Authors
After completing his post-graduation, Yash worked with some of the most renowned newspapers such as like Lokmat, Dainik Bhaskar & Navbharat for the past 6 years. To make sure that no incorrect news reaches people and to maintain peace and harmony in society, he chose to become a fact-checker.
Claim
सोशल मीडिया में वायरल हो रहे वीडियो में एक आदमी उत्तेजित होकर बेकरी के मैनेजर पर खराब फूड बेचने का आरोप लगा रहा है। वह गुस्से में मैनेजर से कह रहा है कि इसके सेवन से उसका बेटा खून की उल्टियां कर रहा है व पेट की बीमारी से ग्रस्त हो गया है। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो पुणे स्थित नाज़ बेकरी का है।
Verification
सोशल मीडिया में वायरल हो रहे इस वीडियो की हमने पड़ताल शुरु की तो ट्विटर पर इसी तरह का एक ट्वीट मिला। इस ट्वीट में भी दावा किया गया है कि यह वीडियो पुणे के कैम्प इलाके में स्थित नाज़ बेकरी का है।
Naaz Bakery, Pune Camp #shocking https://t.co/ptbiyjMlId via @YouTube . Please check @PuneCityPolice @fssaiindia @narendramodi
— Amit Agarwal (@AmitAga29305269) July 24, 2019
लेकिन हमें इसके बारे में सटीक जानकारी नहीं मिल रही थी तब ट्वीट में शेयर किए गए यूट्यूब लिंक पर क्लिक कर वीडियो के बारे में जानने की कोशिश की। यह वही वीडियो था जो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा था लेकिन यूट्यूब पर भी वीडियो को लेकर पूरी जानकारी नहीं मिल पाई।
वीडियो को बारीकी से देखा तो बेकरी मे रखे गए सभी पैकेट्स और दीवारों पर Treat ब्रांड नेम दिखाई दिया।
हमनें treat bakery इस कीवर्ड्स की मदद से यूट्यूब पर ही वीडियो की खोज शुरु की तो कई रिजल्ट्स सामने आए। इनमें वायरल हो रहा वीडियो भी था जो पाकिस्तान के कराची स्थित treat bakery का था। इस वीडियो के दोनों भाग यहां देखे जा सकते हैं। पहले वीडियो में कस्टमर ने बेकरी वालों पर एक्सपायरी पिज्जा बेचने का आरोप लगाते हुआ कहा था कि उसका बेटा यह पिज्जा खाने से उल्टियां करने लगा है। वहीं दूसरे वीडियो में कस्टमर और बेकरी मालिक कुछ लोगों के साथ दिखाई देता है।
इससे साफ होता है कि यह वीडियो पुणे का नहीं है। बता दें कि यह वीडियो हिंदुस्तान के अलग-अलग शहरों के नामों से सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है जो असल में पाकिस्तान के कराची शहर का है।
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Resul- False
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After completing his post-graduation, Yash worked with some of the most renowned newspapers such as like Lokmat, Dainik Bhaskar & Navbharat for the past 6 years. To make sure that no incorrect news reaches people and to maintain peace and harmony in society, he chose to become a fact-checker.