Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
इंटरनेट पर इन दिनों कुछ ट्रैक्टरों की तस्वीरें वायरल हो रही हैं। तस्वीरों में देखा जा सकता है कि इन ट्रैक्टरों में स्टील के पहिये लगे हैं। इन्हीं ट्रैक्टरों की तस्वीरें मौजूदा किसान आंदोलन से जोड़कर शेयर की जा रही हैं।
वायरल पोस्ट का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।
Fact Check / Verification
बीते 26 जनवरी को दिल्ली के लाल किला सहित राजधानी के अन्य स्थानों पर ट्रैक्टर परेड के दौरान हुए उपद्रव के कारण दिल्ली पुलिस के सैकड़ों जवान घायल हो गए थे। जिसके बाद दिल्ली पुलिस और भी सतर्क हो गयी। इसलिए अब किसी भी हिंसा से बचने के लिए पुलिस ने दिल्ली की सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ा दी है। ऐसे में पुलिस ने सुरक्षा बढ़ाने के लिए लोहे की कीलें, कटीले तारों और बैरिकेटिंग का इस्तेमाल किया है।
इसी को लेकर सोशल मीडिया पर ट्रैक्टरों की तस्वीरें शेयर कर दावा किया गया है कि किसान सरकार के इंतज़ामों से निपटने के लिए तैयार हैं। किसानों ने अब अपने ट्रैक्टरों में रबर के पहियों के स्थान पर स्टील के पहियों का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है ताकि किलों व तारों से ट्रैक्टरों के पहियों को कोई नुकसान न हो।
वायरल इन तस्वीरों को देखकर हमें इनके पुराने होने की आशंका हुई। जिसके बाद सच्चाई जानने के लिए हमने पड़ताल शुरू की। पड़ताल के दौरान हमने वायरल हो रही सभी तस्वीरों को एक-एक कर गूगल पर रिवर्स इमेज टूल की सहायता से खोजना शुरू किया।
पहली तस्वीर
पड़ताल के दौरान पहली वायरल तस्वीर rollerman.com नाम की वेबसाइट पर प्राप्त हुई। वेबसाइट पर यह तस्वीर 5 साल पहले अपलोड की गई थी।
दूसरी तस्वीर
इसके बाद हमने दूसरी वायरल तस्वीर को भी गूगल पर रिवर्स इमेज टूल के माध्यम से खोजना शुरू किया। जहां हमें दूसरी तस्वीर gruberfamilyhistory.us नामक ब्लॉग पर मिली। जहां यह जानकारी दी गई है कि यह तस्वीर 1930 के John Deere नामक ट्रैक्टर के मॉडल की है ।
तीसरी तस्वीर
पड़ताल करने पर तीसरी वायरल तस्वीर Bontrager Entertainment नामक यूट्यूब चैनल पर 27 जून साल 2013 को अपलोड हुए वीडियो में मिली। प्राप्त तस्वीर से हमें पता चला कि यह कई साल पुरानी है और इसका किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है।
चौथी तस्वीर
चौथी वायरल तस्वीर Small Scale IndustrY Ideas नामक यूट्यूब पर साल 2019 को अपलोड हुए एक वीडियो में प्राप्त हुई। इसका भी सम्बन्ध मौजूदा किसान आंदोलन से नहीं है।
Conclusion
पड़ताल के दौरान उपरोक्त मिले तथ्यों से हमें पता चला कि बिना रबर के पहियों वाले ट्रैक्टरों की यह वायरल तस्वीरें मौजूदा किसान आंदोलन की नहीं हैं। उक्त तस्वीरें कई साल पुरानी हैं जिन्हें मौजूदा किसान आंदोलन से जोड़कर गलत दावे के साथ शेयर किया गया है।
Result- Misleading
Our Sources
https://www.youtube.com/watch?v=wOk7CiBrex4
https://www.youtube.com/watch?v=vi1U5NE2vvs
https://www.gruberfamilyhistory.us/farm-era.html
किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in
Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.