Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
दिल्ली हिंसा से लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे तक सोशल मीडिया पर शेयर की गई वो तमाम ख़बरें जो थीं फ़ेक, पढ़े बीते हफ्ते की वो भ्रामक ख़बरें जो सोशल मीडिया पर छाई रहीं:
JNU छात्रों को TATA कंपनी नहीं देगी नौकरी, रतन टाटा ने किया ऐलान
Big Announcement by
Ratan TATA. pic.twitter.com/2CbhBNyBsR— satish chandra srivastava (@satishc27006789) February 23, 2019
TATA ग्रुप के मालिक रतन टाटा की एक तस्वीर के साथ सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि कुछ छात्रों पर देशद्रोह का आरोप लगने के बाद Tata Group of Companies अब JNU के छात्रों को नौकरी नहीं देगा। टाटा ने कहा जो लोग देश के लिए वफ़ादार नहीं हो सकता है हम उनसे कंपनी के प्रति वफ़ादार होने की उम्मीद कैसे कर सकते हैं।
India TV की वेबसाइट पर प्रकाशित एक लेख के मुताबिक रतन टाटा ने कभी नहीं कहा कि JNU के छात्रों को उनकी कंपनी नौकरी नहीं देगी। इसकी जानकारी TATA Group ने अपने ट्विटर के आधिकारिक हैंडल से भी दी थी।
Mr Tata has not issued any such statement. https://t.co/tIVi6Vgukh
— Tata Group (@TataCompanies) February 15, 2016
दिल्ली हिंसा के दौरान मुस्लिम भीड़ ने किया यात्रियों से भरी बस पर हमला, ड्राइवर को बेरहमी से पीटा
ये मुस्लिम समुदाय और इसके मेंटर्स @INCIndia और भारत विरोधी ताकतें जो भारत की मजबूती नहीं देखना चाहतीं सबने मिलकर बहुत उचित समय चुना देश को बदनाम करने का।पूरी International media के मौजूदगी में ये दंगे
और सब का विश्वास जीतो @narendramodi जी @AmitShah जी।https://t.co/snG5LBa7fw— Rai Sahab (@RaiSahab20) February 25, 2020
एक सड़क के बीच में कुछ लोगों के उत्पाद मचाने का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ है। वीडियो में कुछ लोगों को बस को क्षतिग्रस्त करते हुए देखा जा सकता है दावा है कि यह वीडियो दिल्ली में हुई हिंसा का है।
लेकिन maharastratimes.indiatimes.com नामक वेबसाइट पर प्रकाशित लेख से और ABP न्यूज़ के यूट्यूब चैनल पर अपलोड हुए वीडियो से पता चला कि घटना महाराष्ट्र से औरंगाबाद शहर के तालुके ‘कन्नड’ की है।
CM अरविन्द केजरीवाल से मुलाकात न होने पर भड़के AAP विधायक अमानतुल्लाह ख़ान
अमानतुल्ला खान इस विडीओ में किस पर भड़क रहा है?
“इसके लिए ही सीट पर बैठाया है क्या?”
कौन है जिसे अमानतुल्ला ने सीट पर बैठाया और अब उसी से मिलने के लिए उसे इंतज़ार करना पड़ रहा है?
दिल्ली का मुख्यमंत्री कौन है? pic.twitter.com/3wEiTsirkE
— Amit Malviya (@amitmalviya) February 27, 2020
भाजपा आईटी प्रभारी अमित मालवीय ने सोशल मीडिया पर दिल्ली ओखला से आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान का एक वीडियो शेयर किया है। वीडियो में अमानतुल्लाह खान को एक सरकारी आवास के सामने कुछ लोगों के बीच खड़े होकर चिल्लाते हुए देखा जा सकता है। पोस्ट में पूछा गया है कि अमानतुल्लाह खान किससे मिलने का इंतजार कर रहे हैं, कौन हैं दिल्ली का मुख्यमंत्री?
दरअसल इस क्लिप का पूरा वीडियो यूट्यूब पर Pazma Compitative Edge Delhi नामक चैनल द्वारा पर 24 फरवरी को अपलोड किया गया था। वीडियो के मुताबिक अमानतुल्लाह खान दिल्ली के उप राज्यपाल अनिल बैजल के आवास के सामने उनसे मिलने का इंतज़ार कर रहे थे। जिसकी जानकारी NDTV की वेबसाइट पर प्रकाशित लेख पर भी दी गयी है।
दिल्ली हिंसा में घायल हुए DCP अमित शर्मा की मौत
“दुखद खबर”
कांस्टेबल रतनलाल के बाद डीसीपी अमित शर्मा भी नहीं रहे#दिल्ली_दंगा
शत शत नमन
8 हिंदु की मौत 70 घायल 100 से ज्यादा हिंदुओं के घरों को आग लगाई
तो बोलो मिलकर सब
हिन्दू मुस्लिम भाई भाई— टीम अनुज बाजपेई (@Real_laxma) February 25, 2020
दिल्ली में हिंसा में घायल हुए शदरा शहादरा के DCP अमित शर्मा की ख़बर आने के बाद से सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि हिंसा में घायल DCP अमित शर्मा की मृत्यु हो गई है।
दरअसल अमर उजाला की वेबसाइट पर प्रकाशित लेख से पता चला कि दिल्ली हिंसा में 26 वर्षीय आईबी इंस्पेक्टर अंकित शर्मा की मृत्यु की खबर मीडिया पर आयी थी। जिसके बाद सोशल मीडिया पर यह ख़बर वायरल हो गयी की गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती DCP अमित शर्मा की मृत्यु हो गयी है।
“दुखद खबर”
कांस्टेबल रतनलाल के बाद डीसीपी अमित शर्मा भी नहीं रहे
शत शत नमन #ArrestRanaAyubb— अमरचन्द मौर्य – भगवा रक्षक (@acmaurya66) February 25, 2020
लेकिन ANI ने इस घटना की जानकारी अपने ट्वीट से पहले ही दे दी थी कि दिल्ली हिंसा में घायल हुए शहादरा DCP रात में हुई सर्जरी के बाद से खतरे के बहार बाहर हैं।
Delhi: Shahdara DCP Amit Sharma, who was injured during clashes between two groups in Gokulpuri yesterday, is now conscious. He underwent a surgery last night at a hospital and his CT Scan was done this morning. He is safe and out of danger. https://t.co/PGnqb5R6BO pic.twitter.com/bm9JnmkiAX
— ANI (@ANI) February 25, 2020
कपिल मिश्रा ने दिल्ली दंगे भड़काने के लिए घी के डिब्बे में छुपाकर मंगवाए हथियार
कपिल मिश्रा के गुर्गे पकड़ाएं हैं जो ‘श्री हरि’ ब्रांड के घी के डिब्बे में हथियार लाए थे।
इन्ही लोगों ने भाजपाई दंगाइयों को ये हथियार सुलभ करवाए थे।
कपिल मिश्रा को तुरन्त गिरफ्तार करने होगा इससे पहले की वो बिहार पहुंचकर ज़हर उगलना शुरू करे। pic.twitter.com/IFrb5Mb0cL— The Royal Baboosahab (@BabooDotCom) February 28, 2020
सोशल मीडिया पर दिल्ली हिंसा से संबंधित एक वीडियो शेयर किया गया है जिसमें एक घी के डिब्बे के अंदर से हथियार निकाले जा रहे हैं। दावा है कि हथियारों को इस तरह छिपाकर दिल्ली लाया जा रहा था लेकिन रास्ते में ही इन्हें पकड़ लिया गया। इन लोगों ने ही भाजपाई दंगाइयों को हथियार सुलभ करवाए थे।
नवभारत टाइम्स पर प्रसारित वायरल क्लिप वाला वीडियो और न्यूज़ 18 की वेबसाइट पर प्रकाशित लेख से पता चला कि वीडियो 27 सितंबर, 2019 का है जब मध्य प्रदेश के भिंड और बिहार के मुंगेर से कुछ लोग राजधानी में ऑन डिमांड हथियारों और कारतूस की सप्लाई करने आए थे। जिन्हें दिल्ली पुलिस ने रास्ते में ही पकड़ लिया।
बराक ओबामा की भारत यात्रा के दौरान दिल्ली में हुई थी सांप्रदायिक हिंसा
Imp. #Thread – 1/6
Chronology of Events to Defame India Internationally:
1. In 2000, during the visit of US President Bill Clinton – 40 Sikhs were killed in Chittisingpura Massacre to show unrest in Kashmir.
2. In 2014 during Barak Obama visit – Same day in the evening there.. pic.twitter.com/1PhDkoqzkH
— Janmajit Shankar Sinha (@janmajit07) February 27, 2020
ट्विटर पर 2 तस्वीरें वायरल हो रही हैं जिसके साथ दावा किया जा रहा है कि साल 2000 में अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की यात्रा के दौरान कश्मीर में अशांति दिखाने के लिए चित्तसिंगपुरा नरसंहार में 40 सिखों की हत्या कर दी गई थी। इसी तरह साल 2014 में बराक ओबामा की यात्रा के दौरान उसी दिन शाम को हिंसा हुई थी।
लेकिन ओबामा वाइट हाउस नामक ब्लॉग से पता चला कि बराक ओबामा भारत 2014 को नहीं बल्कि 2015 में आये थे। इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी ने बराक ओबामा के साथ मन की बात पर युवाओं से विश्व एकता की चर्चा की थी। जिसकी जानकारी INDIA TODAY की वेबसाइट पर दी गयी है। साथ ही इंटरनेट पर ऐसा कोई तथ्य मजूद मौजूद नहीं है जहां बराक ओबामा के आने पर हिंसा होने का जिक्र किया गया हो।
Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.