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सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर की जा रही है। वायरल तस्वीर में एक लड़की को हाथ में एक पोस्टर लिए देखा जा सकता है। इस पोस्टर में लिखा गया है कि मुसलमानों में आज तक शिया और सुन्नी भाई-भाई नहीं हो पाए हैं… और कुछ मूर्ख हिंदू कहते हैं हिंदू-मुस्लिम भाई-भाई हैं।
वायरल पोस्ट के आर्काइव वर्ज़न को यहां, यहां और यहां देखा जा सकता है।
ट्विटर पर भी शेयर किया जा रहा है।
Fact Checking/Verification
वायरल हो रही इस तस्वीर की सत्यता जानने के लिए हमने पड़ताल शुरू की। Google Reverse Image Search की मदद से खंगलाने पर हमें कुछ परिणाम मिले।
Google Reverse Image Search की मदद से मिले परिणामों से हमने जाना कि इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर कई अलग-अलग दावों के साथ शेयर किया जा रहा है।
क्या है वायरल तस्वीर का सच
उपरोक्त जानकारी से हमें पता चला कि पहले इस मुस्लिम महिला की तस्वीर को अलग-अलग दावों के साथ शेयर किया जा चुका है। कुछ कीवर्ड्स की मदद से खोजने पर हमें One Beauty of Islam नामक एक ब्लॉग मिला।
पड़ताल के दौरान मिले ब्लॉग में हमें उस महिला की असली तस्वीर मिली। असली तस्वीर में महिला को हाथ में एक पोस्टर लिए हुए देखा जा सकता है। जिसमें लिखा “I am a Muslim but I am not a Arab” है।
अधिक खोजने पर हमें 27 मार्च, 2012 को प्रकाशित Pushing hoops with sticks नामक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में भी वायरल तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है। इस तस्वीर में वायरल तस्वीर में नज़र आ रही लड़की ने हाथ में एक पोस्टर लिया हुआ है। पोस्ट में लिखा हुआ है,“I am a muslim but I am not Arab”.
Conclusion
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहे दावे का बारीकी से अध्ययन करने पर हमने पाया कि सालों पुरानी तस्वीर को फोटोशॉप्ड कर शेयर किया जा रहा है। पड़ताल में हमने पाया कि यह तस्वीर को आठ साल पुरानी यानि मई, 2012 की है।
Result: False
Our Sources
One Beauty of Islam https://1beautyofislam.blogspot.com/2012/05/dont-stereotype-me-umw-2012-campaign.html
Pushing hoops with sticks https://pushinghoopswithsticks.tumblr.com/post/20048190297/dont-stereotype-meuniversity-of-mary-washington
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