A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
Claim
एक मौलाना द्वारा वीडियो में हिन्दू धर्म को खुलकर गाली दी जा रही है। मौलाना द्वारा इस वीडियो को ज्यादा से ज्यादा शेयर किए जाने की बात भी की गई है।
Verification
सोशल मीडिया के ट्विटर प्लेटफार्म पर मौजूद वीडियो में एक मौलवी द्वारा हिन्दू देवी-देवताओं पर अभद्र टिप्पणी और भद्दी-भद्दी बातें करते देखा जा सकता है। वीडियो के साथ कैप्शन में कहा गया है कि ‘इस पोस्ट को हर एक सेक्युलर तक पहुंचाया जाए ताकि ऐसे मौलाना का सच सब के सामने आ सके और इस पर सख्त से सख्त कार्रवाई हो सके।’
जांच में पता चला कि वीडियो के साथ छेड़छाड़ हुई है और इसके साथ एक अन्य क्लिप को भी एड किया गया है। अपनी पड़ताल में सबसे पहले वीडियो का स्क्रीनशॉट लेकर गूगल पर खोजा।
गूगल पर स्क्रीनशॉट के परिणाम से कोई ठोस सबूत न प्राप्त होने पर इस वीडियो को अलग-अलग कीवर्ड्स से खोजना शुरू किया। जहां हमें वीडियो की पहली क्लिप का एक लिंक प्राप्त हुआ।
प्राप्त लिंक का वीडियो साल 2011 में अपलोड किया था जहां पर वही मौलाना वायरल वीडियो वाली बातें बोलता नज़र आ रहा है। इसके बाद वायरल हुई वीडियो की दूसरी क्लिप को गूगल पर खंगाला जहां यूट्यूब का एक लिंक प्राप्त हुआ।
वायरल वीडियो को साल 2013 में यूट्यूब पर अपलोड किया गया था, लेकिन इस वीडियो को 28 फरवरी साल 2003 को ‘
salaftube.com‘ वेबसाइट पर अपलोड किया गया है।
दोनों वीडियोज में दिख रहे मौलाना का नाम ‘शेख मेरज रब्बानी’ है।
वायरल वीडियो का कंटेंट तो सच है। लेकिन दोनों ही वीडियो काफी पुराने है। पुराने वीडियो को शेयर कर सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने का प्रयास किया गया है।
Tools used
- InVid
- Google Reverse Search
- Youtube Search
Result
Misleading
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.