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झाँसी पुलिस द्वारा पुष्पेंद्र यादव का एनकाउंटर किए जाने के बाद सोशल मीडिया में वायरल हुए कई भ्रामक सन्देश

Authors

A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

Claim:

निर्दोष “पुष्पेंद्र यादव “बाबा जी की फर्जी ठोको नीति की बलि चढ़ा दिया गया और जिसके ऊपर एक भी आपराधिक रिकॉर्ड नहीं फिर भी फर्जी एनकाउंटर में हत्या कर दी जाती है, 3महीने पहले ही उसका विवाह हुआ था।

1लड़की के भविष्य और सपनों पर कफ़न डाल देने वाली पुलिस,खुदआपराधिक मामलों में लिप्त हैं।

Verification:

सोशल मीडिया पर समाजवादी पार्टी के समर्थकों और कई अन्य यूजर्स द्वारा दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में झांसी पुलिस के द्वारा मारे गए कथित ‘खनन माफिया’ पुष्पेंद्र यादव के खिलाफ कोई भी आपराधिक मामला दर्ज नहीं है। यह दावा सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से वायरल हो रहा है। इतना ही नहीं ट्विटर द्वारा सत्यापित या सरल शब्दों में कहें तो ब्लू-टिक धारी हैंडल्स भी इस दावे को काफी प्रमुखता से शेयर कर रहें हैं।

दावे के पहले चरण में हमने यह जानने का प्रयास किया कि सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा यह पूरा मामला क्या है। मामले से जुड़े सोशल मीडिया पर किये जा रहे तमाम दावे सत्य हैं या भ्रामक। यह जानने के लिए  हमने “पुष्पेंद्र यादव एनकाउंटर” गूगल कीवर्ड की सहायता से गूगल सर्च किया तो हमें अमर उजाला में प्रकाशित यह लेख मिला जिसमे इस घटना से जुड़े तमाम तथ्यों का संक्षिप्त विवरण है। जिसे पढ़ने के बाद हमें पता चला कि झांसी के थाना मोंठ के बमरौली तिराहा पर बीते शनिवार रात मोंठ इंस्पेक्टर धर्मेंद्र सिंह चौहान पर बाइक सवार युवकों विपिन, पुष्पेंद्र व रविंद्र ने हमला बोल दिया था।

आरोपित कार और मोबाइल लूट कर ले गए थे। इंस्पेक्टर पर हमला और उनकी कार लूटने पर कई थानों की पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई थी। देर रात आरोपित गुरसरांय क्षेत्र के गांव फरीदा के पास मिल गए। इस दौरान हुई पुलिस मुठभेड़ में आरोपित पुष्पेंद्र घायल हो गया। घायल को गुरसरांय के अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई। दो आरोपित विपिन व रविंद्र भाग गए थे। पुलिस ने तीनों आरोपितों के विरुद्ध केस दर्ज किया था। 

अब पूरा मामला समझ में आने के बाद हमने यह जानने का प्रयास किया कि क्या सच में पुष्पेंद्र यादव का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। यह जानने के लिए हमने सबसे पहले विभिन्न पब्लिक प्लेटफॉर्म्स पर झांसी पुलिस के बयान को तलाशा पर हमें कुछ खास जानकारी नहीं मिल पाई। जिसके बाद हमने “criminal cases against pushpendra yadav” कीवर्ड की सहायता से गूगल सर्च किया तो हमें News18India में प्रकाशित एक लेख मिला जिसमे यह बताया गया है कि झांसी पुलिस ने ट्वीट कर पुष्पेंद्र यादव के खिलाफ पूर्ववत दर्ज मामलों की पूरी सूची प्रकाशित की है।

बता दें कि झांसी पुलिस के द्वारा कथित तौर पर इस मामले के संबंध में एक और ट्वीट किया गया था जिसे बाद में डिलीट कर दिया गया। इस ट्वीट में पुलिस द्वारा भ्रामक दावे या अफवाह ना फैलाने की सलाह दी गई है तथा ऐसा करने पर उचित विधिक कार्यवाही करने की चेतावनी भी दी गई है।

News18India में प्रकाशित यह लेख पढ़ने के बाद जब हमने कीवर्ड्स की सहायता से ट्विटर सर्च किया तो हमें झांसी पुलिस द्वारा इस मामले पर किया गया 1 ट्वीट प्राप्त हुआ जिसमे पुष्पेंद्र यादव के खिलाफ दर्ज तमाम मामलों की जानकारी दी गई है।

झांसी पुलिस के हैंडल से हमें एक और ट्वीट प्राप्त हुआ जिसमे पुष्पेंद्र यादव के खिलाफ दर्ज अवैध परिवहन के मामलों की पूरी जानकारी दी गई है।

बताते चले कि झांसी पुलिस द्वारा प्रकाशित इस सूची में पुष्पेंद्र यादव के खिलाफ दर्ज मामले साल 2014 से लेकर सन 2018 के बीच के हैं।

हमारी पड़ताल में यह साबित हो गया की पुष्पेंद्र यादव के खिलाफ पूर्व में भी कई मामले दर्ज हैं और सोशल मीडिया में उसके किसी भी अपराध में संलिप्त ना होने का दावा भ्रामक है।

Tools Used:

  • Google Search
  • Twitter Advanced Search

Result: Misleading

Authors

A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

Saurabh Pandey
A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

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