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पानी में खड़े होकर नमाज पढ़ रहे लोगों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। दावा है कि ये लोग गंगा नदी में खड़े होकर नमाज अदा कर रहे हैं और नदी पर कब्जा जमाने की तैयारी में हैं। दावे के मुताबिक, मुस्लिम समुदाय के लोगों की योजना धीरे-धीरे नदी के किनारे अस्थाई आवास बनाकर उसे स्थाई बनाने की है। क्योंकि दुनिया की अलगी लड़ाई पानी के लिए होने वाली है।
सोशल मीडिया खासकर ट्विटर पर, एक धर्म के अनुयायियों द्वारा दूसरे धर्म के अनुयायियों पर अपने धर्म की आलोचना का आरोप लगाया जाता है। कुछ मामलों में ये आरोप काफी हद तक सही होते हैं तो वहीं, कुछ मामलों में काफी पोस्ट पोस्ट्स भ्रामक भी होते हैं। इसी क्रम में ये दावा भी शेयर किया जा रहा है।
हमारे द्वारा Crowd Tangle टूल की सहायता से किए गए एक विश्लेषण के मुताबिक, इस दावे को सैकड़ों लोगों ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है। फेसबुक पर धर्म रक्षक नामक पेज की पोस्ट को सबसे ज्यादा व्यूज, शेयर और लाइक्स मिले हैं। लेख लिखे जाने तक, इस पोस्ट पर 8 हजार 500 व्यूज 250 शेयर और 100 लाइक्स थे। जबकि ट्विटर पर @Sourabh3507 की पोस्ट को सबसे ज्यादा व्यूज, शेयर और लाइक्स मिले हैं। लेख लिखे जाने तक, इस पोस्ट पर 400 व्यूज 105 रिट्वीट और 52 लाइक्स थे।
पोस्ट से जुड़े आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है।
पोस्ट से जुड़े आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है।
Fact Check/Verification
वायरल दावे का सच जानने के लिए, हमने वीडियो को InVID टूल की मदद से कीफ्रेम्स में बदला। फिर एक कीफ्रेम की सहायता से गूगल सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो Channel 24 नामक बांग्लादेशी यूट्यूब चैनल पर मिला। जिसे 25 मई 2020 को अपलोड किया गया था। कैप्शन में दी गई जानकारी के मुताबिक, वीडियो बांग्लादेश में ईद के समारोह के समय अदा की गई नमाज का है। बांग्लादेश न्यूज चैनल SOMOY TV ने भी इस वीडियो रिपोर्ट को प्रकाशित किया था।
प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ी एक मीडिया रिपोर्ट बांग्लादेशी न्यूज वेबसाइट Dhaka Tribune पर मिली। जिसे 25 मई 2020 को प्रकाशित किया गया था। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, वीडियो बांग्लादेश के खुलना जिले (Khulna) के कोयरा (Koyra) इलाके का है। दरअसल 16 मई से लेकर 21 मई तक आए सुपर साइक्लोनिक स्टॉर्म ने श्रीलंका, भारत, बांग्लादेश और भूटान को प्रभावित किया था। इस चक्रवात के कारण बांग्लादेश के तटीय क्षेत्रों में बाढ़ आ गई थी। जिसके कारण हजारों घर नष्ट हो गए थे और 4,50,000 लोग प्रभावित हुए थे। इसी वजह से प्रभावित लोगों ने ईद के दिन बाढ़ के पानी में खड़े होकर ईद की नमाज अदा की थी। बांग्लादेश की कई न्यूज एजेंसियों ने भी इस खबर को प्रकाशित किया था।
Conclusion
हमारी पड़ताल में मिले तथ्यों के मुताबिक, वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वीडियो का भारत से कोई संबंध नहीं है। वीडियो साल 2020 में बांग्लादेश में बाढ़ के समय, ईद के दौरान अदा की गई नमाज का है।
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Result: False
Claim Review: गंगा नदी में नमाज पढ़ रहे लोगों का वीडियो। Claimed By: Viral social media post Fact Check: False |
Our Sources
Daily Sun –https://www.daily-sun.com/post/483787/Thousands-offer-Eid-prayers-standing-in-water
Youtube –https://www.youtube.com/watch?v=5COpU6sOsPQ
Dhaka Tribune –https://bangla.dhakatribune.com/bangladesh/2020/05/27/23748
Youtube –https://www.youtube.com/watch?v=Xw2s8n2pcRM
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