उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखण्ड जईसन कई प्रदेशन में गुटका (गुटखा या Gutkha) खाईल बहुत आम बात है. गुटका से कैंसर जईसन गंभीर बीमारी होईले के खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाला, एकरे बावजूद भी लोग तम्बाकू के सेवन नाही छोड़ेले. हिंदी बोले वाला प्रदेशन में धुआं रहित तम्बाकू (गुटखा, खैनी, पान, दोहरा आदि) के प्रचलन सिगरेट आदि से बहुत ज्यादा बा. विश्व स्वास्थय संगठन (WHO) के एगो रिपोर्ट के अनुसार भारत में करीब 26.7 करोड़ लोग तम्बाकू के सेवन करेले और ऐसे हर साल लगभग 13.5 लाख लोगन के मौत हो जाला.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कई ठो पुरान तस्वीर और वीडियो आए दिन सोशल मीडिया पर होत रहेला. कभी प्रधानमंत्री द्वारा इमरजेंसी के दौर में भेष बदलकर घुमले के तस्वीर वायरल होला, ते कभी उनके द्वारा ग्रामीणन से मिलले के तस्वीर वायरल होला. भारत में कैमरा और टीवी वगैरह के इस्तेमाल पिछले 2 दशक में ढेर हो गईल बा लेकिन ओकरे पहिले ई सब इलेक्ट्रॉनिक समान कुछ चुनिंदा घरे में ही मौजूद रहे, एही वजह से कई बार सोशल मीडिया यूजर्स केहू दुसरे के तस्वीर या वीडियो के भी प्रधानमंत्री के बताके शेयर कई देने.
केंद्र सरकार द्वारा स्कूली किताबन पर भी GST लगवले के नाम पर शेयर कईल जा रहल ई दावा पहिले भी वायरल हो चुकल बा. Newschecker द्वारा 25 सितंबर, 2020 और 11 जुलाई, 2022 के एकर पड़ताल कईल गईल रहल.
भाजपा नेता प्रशांत पटेल सोशल मीडिया पर एगो वीडियो शेयर कइके दावा कईले कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कहिन कि विरोध कईला पर गुजरात की जनता के कुचल दिहल जाई।
सरकार द्वारा इंटरनेट यूजर्स के डेटा पर नजर रखले के नाम पर शेयर कईल जा रहल ई दावा असल में पहिले भी कई बार वायरल हो चुकल बा. Newschecker द्वारा 14 नवंबर, 2019, 23 जनवरी, 2021 तथा 6 जुलाई, 2022 के ए दावा के पड़ताल कईल गईल रहल. हमनी के पहिले के पड़ताल के दौरान मिलल जानकारी के अनुसार WhatsApp पर मैसेज भेजले या प्राप्त कईले के ए प्रक्रिया में कुल तीन तरह के चेक मार्क (Check Mark या सही का निशान) के इस्तेमाल होला.
वायरल दावा के दूसरा हिस्सा में NDTV द्वारा ई खबर चलवले के दावा कईल गईल बा, जबकि हमनी के हिंदी भाषा में भईल पड़ताल के अनुसार NDTV द्वारा ए तरह के कौनो खबर प्रकाशित नाही कईल गईल बा. बता दिहल जा कि Indian Express द्वारा 17 अक्टूबर, 2016 के प्रकाशित एगो लेख में भी ए दावा के जिक्र कइके एक़े गलत बतावल गइल रहल.
राजीव गांधी द्वारा इंदिरा गांधी के निधन पर इस्लामिक तरीका से शोक मनवले के नाम पर शेयर कईल जा रहल ए तस्वीर असल में पूर्व में भी वायरल हो चुकल बा, तब Newschecker द्वारा 16 जून, 2022 के ए दावा के पड़ताल कर एकर सच बतावल गईल रहल.