शुक्रवार, दिसम्बर 20, 2024
शुक्रवार, दिसम्बर 20, 2024

HomeFact Checkकेलों में जानलेवा कीड़ा पाए जाने के नाम पर वायरल हो रहा...

केलों में जानलेवा कीड़ा पाए जाने के नाम पर वायरल हो रहा फर्जी दावा

Authors

A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

Claim

सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि सोमालिया से आए 500 टन केलों में हेलिकोबैक्टर नामक एक जानलेवा कीड़ा पाया गया है.

Fact

सोमालिया से आए 500 टन केलों में हेलिकोबैक्टर नामक एक जानलेवा कीड़ा पाए जाने के नाम पर शेयर किया जा रहा यह दावा पूर्व में भी वायरल हो चुका है, जिसके बाद Newschecker द्वारा 3 नवंबर, 2021 को इस दावे की पड़ताल की गई थी. हमारी पड़ताल के अनुसार, Khaleej Times ने 1 नवंबर, 2021 को प्रकाशित अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी थी कि UAE में भी यह वीडियो काफी वायरल हुआ था. जिसके बाद Abu Dhabi Agriculture and Food Safety Authority ने वायरल दावे को गलत बताते हुए स्पष्टीकरण जारी किया था.

कैंसरजनक बीमारियों को लेकर रिसर्च कर रहे Riyadh के Dr. Fahad Alkhodairy ने भी इस दावे को फर्जी बताया था.

सोमालिया से आए 500 टन केलों में हेलिकोबैक्टर नामक एक जानलेवा कीड़ा पाया गया है.
Dr. Fahad Alkhodairy का ट्वीट

वायरल दावे को लेकर अधिक जानकारी के लिए हमने Food Safety and Standards Authority of India (FSSAI) के अधिकारियों से बातचीत की. जहां हमें यह जानकारी दी गई कि वायरल दावे में कई खामियां हैं. मसलन हेलिकोबैक्टर एक बैक्टीरिया है, ना कि कोई कीड़ा. भारत में व्यापक पैमाने पर केले का उत्पादन होता है, इस वजह से केले आयातित करने की यह बात सही नहीं है.

Newschecker और FSSAI के अधिकारियों के बीच हुई बातचीत

कृषि मंत्रालय, भारत सरकार तथा United Nations Conference on Trade and Development के संक्युत उपक्रम Agricultural and Processed Food Products Export Development Authority (APEDA) Agri Agri Exchange पोर्टल पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार भारत में वर्ष 2021-22 में कुल 32,454.11 टन केले का उत्पादन हुआ है. गौरतलब है कि भारत में एक वर्ष में उत्पादित कुल केला (32,454.11 टन) वायरल दावे में बताए गए आंकड़े (500 टन) से कहीं ज्यादा है.

APEDA Agri Agri Exchange पोर्टल पर उपलब्ध जानकारी

Statista पर मौजूद जानकारी के अनुसार वित्तीय वर्ष 2016 से वित्तीय वर्ष 2021 के बीच केले के निर्यात से अर्जित धन में दोगुने से भी अधिक की वृद्धि हुई है.

इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि सोमालिया से आए 500 टन केलों में हेलिकोबैक्टर नामक एक जानलेवा कीड़ा पाए जाने के नाम पर शेयर किया जा रहा यह दावा भ्रामक है. असल में भारत में केले का उत्पादन बहुत ही व्यापक पैमाने पर होता है इसी वजह से देश में पैदा हुए अधिकांश केले को निर्यात कर दिया जाता है.

Result: False

Our Sources

Khaleej Times
Statement from Abu Dabi Agriculture and Food Safety Authority
Newschecker’s conversation with FSSAI authorities

यदि आपको यह फैक्ट चेक पसंद आया है और आप इस तरह के और फैक्ट चेक पढ़ना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें।

किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in

Authors

A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

Saurabh Pandey
A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

Most Popular