Claim:
ये भयानक तस्वीर #तमिलनाडु की है .
इससे भयानक तस्वीर नही देखी होगी। एक मां जो अपने जिगर के टुकड़ों के साथ कर्ज से परेशान होकर एक #दलित परिवार ने कलेक्टर ऑफिस के बाहर बच्चो सहित आग लगा ली अपनी पेट की भूख, ज़िल्लत और परेशानी का हमेशा के लिए जला कर राख कर दी। दुःखद घटना।
ये भयानक तस्वीर है #तमिलनाडु की है,
इससे भयानक तस्वीर नही देखी होगी। एक मां जो अपने जिगर के टुकड़ों के साथ कर्ज से परेशान होकर एक #दलित परिवार ने कलेक्टर ऑफिस के बाहर बच्चो सहित आग लगा ली अपनी पेट की भूख, ज़िल्लत और परेशानी का हमेशा के लिए जला कर राख कर दी।दुःखद घटना।
pic.twitter.com/Pay3fqrG07— चंद्रशेखर रावण – Official Acount (@Bhim_Army_India) October 31, 2019
Verification:
सोशल मीडिया में खुद को आग लगाए हुए एक व्यक्ति और उसकी पुत्री की तस्वीरें वायरल हो रही है। तस्वीरों के साथ ऐसा दावा किया जा रहा है कि कर्ज से परेशान होकर एक व्यक्ति ने खुद को आग के हवाले कर दिया। एक तस्वीर में कुछ अन्य व्यक्तियों को आग बुझाते देखा जा सकता है। विचलित कर देने वाली इन तस्वीरों को सोशल मीडिया में काफी तेजी से शेयर किया जा रहा है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है दावा
ये भयानक तस्वीर है #तमिलनाडु की है
इससे भयानक तस्वीर नही देखी होगी।एक मां जो अपने जिगर के टुकड़ों के साथ कर्ज से परेशान होकर #दलित परिवार ने कलेक्टर ऑफिस के पास बच्चो सहित आग लगा ली अपनी पेट की भूख, ज़िल्लत और परेशानी का हमेशा के लिए जला कर राख कर दी
pic.twitter.com/ezU3ZTTzQX— Kesari TV (@KesariTV) November 1, 2019
ये भयानक तस्वीर है #तमिलनाडु की है
इससे भयानक तस्वीर नही देखी होगी।एक मां जो अपने जिगर के टुकड़ों के साथ कर्ज से परेशान होकर #दलित परिवार ने कलेक्टर ऑफिस के पास बच्चो सहित आग लगा ली अपनी पेट की भूख, ज़िल्लत और परेशानी का हमेशा के लिए जला कर राख कर दी
pic.twitter.com/kloDPA0ESf— विकास राय यादव उर्फ (चुलबुल) % (@mistervikashray) November 1, 2019
ये भयानक तस्वीर है #तमिलनाडु की है,
इससे भयानक तस्वीर नही देखी होगी। एक मां जो अपने जिगर के टुकड़ों के साथ कर्ज से परेशान होकर एक #दलित परिवार ने कलेक्टर ऑफिस के बाहर बच्चो सहित आग लगा ली अपनी पेट की भूख, ज़िल्लत और परेशानी का हमेशा के लिए जला कर राख कर दी। @Goutam71210943 pic.twitter.com/JusKdob9L9— Rajesh Malviya Raja (@RajeshMalviyaR1) October 30, 2019
ट्विटर पर अन्य यूजर्स द्वारा किया जा रहा दावा इस लिंक पर जाकर देखा जा सकता है।
इसी प्रकार फेसबुक यूजर्स द्वारा किया जा रहा दावा इस लिंक पर जाकर देखा जा सकता है।
क्या है इन तस्वीरों का सच?
दावे की गंभीरता को देखते हुए हमने इन तस्वीरों की पड़ताल शुरू की. हमने अपनी पड़ताल में हर एक तस्वीर की गहन जांच की मंशा से अपनी पड़ताल शुरू की और इसी क्रम में हमने पहली तस्वीर की जांच के साथ अपने पड़ताल को आगे बढ़ाया।
पहली तस्वीर की पड़ताल
पहली तस्वीर जिसमे एक व्यक्ति और उसकी पुत्री को आग में जलता हुआ देखा जा सकता है, जब इस तस्वीर की पड़ताल के लिए हमने तस्वीर को एक एक्सटर्नल टूल की सहायता से गूगल सर्च किया तो हमें कई अहम जानकारियां प्राप्त हुई।
सर्च परिणामों में हमें The Hindu ग्रुप की एक मैगज़ीन में प्रकाशित एक लेख प्राप्त हुआ जिसमे यह तस्वीर मौजूद है। इसी लेख में यह बताया गया है कि कैसे अपने ही गाँव की ही एक महिला से लिए गए कर्ज का भुगतान करने के लिए बनाए जा रहे लगातार दबाव से तंग आकर ऐसाकिमुथु, उनकी पत्नी और उनकी दो पुत्रियों ने खुद को आग के हवाले कर दिया। 23 अक्टूबर 2017 को हुई इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में परिवार के सभी 4 सदस्यों की मृत्यु हो गई। बता दें कि इस घटना की तस्वीरें और वीडियो वायरल होने के बाद उस वक़्त प्रशासन को काफी तीखी प्रतिक्रिया झेलनी पड़ी थी। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए नीचे दिए गए विभिन्न समाचार एजेंसियों में प्रकाशित लेख पढ़ें जा सकते हैं।
Lost to usury
The suicide by a family of four in the Tirunelveli Collectorate complex brings to the fore the problem of usury, which is widespread in Tamil Nadu, and the government’s lack of will to end the violent ways of moneylenders.
Tamil Nadu man sets wife, daughters ablaze after being harassed by money lender
Onlookers came to the rescue of the children after their father set them ablaze outside the Collector’s office in Tirunelveli. A daily wage labourer today set his wife and two daughters on fire outside the Collector’s office in Tirunelveli. Isakimuthu and his wife Subbulakshmi were allegedly being harassed by a money lender even after they paid the dues.
दूसरी और तीसरी तस्वीर की पड़ताल
हमने पहली तस्वीर की ही तरह दूसरी और तीसरी तस्वीर को भी क्रमशः एक एक्सटर्नल टूल की सहायता से गूगल सर्च किया. इस बार भी हमें सर्च परिणामों में तमाम महत्वपूर्ण जानकारियां मिली.
इस बार के सर्च परिणामों में मिलें लेख या वीडियो में पोस्ट में वर्णित सभी तस्वीरें मौजूद थी शिवाय चौथी तस्वीर के क्योंकि चौथी तस्वीर किसी अख़बार की कटिंग है. बता दें, सर्च परिणामों में प्राप्त हर एक परिणाम पहली तस्वीर के पड़ताल में मिले घटना से ही हूबहू मेल खाते हैं. निचे दिए गए लिंक्स की सहायता से खबर के बारे में पूर्ण जानकारी प्राप्त की जा सकती है.
पोस्ट में इस्तेमाल सभी तस्वीरों के साथ प्रकाशित रिपोर्ट
इस लिंक की सहायता से पोस्ट में इस्तेमाल की गई सभी तस्वीरों के अलावा कई अन्य तस्वीरें भी देखी जा सकती है। इस रिपोर्ट में मृतकों की असल तस्वीर के साथ साथ घटनाक्रम के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
पीड़ित परिवार के दलित होने का नहीं मिला कोई सबूत
काफी छानबीन के बाद भी हमें यह पता नहीं चल पाया कि मृतक परिवार दलित था। मीडिया रिपोर्ट्स में कहीं भी मृतक परिवार के दलित होने का कोई जिक्र नहीं किया गया है। हमने स्थानीय मीडिया में प्रकाशित खबरों की भी सघन पड़ताल की लेकिन वहां भी मृतक परिवार के दलित होने का कोई प्रमाण नहीं मिला।
हमारी पड़ताल में भ्रामक निकला दावा
हमारी पड़ताल में यह साबित हो गया कि तस्वीरें पुरानी है तथा गलत संदर्भ में एक जातिगत नजरिए के साथ शेयर की जा रहीं हैं।
Tools Used
- Twitter Advanced Search
- Awesome Screenshot Extension
- Google Search
- Reverse Image Search
- Facebook Search
Result: Misleading