रविवार, नवम्बर 24, 2024
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क्या कश्मीर ऑवर में लोगों को इकट्ठा करने के लिए पाक आर्मी ने लोगों को बांटे पैसे? यहाँ पढ़ें पूरी पड़ताल

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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

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कश्मीर ऑवर में प्रदर्शन करने हेतु भीड़ जुटाने के लिए पाक सेना ने लोगों को बांटा पैसा।
 
Verification
केंद्र सरकार द्वारा घाटी से धारा 370 समाप्त किए जाने के बाद पाकिस्तान अपनी पूरी ताकत से विश्वभर में इसका विरोध कर रहा है। इसी कड़ी में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपनी आवाम से कश्मीरियों का साथ देने के लिए कश्मीर ऑवर का आयोजन किया था। जहां पूरे देश के लोगों को एक साथ सड़कों पर आने को कहा गया था।
इसी आंदोलन के सन्दर्भ में एक वीडियो सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी से वायरल हो रहा। ट्विटर पर इसे हज़ारों बार रिट्वीट और लाइक किया गया है। वीडियो में एक पाकिस्तानी सैन्य अधिकारी द्वारा लोगों में एक सफ़ेद लिफाफा बांटते हुए देखा जा सकता है।
 
पोस्ट शेयर करने वाले का दावा है कि वीडियो में पाकिस्तानी सैन्य अधिकारी लोगों को पैसे देकर आंदोलन के लिए इकट्ठा करने का प्रयास कर रहा है। हमने वीडियो की सत्यता जानने के लिए कुछ कीवर्ड्स के माध्यम से गूगल पर खोजा। इस दौरान सबसे पहले पाकिस्तानी अख़बार डॉन की एक खबर मिली जहां वायरल वीडियो से सम्बंधित कुछ जानकारी प्रकाशित हुई है।
लेख के मुताबिक साल 2017 में पाकिस्तानी कानून मंत्री (ज़ाहिद हामिद) के ईशनिंदा करने पर भड़के लाखों आंदोलनकारी इस्लामाबाद में जाहिद हामिद के इस्तीफे की मांग करने को एकत्रित हुए थे। करीब 20 दिन बाद जाहिद हामिद के इस्तीफ़ा देने पर आंदोलन समाप्त हुआ। बीबीसी द्वारा प्रकाशित एक लेख में इस घटना से सम्बंधित पूरी जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
आंदोलन से वापस लौट रहे लोगों में से कुछ जरुरतमंद लोगों को पाक-आर्मी जनरल ‘अज़हर नवीद हयात’ पैसे देकर उनकी मदद कर रहा है।
खोज के दौरान हमें ट्विटर पर एक पाकिस्तानी पत्रकार उमर कुरैशी का पोस्ट प्राप्त हुआ जहां पर इस खबर की पुष्टि हुई है।
    
हमारी पड़ताल में वायरल वीडियो साल 2017 का पाया गया, जिसका कश्मीर से कोई संबंध नहीं है। लेकिन इसे कश्मीर के सन्दर्भ में भ्रामक दावे के साथ सोशल मीडिया में वायरल किया गया है।
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Authors

A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

Nupendra Singh
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

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