Authors
सोशल मीडिया पर एक टूटे हुए स्मारक की तस्वीर वायरल हो रही है। यह तस्वीर Agnivo Niyogi के आधिकारिक हैंडल से ट्वीट की गई है। इस तस्वीर को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह फोटो कोलकाता के शांति निकेतन के क्षतिग्रस्त ‘घंटा टोला’ की है। साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि यह स्मारक गृहमंत्री अमित शाह के दौरे से ठीक पहले तोड़ा गया था। धीरे-धीरे रविंद्र नाथ टैगोर की निशानियों को खत्म किया जा रहा है।
वायरल पोस्ट के आर्काइव वर्ज़न को यहां और यहां देखा जा सकता है।
इस दावे के फेसबुक पर भी कई यूज़र्स द्वारा शेयर किया जा रहा है।
Google Reverse Image Search की मदद से खंगालने पर हमें 26 अगस्त 2020 को News18 द्वारा प्रकाशित की गई मीडिया रिपोर्ट मिली। इसके मुताबिक शांति निकेतन के प्राचीन घंटे पर बरगद का पेड़ गिरने से घंटा टोला क्षतिग्रस्त हो गया था। लगातार हो रही तेज़ बारिश और हल्के भूकंप के कारण क्लॉक टावर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था।
अधिक खोजने पर हमें Bartamanpatrika और Anandabazar Patrika.com नामक वेबसाइट्स पर बांग्ला रिपोर्ट्स मिली। इन रिपोर्ट्स के मुताबिक शांति निकेतन के प्राचीन घंटे पर बरगद का पेड़ गिरने से यह टूट गया था।
YouTube खंगालने पर हमें EH JHALAK News Bolpur नामक चैनल पर 26 अगस्त 2020 को अपलोड की गई वीडियो मिली। इस वीडियो में बताया गया है कि शांति निकेतन में भारी बारिश होने के कारण बरगद का पेड़ गिर गया था जिसके चलते प्राचीन घंटा टोला टूट गया।
News18 द्वारा प्रकाशित मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शांति निकेतन में क्षतिग्रस्त हुए घंटे की अभी तक मरम्मत नहीं हुई है। यह घंटा तीन महीने पहले बरगद के पेड़ के गिरने से टूट गया था।
नीचे दोनों तस्वीरों में शांति निकेतन में क्षतिग्रसत हुए घंटा टोला की पहले की और अभी की तस्वीर को देखा जा सकता है। शांति निकेतन छात्रों के लिए सबसे लोकप्रिय स्थान है।
Conclusion
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे दावे का बारीकी से अध्ययन करने पर हमने पाया कि कोलकाता के घंटा टोला की तस्वीर को भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। हमारी पड़ताल में हमने पाया कि तीन महीने पहले शांति निकेतन में तेज़ बारिश के कारण बरगद का पेड़ गिर गया था जिसके चलते घंटा टोला क्षतिग्रस्त हो गया। इस घटना का अमित शाह के बंगाल दौरे से कोई लेना-देना नहीं है।
Result: False
Our Sources
YouTube https://www.youtube.com/watch?v=opK0iM_9biQ
किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in