After completing his post-graduation, Yash worked with some of the most renowned newspapers such as like Lokmat, Dainik Bhaskar & Navbharat for the past 6 years. To make sure that no incorrect news reaches people and to maintain peace and harmony in society, he chose to become a fact-checker.
Claim– केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती पर किया अभिवादन।
Veriification-
छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने मराठी में ट्वीट कर अभिवादन किया है। उन्होंने स्टैच्यू की एक तस्वीर शेयर करते हुए हिंदी में भी लिखा है कि – धर्म और मानवीय मूल्यों की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले अद्वितीय वीर योद्धा एवं मराठा सम्राट छत्रपति शिवाजी महाराज जी की जयंती पर उन्हें शत्-शत् नमन। स्मृति ईरानी द्वारा किए गए ट्विट का स्क्रीनशाॅट एक पाठक ने हमें पड़ताल के लिए भेजा।
हमनें इस बारे में पड़ताल शुरू की तो
Shutterstock पर हमें छत्रपति शिवाजी महाराज की स्टेच्यू की तस्वीर मिली। इसमें वे घोड़े पर सवार है।
इसके अलावा हमें कई हमें सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय स्थित शिवाजी महाराज के स्टैच्यू की तस्वीर देखने को मिली जिसमें भी महाराज घोड़े पर सवार है।
यह स्टैट्यू की फोटो स्मृति ईरानी द्वारा शेयर की गई तस्वीर से काफी मिलती जुलती है लेकिन इन सभी स्टैच्यू में शिवाजी महाराज घोड़े पर सवार हैं ट्विट में शेयर की गई तस्वीर में शिवाजी महाराज शेर की गर्दन पैर रखकर खड़े हैं। इसलिए हमें थोड़ा शक हुआ और गूगल रिवर्स इमेज की मदद से इस तस्वीर को खोजना शुरु किया। हमें
scoopwhoop.com पर संभाजी महाराज को लेकर एक आर्टिकल मिला जिसमें बताया गया है संभाजी महाराज छत्रपति शिवाजी महाराज के बड़े पुत्र थे। इसी आर्टिकल में वायरल तस्वीर देखने को मिली।
विकिपीडिया में भी संभाजी महाराज की यही तस्वीर देखने को मिली। इसके अलावा महाराष्ट्र में संभाजी महाराज के नाम से संभाजी ब्रिगेड नाम का संगठन है। इस संगठन के लोगो में भी संभाजी महाराज की स्टैच्यू की यह तस्वीर छपी है।
लेकिन यह स्टैच्यू किस जगह है इसके बारे में जानकारी नहीं मिल रही थी तो हमनें खोज को आगे बढ़ाया तो हमें यूट्यूब पर एक वीडियो मिला। जिसमें बताया गया है कि पुणे जिले के वढू गांव में यह स्टैच्यू मौजूद है। वहां पर संभाजी महाराज और कवि कलश कलश की समाधि है।
इस वीडियो को देखने के बाद हमनें वढू गांव के लोगों से संपर्क किया तो उन्होंने वहां पर बने संभाजी महाराज की स्टैच्यू की कुछ तस्वीरे हमें भेजी। बता दें कि औरंगजेब ने वढू गांव में ही संभाजी महाराज की टुकड़े-टुकड़े
कर हत्या की थी। बाद में गाव वालों ने उन टुकड़ों को इकट्ठा कर उनका अंतिम संस्कार किया था।
छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशंज तथा बीजेपी के सहयोगी राज्यसभा सांसद छत्रपति संभाजीराजे भोसले भी कई बार दर्शन के लिए यहां पर आते हैं।
इससे स्पष्ट होता है स्मृति ईरानी ने छत्रपति शिवाजी महाराज जंयती पर उनकी की जगह संभाजी महाराज की स्टैच्यू की तस्वीर शेयर की थी।
Sources
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After completing his post-graduation, Yash worked with some of the most renowned newspapers such as like Lokmat, Dainik Bhaskar & Navbharat for the past 6 years. To make sure that no incorrect news reaches people and to maintain peace and harmony in society, he chose to become a fact-checker.