Authors
A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.
Claim:
“अगर औरतों को आजादी चाहिए तो वो निर्वस्त्र होकर क्यों नहीं घूमती?” मनोहर लाल खट्टर, मुख्यमंत्री, हरियाणा।
Investigation:
सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है। दावा किया जा रहा है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने महिलाओं को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। यह दावा काफी समय से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
इस लिंक पर जाकर यह देखा जा सकता है कि पिछले कुछ वर्षों से यह दावा अलग-अलग अवसरों पर अलग-अलग दावे के साथ शेयर किया जाता रहा है। कभी इस दावे के माध्यम से भाजपा की केंद्र सरकार तो कभी विभिन्न राज्य सरकारों को निशाने पर लिया जाता रहा है।
यह दावा काफी समय से वायरल हो रहा है और इससे हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनावों पर भी काफी गहरा असर पड़ सकता है इसलिए हमने इस दावे पर अपनी पड़ताल शुरू की।
अपनी पड़ताल के प्रथम चरण में हमने यह जानने का प्रयास किया कि क्या सच में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस तरह की कोई टिप्पणी की है। इसके लिए हमने “अगर औरतों को आजादी चाहिए तो वो निर्वस्त्र क्यों नहीं घूमती। खट्टर” तथा “मनोहर लाल खट्टर का महिलाओं को लेकर विवादास्पद बयान” कीवर्ड्स की सहायता से गूगल सर्च किया। जिसके बाद हमें यह पता चला कि मनोहर लाल खट्टर ने सच में इस तरह का बयान दिया था। खट्टर द्वारा दिए गए बयान के बारे में अधिक जानकारी आजतक में प्रकाशित इस लेख के माध्यम से प्राप्त की जा सकती है।
अब हमें यह तो पता चल चुका था की मनोहर लाल खट्टर ने महिलाओं के सन्दर्भ में उक्त बयान दिया था। किन्तु दावे में खट्टर द्वारा दिए गए जिस बयान का जिक्र है वह अब तक हमें नहीं मिल पाया था इसलिए हमने अपनी पड़ताल जारी रखी। इस दौरान हमने गूगल सर्च बार में कस्टम टाइम पीरियड टूल के इस्तेमाल से “if they want freedom, why don’t they roam around naked: ML Khattar” कीवर्ड के साथ गूगल सर्च किया तो हमें News18India में प्रकाशित यह लेख मिला जिसमे वायरल तस्वीर में खट्टर द्वारा दिए गए बयान का जिक्र है।
अब जब हमें मनोहर लाल खट्टर का यह बयान मिल चुका था तब हमने इस बयान का समय, आशय तथा संदर्भ जानने का प्रयास किया। खट्टर के इस बयान के संबंध में अधिक जानकारी के लिए जब हमने एक बार फिर से गूगल को खंगालना शुरू किया तो नवभारत टाइम्स में प्रकाशित यह लेख मिला। लेख में यह बताया गया है कि खट्टर ने एक निजी टीवी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में खाप पंचायत से जुड़े एक सवाल पर यह बयान दिया था। नवभारत टाइम्स के इस लेख में इंटरव्यू का समय अक्टूबर 2014 का प्रथम सप्ताह बताया गया है। ऊपर News18India के लेख में भी IBNLive को दिए गए इस इंटरव्यू का वर्णन है।
अब हमने यह जानने का प्रयास किया कि क्या मनोहर लाल खट्टर ने मुख्यमंत्री बनने के बाद यह बयान दिया था या दावे में उनके मुख्यमंत्री होने के वर्णन झूठा है।इसके लिए जब हमने “manohar lal khattar swearing in ceremony” कीवर्ड की सहायता से गूगल सर्च किया तो हमें News18India में प्रकाशित यह लेख मिला। जिसमे यह बताया गया है कि खट्टर ने 26 अक्टूबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। जैसा कि ऊपर हमारी पड़ताल में यह साबित हो चुका है कि खट्टर ने यह बयान अक्टूबर के पहले सप्ताह में दिया था और उनके शपथ ग्रहण की तिथि 26 अक्टूबर 2014 है। इस संबंध में India Today में प्रकाशित इस लेख के माध्यम से भी अधिक जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
हमारी पड़ताल में यह साबित हो गया कि मनोहर लाल खट्टर ने मुख्यमंत्री बनने से पहले महिलाओं के संबंध में वायरल हो रहा बयान दिया था।
Tools Used:
- Google Search
- Reverse Image Search
Result: Misleading
Authors
A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.