, जो सीधे भारतीय डाक की वेबसाइट पर मौजूद ‘My Stamp’ स्कीम के पेज पर खुलता है.
डाक विभाग द्वारा हमें दी गयी जानकरी के अनुसार, भारत में पहली बार ‘माई स्टाम्प’ विश्व फिलेटेलिक प्रदर्शनी, ‘INDIPEX-2011’ के दौरान जारी किया गया था. इस सेवा के अंतर्गत कोई भी निजी व्यक्ति या संस्थान या अन्य कोई पैसों का भुगतान कर इस सेवा के माध्यम से अपनी तस्वीर वाली डाक टिकट प्राप्त कर सकता है.
इस वेबसाइट पर “My Stamp” सेवा से जुड़ी तमाम नियम और शर्तें भी लिखी गई हैं, जिनके अनुसार मात्र 300 रुपए की राशि देकर कोई भी व्यक्ति अपनी तस्वीर वाली 12 डाक टिकट की एक पूरी शीट बनवा सकता है. वहीं, संस्थानों को अपने चिन्ह वाली डाक टिकट बनवाने के लिए 15 लाख रुपए तक देने पड़ सकते है.
Conclusion
अपनी पड़ताल में हमने पाया कि भारत सरकार ने विवेक बिंद्रा के सम्मान में कोई डाक टिकट जारी नहीं किया है बल्कि विवेक बिंद्रा ने भारतीय डाक विभाग की My Stamp सेवा का उपयोग कर निजी डाक टिकट बनवाया था। यह सुविधा देश के हर नागरिक के लिए उपलब्ध है।
Result – False
Our Sources
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