Authors
Believing in the notion of 'live and let live’, Preeti feels it's important to counter and check misinformation and prevent people from falling for propaganda, hoaxes, and fake information. She holds a Master’s degree in Mass Communication from Guru Jambeshawar University and has been a journalist & producer for 10 years.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दर्जनों रॉकेट दागे जा रहे हैं और लोग वहीं खड़े होकर इसे देख रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो अज़रबाइजान और आर्मीनिया के बीच चल रहे युद्ध का है और इसे देख रहे लोग इरान के हैं। इन लोगों को देखकर ऐसा लगता है कि मानो रॉकेट के हमले इनके लिए आम बता हों। इस पूरे नज़ारे का कुछ लोग वीडियो भी बना रहे हैं।
फ़ेसबुक पर भी यह वीडियो काफ़ी शेयर किया गया है।
Fact Checking/Verification
इस वीडियो के कीफ्रेम्स का Google Reverse Image Search पर कोई परिणाम न मिलने के बाद हमने Yandex Reverse Image Search की मदद ली जिससे हमारे सामने कई पोस्ट्स आए जिनमें यही दावा किया गया था।
चीन की वेबसाइट Weibo पर भी यह वीडियो इसी दावे के साथ पोस्ट किया गया था। हमने Yandex के सभी नतीजे देखे। इस दौरान हमें YouTube पर डाले गए कुछ वीडियो भी मिले। जिनमें इस वीडियो को रूस का बताया गया था
हमने कई कीवर्ड्स की मदद से रूस और इस वीडियो के बीच संबंध ढूँढने के लिए अपनी रीसर्च शुरु की इस दौरान हमें एक रूसी भाषा की वेबसाइट पर यही वीडियो दिखा। COUB नाम की इस वेबसाइट पर इस वीडियो को 6 दिसंबर को डाला गया था।
इसी वेबसाइट के ज़रिए हमें एक ट्वीट का लिंक मिला जो कि NTV द्वारा 6 दिसंबर को किया गया था। इस ट्वीट में भी इस वीडियो को रूस का बताया गया है।
Google की मदद से हमें ये पता चला कि 19 नवंबर को रूस में Missile Forces and Artillery Day मनाया जाता है।
The Moscow Times द्वारा 18 नवंबर 2019 को जारी की गई एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक Missile Forces and Artillery Day के जश्न से पहले सेना द्वारा भारी मात्रा में बम-गोले दागे गए।
जिसके बाद हमने एक बार फिर YouTube पर रूसी भाषा में कीवर्ड्स डालकर सर्च किया जिसके बाद हमें एक वीडियो जिसपर 16 नवंबर 2019 तारीख लिखी हुई है। इस वीडियो में वायरल वीडियो जैसे ही रॉकेट दागे जा रहे हैं और लोग खड़े होकर इस नज़ारे को देख रहे हैं।
आपको बता दें कि इस रूस में दूसरे विश्वयुद्ध को हथियारों के ज़रिए इस तरह याद किया जाता है।
Conclusion
शेयर किया जा रहा वीडियो अज़रबाइजान और आर्मीनिया के बीच छिड़े युद्ध का नहीं है बल्कि साल 2019 में रूस में मिलिटरी दिवस से पहले सेना द्वारा शक्ति प्रदर्शन का है।
Result: Misleading
Our Sources
YouTube Channel: https://youtu.be/EyRLDv1_rco
YouTube Channel: https://youtu.be/ZzkGTeWFWAE
YouTube Channel: https://youtu.be/PTcL-sb6xrE
Twitter Handle: https://twitter.com/ntvru/status/1202958960342515712?s=20
COUB: https://coub.com/view/25mx8y
The Moscow Times: https://www.themoscowtimes.com/2019/11/18/russia-fires-heavy-artillery-before-missile-forces-holiday-a68211
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Believing in the notion of 'live and let live’, Preeti feels it's important to counter and check misinformation and prevent people from falling for propaganda, hoaxes, and fake information. She holds a Master’s degree in Mass Communication from Guru Jambeshawar University and has been a journalist & producer for 10 years.