After completing his post-graduation, Yash worked with some of the most renowned newspapers such as like Lokmat, Dainik Bhaskar & Navbharat for the past 6 years. To make sure that no incorrect news reaches people and to maintain peace and harmony in society, he chose to become a fact-checker.
Claim–
नीरव मोदी ने भारत से भागने के लिए कांग्रेस नेताओं को 465 करोड़ का कमीशन दिया था। 13000 करोड़ के घोटाले में से उसका हिस्सा सिर्फ 32 प्रतिशत है बाकी का कांग्रेस नेताओं का है।
Verification-
Dharmendra Singh नामक ट्विटर हैंडल से भारत से भागे और लंदन में पकड़े गए हीरा व्यापारी नीरव मोदी को लेकर एक पोस्ट शेयर किया गया है। इसमें लिखा गया है कि नीरव मोदी ने लंदन कोर्ट में बयान दे दिया है कि वो भारत से भागा नहीं है बल्कि कांग्रेस के नेताओं ने उसे धमकाकर बचकर भागने को मजबूर किया है।
उसने देश से फरार होने के लिए 456 करोड़ रुपये का कमीशन भी दिया था। उसने कहा कि कुल संपत्ति 13,000 करोड़ में उसका सिर्फ 32% है बाकी का कांग्रेस के नेताओं का है।
इसी दावे वाला एक Whatsapp मैसेज हमारे एक पाठक ने पड़ताल के लिए हमारे पास भेजा है।
वायरल पोस्ट को लेकर हमनें गूगल खंगालना शुरू किया। नीरव मोदी ने कहा कांग्रेस ने ही देश से भागने को मजबूर किया इस कीवर्ड से खोज की तो नीरव मोदी को लेकर कई खबरों के रिजल्ट सामने आए।
साथ ही हमें नीरव मोदी की यूके में न्यायिक हिरासत 17 अक्टूबर तक बढ़ाने की जानकारी एएनआई के ट्वीट से मिली।
इस खोज के दौरान हमें
एनडीटीवी की एक साल पुरानी खबर मिली जिसमें भाजपा की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने नीरव मोदी को देश से फरार होने के लिए भाजपा को जिम्मेदार बताया है। खबर के मुताबिक शिवसेना ने आरोप लगाया था कि चुनावों के दौरान वह पार्टी के लिए धन भी इकट्ठा करता है।
बता दें कि नीरव 13500 करोड़ के पीएनबी घोटाले का मास्टरमाइंड माना जाता है। ट्वीट में दावा किया गया था कि उसमें से नीरव मोदी का हिस्सा सिर्फ 32 प्रतिशत है बाकी का कांग्रेस नेताओं का है। इसको लेकर भी हमनें पड़ताल शुरू की तो कहीं पर भी हमें इस दावे की पुष्टि करने वाली खबरें देखने को नहीं मिली।
वहीं Whatsapp मैसेज में नीरव मोदी और कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी के कनेक्शन को लेकर बात की गई थी इसलिए हमनें दोनों के बीच के कनेक्शन को लेकर पड़ताल शुरू की। इस दौरान
आज तक की एक खबर मिली। खबर के अनुसार निर्मला सीतारमण के आरोपों पर कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने पटलवार करते हुए मामले में मानहानि का दावा करने की बात कही थी। उन्होंने कहा कि बीजेपी मुझे इस मामले में खींच रही है, मैं उनके खिलाफ आपराधिक मुकदमा और मानहानि का केस कर सकता हूं। साथ ही उन्होंने कहा कि गीतांजलि या नीरव मोदी की कंपनी से मेरा, मेरी पत्नी या मेरे बेटे का कोई लेना-देना नहीं है।
सिंघवी ने सफाई देते हुए कहा कि नीरव मोदी ने कमला मिल्स की परेल स्थित एक प्रॉपर्टी में ऑफिस किराए पर लिया था। इस प्रॉपर्टी का मालिकाना हक अद्वैत होल्डिंग्स के पास है और मेरी पत्नी और बेटा इसके डायरेक्टर हैं। उन्होंने कहा कि न तो मेरे परिवार का और न ही अद्वैत होल्डिंग्स का मोदी से कोई लेना-देना है। प्रॉपर्टी किराये पर लेने वाले फायर स्टोन ने भी 2017 में ही कमला मिल्स की वो जगह खाली कर दी थी।
इससे साफ हुआ कि नीरव मोदी द्वारा कांग्रेस नेताओं को कमीशन देने और घोटाले में हिस्सेदारी वाला दावा फर्जी है। यह दावा कांग्रेस की जगह भाजपा के नाम पर सोशल मीडिया में वायरल हुआ था, वह भी फर्जी था। क्योंकि नीरव मोदी ने इस तरह का कोई बयान नहीं दिया न ही इसकी किसी प्रतिष्ठित मीडिया न्यूज चैनल या समाचार पत्र में खबर छपी है। पिछले साल भी यही भ्रामक दावा सोशल मीडिया में वायरल हुआ था।
Tools Used
- Google Keywords Search
- Twitter Advanced Search
Result- False
After completing his post-graduation, Yash worked with some of the most renowned newspapers such as like Lokmat, Dainik Bhaskar & Navbharat for the past 6 years. To make sure that no incorrect news reaches people and to maintain peace and harmony in society, he chose to become a fact-checker.