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पिता द्वारा पुत्रियों को फांसी पर लटकाए जाने की वर्षों पुरानी खबर गलत दावे के साथ हुई वायरल

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After completing his post-graduation, Yash worked with some of the most renowned newspapers such as like Lokmat, Dainik Bhaskar & Navbharat for the past 6 years. To make sure that no incorrect news reaches people and to maintain peace and harmony in society, he chose to become a fact-checker.

Claim– 

 

तमिलनाडु में दो स्कूल बच्चियों का अपहरण कर उनके गुर्दे निकाले गए, बाद में उनकी लाशों को जंगल में पेड़ से लटकाया गया। 

 
 
Verification–    
 
हमारे एक पाठक ने व्हाट्सएप पर मैसेज कर हमसे इस तस्वीर की पड़ताल करने के लिए कहा है। उनका कहना है कि उन्हें व्हाट्सएप्प पर किसी ने यह मैसेज भेजा था जिसमें लिखा था कि तमिनलनाडू में दो स्कूली बच्चियों का अपहरण कर उनके गुर्दे निकाले गए और बाद में उनके शवों को पेड़ से लटकाया गया। 
 
 
वायरल मैसेज और फोटो को लेकर हमनें पड़ताल शुरू की। गूगल रिवर्स इमेज की मदद से खोज की तो इस फोटो को लेकर कई रिजल्ट्स सामने आए। यह फोटो कई ट्विटर और ट्विटर अकाउंट्स से अलग-अलग दावों के साथ शेयर की गई है। 
 
 
 
हमें वायरल दावे वाला पिछले साल का एक और ट्विट मिला जिसमें लिखा गया है कि कृपया यह मैसेज अपने परिवार वालों को दोस्तों को मीडिया और सरकार को भेजे ताकि बच्चों की सुरक्षा को लेकर जागरुक रह सके। 
 
 
साथ ही हमें फेसबुक पर भी यही फोटो देखने को मिला लेकिन पोस्ट में दावा किया गया था कि दोनों बहनों ने भुखमरी के कारण फांसी लगा ली। 
 
 
 
फेसबुक पोस्ट में मामले को लेकर पूरी जानकारी नहीं गई थी इसलिए हमनें पड़ताल को आगे बढ़ाया तो यूट्यूब पर दो साल पुराना एक वीडियो मिला।
 
लेकिन इसका कैप्शन का मराठी भाषा में लिखा गया था। इसलिए हमनें अनुवाद किया 
 
हिंदी अनुवाद-  अब कहां गए मोर्चावाले, यह अपनी बहन नहीं है? इस बहन को न्याय दिलाने के लिए आगे आ जाओ, तुम्हे अपनी बहन की कसम है। 
 
लेकिन इस वीडियो से भी साफ नहीं हो रहा था कि आखिर मामला क्या है। इसलिए पड़ताल जारी रखी। गूगल में मराठी में कुछ कीवर्ड्स का इस्तेमाल कर खोज की तो हमें दो साल पहले मराठी समाचारपत्र और शिवसेना का मुखपत्र सामना मराठी  की वेबसाइट में प्रकाशित खबर मिली जिसमें वायरल फोटो छपी थी। खबर में लिखा है कि महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के मालसिरस में रहने वाले सुभाष अनुसे नामक शख्स ने अपनी पत्नी की पत्थर से कुचलकर हत्या की और दो बेटियों को पेड़ से लटकाकर फांसी दे दी और उसके बाद खुद भी फांसी लगा ली। खबर में लिखा है कि सुभाष ने यह कदम पारिवारिक विवाद के चलते उठाने की जानकारी पुलिस ने दी। 
 
 
इसके अलावा हमें मराठी समाचार पत्र दैनिक लोकसत्ता की भी खबर मिली जिसमें लिखा है कि सुभाष तो अपनी पत्नी स्वाती के चरित्र पर शक था, इसके चलते उसने यह कदम उठाया। उसने अपनी पत्नी स्वाती बड़ी बेटी ऋतुजा उम्र 9) और छोटी बेटी प्रणिता उर्फ कविता( उम्र 8 साल) की हत्या कर खुद फांसी लगाई।  
 
 
इससे साफ होता है कि वायरल फोटो पेड़ से लटकी बच्चियों के ना तो गुर्दे निकाले गए थे न ही उन्होंने भुखमरी से आत्महत्या की थी। पिता ने ही अपनी दोनों बेटियों की फांसी लगाकर हत्या की थी। सोशल मीडिया में इस तस्वीर को अलग-अलग भ्रामक दावों के साथ शेयर किया गया। 
 
 
Tools Used 
 
Twitter Advanced Search
Google Reverse Image Search 
Google Keywords Search 
 
Result- False
 
(किसी संदिग्ध ख़बर की पड़तालसंशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें ई-मेल करेंcheckthis@newschecker.in)
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Authors

After completing his post-graduation, Yash worked with some of the most renowned newspapers such as like Lokmat, Dainik Bhaskar & Navbharat for the past 6 years. To make sure that no incorrect news reaches people and to maintain peace and harmony in society, he chose to become a fact-checker.

Yash Kshirsagar
After completing his post-graduation, Yash worked with some of the most renowned newspapers such as like Lokmat, Dainik Bhaskar & Navbharat for the past 6 years. To make sure that no incorrect news reaches people and to maintain peace and harmony in society, he chose to become a fact-checker.

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