After completing his post-graduation, Yash worked with some of the most renowned newspapers such as like Lokmat, Dainik Bhaskar & Navbharat for the past 6 years. To make sure that no incorrect news reaches people and to maintain peace and harmony in society, he chose to become a fact-checker.
Claim–
बच्चा चोरी की घटनाएं आम बात हो गई है, सरकार को इसके ऊपर बहुत कठोर कानून लाने की आवश्यकता है। पब्लिक गुस्सा होकर अपहरणकर्ताओं को मारती है और हम उसे माॅब लिंचिंग का नाम देते हैं।
Verification –
गौतम भट्ट नामक ट्वीटर हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया गया है। इस वीडियो में दिख रहा है कि एक युवक को भीड़ पीट रही है।वहीं दूसरी ओर एक बच्चे का बिना धड़ वाला सिर पड़ा हुआ है। ट्वीट में दावा किया गया है कि लोगों अपने बच्चे संभालकर रखो क्योंकि बच्चा चोरी अब आम बात हो गई है। सरकार को इसके उपर बहुत कठोर कानून लाने की आवश्यकता है। पब्लिक गुस्सा होकर दोषियों को मारती है कुछ लोग उसे माॅब लिंचिंग का नाम देते हैं।
ट्वीट में घटना के स्थान के बारे में पूरी जानकारी नहीं दी गई थी इसलिए हमनें इस बारे में पड़ताल शुरू की। गूगल में बच्चे का अपहरण करने वाले युवक की भीड़ ने की पिटाई। इस कीवर्ड की मदद खोज की तो कुछ खबरों के रिजल्ट्स सामने आए। लेकिन यह खबरें वायरल वीडियो से मेल नहीं खा रही थी इसलिए हमनें पड़ताल को आगे बढ़ाया।
वीडियो से कुछ स्क्रीनशाॅट्स निकाले और गूगल रिवर्स इमेज की मदद से सर्चिंग की तो इस फोटो को लेकर कई खबरों के रिजल्ट सामने आए।
जिसमें से बांग्ला भाषा की
दी डेली कैम्पस नामक वेबसाइट पर यह फोटो और वीडियो देखने को मिली। लेकिन भाषा समझ में नहीं आ रही थी इसलिए गूगल ट्रांसलेट की मदद ली। खबर के मुताबिक बांग्लादेश के नेत्रोकोना शहर के न्यूटाउन इलाके में एक युवक के पास बैग में सात साल के बच्चे का सिर मिलने पर भीड़ ने युवक की पिटाई की, जिसमें युवक की भी मौत हुई। पुलिस ने बच्चे के सिर से अलग हुए धड़ को बरामद किया और दोनों की लाशें पोस्टमार्टम के लिए भेज दी। पुलिस ने बताया की इस बारे में जांच पूरी नहीं हुई है। जांच के बाद पता चलेगा कि युवक ने किस वजह से बच्चे की हत्या की थी। खबर के मुताबिक बच्चे का पिता रिक्शा चलाता है।
वहीं खोज के दौरान
डेली बांग्लादेश नामक वेबसाइट की खबर मिली जिसमें यही दावा किया गया था।
इसी मामले से जुड़ी
डेली स्टार की खबर मिली जिसमें लिखा गया है कि भीड़ द्वारा मारे गए युवक का नाम राॅबिन मियां (उम्र 35) था वह रिक्शा चलाता था लेकिन ड्रग्ज एडिक्ट था। वहीं बच्चे का नाम साजिब था जिसके पिता रिक्शा चलाने का काम करते हैं। साजिब के पिता के मुताबिक उनका बेटा सुबह घर से आइस्क्रीम लाने गया था लेकिन वह काफी देर तक वापस नहीं आया तो उसे ढूंढने लगे लेकिन काफी देर तक वह नहीं मिला। साजिब के हत्या का कारण बताने वाली खबर
यूएनबी वेबसाइट में मिली। खबर में लिखा है पुलिस अधीक्षक जयदेव चौधरी ने बताया कि विसरा और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक युवक ने बच्चे का यौन शोषण किया और मामले को दबाने के लिए उसकी हत्या कर दी।
इससे साबित होता है कि यह वीडियो भारत का नहीं बल्कि बांग्लादेश के नेत्रोकोना शहर का है। नशेड़ी युवक ने बच्चे का यौन शोषण कर उसकी हत्या कर दी थी। वहीं भीड़ ने उसकी भी पीट-पीटकर हत्या कर दी।
Tools Used
- Twitter Advanced Search
- Google Reverse Image
- Google keywords Search
Result- False
After completing his post-graduation, Yash worked with some of the most renowned newspapers such as like Lokmat, Dainik Bhaskar & Navbharat for the past 6 years. To make sure that no incorrect news reaches people and to maintain peace and harmony in society, he chose to become a fact-checker.