शनिवार, दिसम्बर 21, 2024
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गोली लगने से घायल रुसी सैनिक का वीडियो क्लिप भारतीय सैनिक की वीरता बताकर हुआ वायरल

Authors

A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

Claim– 
 
सिर में गोली लगी है,फिर भी मुँह पर मुस्कान है। ऐसी है हमारी इंडियन आर्मी।।
 

 
Verification- 
 
 
 
सोशल मीडिया पर दो सैनिकों का वीडियो बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में दावा किया गया है कि सैनिक के सिर में AK 47 बंदूक से निकली गोली लगी है। जिसे दूसरा सैनिक एक चिमटे से पकड़कर उसके सिर से निकाल रहा है। पोस्ट शेयर करने वाले व्यक्ति का दावा है कि क्लिप भारत के सैनिक का है। वीडियो देखने में ज्यादा पुराना होने का शक हुआ जिस कारण हमने अपनी पड़ताल आरम्भ की। सबसे पहले हमने कुछ स्क्रीनशॉट्स के माध्यम से गूगल पर खोजा। 
 
 
 
 
इस दौरान घटनाक्रम यूट्यूब के एक चैनल पर साल 2013 को अपलोड हुए एक वीडियो में  प्राप्त हुई। जहां वीडियो के कैप्शन में घटना को रूस का बताया गया है। 
 
 
  
इसके उपरान्त वीडियो को बारीकी से खोजने पर डेली मेल की वेबसाइट पर मामले से संबंधित वर्ष 2013 को प्रकाशित एक लेख प्राप्त हुआ।
 
 
 
  
लेख के अनुसार रूसी सैनिकों की चेचेन्या उग्रवादियों के साथ हुई क्रॉस फायरिंग के दौरान एक रूसी सैनिक को सिर पर AK-47 की बुलेट लग गयी। गोली लगने पर भी सैनिक एक चट्टान की तरह स्थिर बना रहा। आर्मी के जवानों ने उसे “टर्मिनेटर” जैसी उपाधि भी दे डाली। बाद में सैनिक के सिर से गोली को चिमटे से पकड़ कर बहार निकाल लिया गया, इस बीच उस सैनिक ने हँसते-हँसते अपना वीडियो भी बनवाया।
  
 
newschecker.in टीम ने अपनी पड़ताल में वीडियो के साथ वायरल हो रहे दावे को भ्रामक पाया।
 
Tools Used 
 
 
  • Google search 
  • Youtube Search 
 
Result- Misleading 
 
 
 
 
(किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in)

Authors

A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

Nupendra Singh
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

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