After completing his post-graduation, Yash worked with some of the most renowned newspapers such as like Lokmat, Dainik Bhaskar & Navbharat for the past 6 years. To make sure that no incorrect news reaches people and to maintain peace and harmony in society, he chose to become a fact-checker.
Claim–
भारतीय रिजर्व बैंक ने एक हजार रुपए का नया नोट जारी किया है।
Verification–
सोशल मीडिया में एक हजार रुपए के नए नोट की तस्वीरें वायरल हो रही हैं। दावा किया जा रहा है कि आरबीआई ने एक हजार का नया नोट जारी किया है। हमारे एक पाठक ने सोशल मीडिया में वायरल हो रहे नोटों की तस्वीरें पड़ताल के लिए हमसे शेयर की। हमनें इस बारे में खोज शुरु की तो फेसबुक पर हमें यहीं दावा करने वाले कई पोस्ट देखने को मिले।
हमनें इस बारे में खोज को आगे बढाया। वायरल नोट की तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज की मदद से ढूंढा। लेकिन यह नोट नहीं मिला। आरबीआई ने इस बारे में क्या जानकारी दी है यह पता लगाने की कोशिश की तो आरबीआई गर्वनर शांतिकांत दास का तीन साल पहले का ट्विट मिला। जिसमें उन्होंने बताया है कि एक हजार रुपए का नया नोट जारी करने का कोई प्लान नहीं है। नोटबंदी के दौरान बंद किए गए पांच सौ और उससे कम मुल्यवाले नोटों की छपाई पर फोकस किया जा रहा है।
ट्विट काफी पुराना था लिहाज़ा हमनें पड़ताल को आगे बढ़ाया।
आरबीआई की वेबसाइट चेक की लेकिन वहां पर भी एक हजार रुपए के नए नोट के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई थी।
वायरल हो रहे नोट में कई गलतियां की गई हैं। असली और नकली नोट का तुलनात्मक विवरण नीचे देखा जा सकता है।
ज्यादा जानकारी पाने के लिए हमने आरबीआई ऑफिस में काॅल मिलाई तो हमें वहां से जानकारी मिली कि आरबीआई ने एक हजार का नया नोट जारी नहीं किया है।
इससे यही स्पष्ट होता है कि आरबीआई ने एक हजार का नया नोट जारी नहीं किया है। इससे पहले भी सोशल मीडिया में एक हजार के नए नोट को लेकर भ्रामक दावा वायरल हुआ था।
Source
facebook Search
Twitter Search
Google Search
Result- False
(किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in)
After completing his post-graduation, Yash worked with some of the most renowned newspapers such as like Lokmat, Dainik Bhaskar & Navbharat for the past 6 years. To make sure that no incorrect news reaches people and to maintain peace and harmony in society, he chose to become a fact-checker.