गुरूवार, अप्रैल 25, 2024
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क्या लाखों की संख्या में बजरंग दल कार्यकर्ता पहुंचे पश्चिम बंगाल ? जानिए वायरल दावे का सच

Authors

A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

Claim
6 साल बाद फिर बजरंग दल हरकत में ,
8 लाख से ऊपर भक्त बंगाल में दाख़िल करारा जवाब मिलेगा
Verification
सोशल मीडिया पर एक तस्वीर को बड़ी तेजी से शेयर किया जा रहा है। तस्वीर में भारी संख्या में लोगों की भीड़ भगवा रंग के झंडे के साथ खड़ी है जहां तस्वीर शेयर करने वाले यूज़र का दावा है कि तस्वीर बंगाल से ली गयी है। बताया जा रहा है कि भीड़ बजरंग दल के सदस्यों की है जो इस वक्त हरकत में है। इस दावे को कई अन्य लोगों ने भी शेयर किया है।
तस्वीर को देखते ही इसके पुराने होने का अंदेशा हुआ, जिसके बाद हमने अपनी पड़ताल आरम्भ की। इस दौरान हमने सबसे पहले तस्वीर को गूगल पर सर्च किया। जिसके बाद ट्विटर पर साल 2016 को किये गए एक ट्वीट में वायरल तस्वीर प्राप्त हुई।
तस्वीर के शीर्षक में इसे मराठा क्रांति बताया गया है। साथ ही वायरल तस्वीर को गौर से देखने पर एक पोस्टर नजर जहां मराठी भाषा में कुछ लिखा हुआ था।
इसके बाद हमने साल 2016 में महाराष्ट्र में हुए सभी आंदोलन की खबरों को खंगाला। इस दौरान हमें सबसे पहले ABP news के यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो प्राप्त हुआ जहाँ महाराष्ट्र क्रांति का जिक्र किया गया है।
यूट्यूब वीडियो मराठी भाषा में होने के कारण हमने यूट्यूब पर और बारीकी से खोजा इसके बाद इंडिया टीवी के यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो प्राप्त हुआ। जहां यह बताया गया है कि पुणे में आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन किया जा रहा था बता दे कि इस आंदोलन की शुरुआत औरंगाबाद से हुई थी,जहां कुछ मराठा किसान यूनियन और स्टूडेंट्स यूनियन के सदस्यों ने रेप पीड़ित को इंसाफ दिलाने के लिए इसकी शुरुआत की थी ।
इन सभी तथ्यों को परखने पर हमें पता चला कि वायरल हुई तस्वीर साल 2016 की है जिसे इन दिनों भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है ।
Tools Used 
  • Image Reverse Search
  • Google Search
  • Youtube Search
Result-Misleading 
 (किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in)

Authors

A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

Nupendra Singh
Nupendra Singh
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

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