Claim
पुणे के पिंपरी इलाके में माॅब लिंचिंग का मामला। एक हिंदू युवक को जिंदा जलाकर मार डाला। मारने वाले समुदाय विशेष से थे इसलिए मीडिया भी चुप है।
Verification
सोशल मीडिया मे वायरल हो रही खबरों में दावा किया जा रहा है कि पुणे के पिंपरी में हितेश मूलचंदानी नामक हिंदू युवक को जिंदा जलाकर मार डाला। यह माॅब लिंचिंग का मामला है और इस पर मीडिया में भी कोई खबर नहीं आई, क्योंकि आरोपी विशेष समुदाय से हैं।
इस दावे की पड़ताल शुरु करने पर हमें एक ट्विटर यूजर Hemlata Khatri द्वारा इसी सन्दर्भ में किया गया एक ट्वीट मिला।
मॉब लिंचिंग की नई घटना। इस व्यक्ति का नाम हितेश मूलचंदानी है। घटना पुणे pimpri, महाराष्ट्र की है। इसको कल ज़िंदा जलाकर मार डाला गया। मरने वाला victim हिन्दू था और लिंच करने वाली भीड़ समुदाय विशेष से थी इसलिए मीडिया भी चुप है….#MobLynching #JusticeForHitesh pic.twitter.com/Kp59G3JTCI
— Hemlata Khatri (@HemlataKhatri6) July 26, 2019
यही दावा करने वाले कई ट्वीट्स हमें मिले जिन्हें नीचे देखा जा सकता है।
यहाँ पेशाब मत करो – इसी बात पर हितेश को जलाकर मार डाला: फिरोज, कुरैशी, शेख, लंगड़ा सहित 5 पर FIR#justiceforhitesh #MobLynching#islamicterrorism मॉब लिंचिंग की नई घटना। इस व्यक्ति का नाम हितेश मूलचंदानी है। घटना पुणे (pimpri)(महाराष्ट्र) की है। pic.twitter.com/WmaFqvTSzj
— Naam Hi Kaafi Hai (@strong_al0ne) July 25, 2019
मॉब लिंचिंग की नई घटना। इस व्यक्ति का नाम हितेश मूलचंदानी है। घटना पुणे (pimpri)(महाराष्ट्र) की है। इसको कल ज़िंदा जलाकर मार डाला गया। मरने वाला victim हिन्दू था और लिंच करने वाली भीड़ शांतिदूत समुदाय विशेष से थी इसलिए मीडिया भी चुप है#MobLynching #JusticeForHitesh pic.twitter.com/cWxRtKEWB3
— Janardan Mishra (@JBMIS) July 25, 2019
वायरल पोस्ट में यह भी दावा किया गया है था कि माॅब लिंचिंग का मामला होने के कारण हितेश के मर्डर की खबरें मीडिया में नहीं आई थी। हमनें हितेश मूलचंदानी के मर्डर को लेकर मीडिया में खबरें आई थी या नहीं इसकी पड़ताल शुरु की। गूगल पर hitesh mulchandani murder case इन कीवर्ड्स की मदद से खोज शुरु की तो कई खबरों के रिजल्ट्स सामने आए।
पुणे समाचार वेबसाइट पर प्रकाशित खबर में बताया गया है कि हितेश मूलचंदानी मर्डर केस में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं खबर में आगे लिखा है कि, पुलिस ने अमीन फिरोज खान निवासी मोमिनपुरा, गंजपेठ, पुणे, शाहबाज सिराज कुरेशी निवासी कासारवाडी, पुणे, अरबाज शेख निवासी खड़की, अक्षय संजय भोसले उर्फ लिंगा और योगेश विट्ठल टोनपे उर्फ लंगड़ा दोनों निवासी सांगवी, के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस मामले में फरार शाहबाज की तलाश जारी है। अमीन खान को पिंपरी पुलिस ने पहले ही हिरासत में ले रखा है।
पुणे समाचार की खबर से पता चला कि आरोपियों में दो हिंदू लोग भी शामिल हैं। वहीं खबर में कहीं पर भी माॅब लिंचिंग का उल्लेख नहीं है। हमनें अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाया तो टाइम्स ऑफ इंडिया में विस्तार से ख़बर देखने को मिली। खबर के मुताबिक एडिशनल पुलिस कमिश्नर रामनाथ पोकले द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार पिंपरी कैम्प इलाके में रोहित सुखेजा (उम्र 26) होटल और बियर बार चलाता है। मंगलवार तड़के होटल की सफाई की जा रही थी। उस समय वहां पर पांच लोग कार से आए जिनमें एक 17 वर्षीय लड़का भी शामिल था। उन्होंने काउंटर पर कर्मचारी से बियर मांगी। कर्मचारी बियर की बोतल लेकर वापस आया तो उसे आरोपियों में एक शख्स होटल के कम्पाउंड के पास पेशाब करते नजर आया। उसने पेशाब करने से रोका तो होटल के कर्मचारी और उन लोगों के बीच हाथापाई हुई। उनमें से एक ने कैलाश पाटिल नामक कर्मचारी के सिर में बियर की बोतल मारी जिससे वह घायल हो गया। इसी समय उन्हें रोकने के लिए सुखेजा ने अपने रिश्तेदार लखन सुखेजा को काॅल कर मौके पर बुलाया। उसके साथ हितेश मूलचंदानी भी वहां पर पहुंचा। उन्हें आते देख चारों आरोपी और 17 साल का लड़का कार से भागने लगे। उसी समय सुखेजा और कर्मचारियों ने 17 साल के लड़के को पकड़कर रखा। तो चारों आरोपियों ने हितेश मूलचंदानी को पकड़ा और कार से भगाकर ले गए। सुखेजा ने हितेश के मोबाइल पर काॅल कर आरोपियों से कहा कि वे हितेश को छोड़ देंगे तो हम भी लड़के को छोड़ देंगे। इस पर आरोपियों ने कहा कि हितेश ने उनके साथ मारपीट की है इसलिए हम उसे छोड़ने वाले नहीं है। इसके बाद सुबह दस बजे हितेश मूलचंदानी पिंपरी-चिंचवड़ नगर निगम की बिल्डिंग के पिछे बेहोश हालत में मिला। पुलिस के मुताबिक धारदार हथियार से और स्क्रू ड्राइवर से वार किया गया था। छाती पर गहरे वार किए गए थे। हितेश को हाॅस्पिटल ले जाने पर डाॅक्टरों ने उसे मृत घोषित किया।
इससे साफ होता है कि हितेश की हत्या जिंदा जलाकर नहीं बल्कि धारदार हथियार सेे की गई है। यह हत्या मामूली विवाद में हुई थी। आरोपी सिर्फ समुदाय विशेष से नहीं थे उनमें अन्य धर्म के दो लोग भी शामिल थे। सोशल मीडिया में हितेश मूलचंदानी मर्डर केस को लेकर किया जा रहा दावा भ्रामक है।
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