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नवजात शिशु के पिता नहीं हैं वायरल तस्वीर में दिख रहे टीचर, सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है भ्रामक दावा

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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

सोशल मीडिया पर कुछ छात्रों को पढ़ाते हुए एक अध्यापक की तस्वीर वायरल हो रही है। तस्वीर में अध्यापक एक नवजात शिशु को गोद में लेकर बच्चों को पढ़ाते हुए नजर आ रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि अध्यापक की पत्नी की मृत्यु होने के कारण अब वह अपने नवजात शिशु की देख-रेख स्वयं करते हैं और अपने अध्यापक होने का कर्तव्य भी बखूबी निभाते हैं।

वायरल पोस्ट का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।

वायरल पोस्ट का आर्काइव लिंक यहाँ देखें

अध्यापक नवजात शिशु तस्वीर
अध्यापक नवजात शिशु तस्वीर

Fact check / Verification

इंटरनेट पर वायरल हो रही तस्वीर के साथ शेयर किए जा रहे दावे की सत्यता जानने के लिए हमने पड़ताल शुरू की। सबसे पहले हमने वायरल तस्वीर को गूगल पर रिवर्स इमेज टूल के माध्यम से खोजना शुरू किया। खोज में हमें वायरल तस्वीर justsomething.co नामक वेबसाइट पर प्राप्त हुई। तस्वीर के साथ दिए गए उल्लेख में बताया गया है कि यह अध्यापक अपने एक छात्र के बच्चे का खुद ध्यान रख रहे हैं।

अध्यापक नवजात शिशु तस्वीर

वायरल तस्वीर की अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने गूगल पर और बारीकी से खोजा। जिसके बाद हमें वायरल तस्वीर CNN की वेबसाइट पर स्पेनिश भाषा में 13 जुलाई साल 2016 को छपे एक लेख में मिली।

अध्यापक नवजात शिशु तस्वीर

लेख को समझने के लिए हमने गूगल ट्रांसलेटर की सहायता ली। जिसके बाद हमें पता चला कि यह तस्वीर मैक्सिको की Inter-American University for Development नामक यूनिवर्सिटी में पढ़ाने वाले एक अध्यापक की है जिनका नाम Moisés Reyes Sandoval है। लेख में आगे बताया गया है कि अध्यापक की गोद में दिख रहा नवजात शिशु उनके 22 साल के एक छात्र Yalena Salas का है।

इसके अलावा हमें अध्यापक की वायरल तस्वीर किसी अन्य भाषा की वेबसाइट पर 2 सितंबर 2019 को छपे एक लेख में भी मिली। गूगल ट्रांसलेटर की सहायता से पता चला कि अध्यापक की गोद में दिख रहा नवजात शिशु उनके छात्र का है।

अध्यापक नवजात शिशु तस्वीर

Conclusion

पड़ताल के दौरान उपरोक्त मिले तथ्यों से हमें पता चला कि अध्यापक की तस्वीर के साथ शेयर किया जा रहा दावा गलत है। दरअसल अध्यापक की गोद में दिख रहा नवजात शिशु उनका नहीं बल्कि उनकी 22 वर्षीय एक छात्रा का है।

Result- Misleading

Our Sources

https://larepublica.pe/tendencias/2019/09/02/facebook-viral-profesor-carga-al-hijo-de-su-alumna-para-que-ella-tome-apuntes-video-fotos-viral-guerrero-mexico-hijos-mamas-adolescentes/?ref=lre

https://cnnespanol.cnn.com/2016/07/13/profesor-carga-al-bebe-de-su-alumna-para-que-ella-pueda-tomar-apuntes/

https://justsomething.co/definitely-22-coolest-teachers-world/3/

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Authors

A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

Nupendra Singh
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

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